Neeraj Chopra: Gold Man of India | 100 वर्षों बाद भारत को दिलाया पहला स्वर्ण
Neeraj Chopra ने आज शनिवार को ओलंपिक में वो कारनामा कर दिखाया जो अभी तक भारतीय इतिहास में उनके पहले सिर्फ एक व्यक्ति ने ही किया था, मात्र 23 वर्षीय नीरज चोपड़ा ने Tokyo Olympics 2020 में व्यक्तिगत स्वर्ण जीत कर दूसरे भारतीय बनने का भी कीर्तिमान हासिल कर लिया है, जिन्होंने देश के लिए पहला ट्रैक-एंड-फील्ड गेम्स पदक हासिल किया।
ट्रैक और फील्ड में Neeraj Chopra ने रचा इतिहास
हरियाणा में पानीपत के पास खंडरा गांव के 23 वर्षीय किसान के बेटे ने फाइनल में अपने दुसरे थ्रो में ही सर्वाधिक 87.58 मीटर का थ्रो करके एथलेटिक्स की दुनिया को चौंका दिया और ओलंपिक में ट्रैक और फील्ड पदक के लिए भारत के 100 साल के इंतजार को खत्म कर दिया। चोपड़ा ने इस ओलंपिक में देश का सातवां पदक पक्का कराया और पहला स्वर्ण जीता। इस तरह से नीरज चोपड़ा और निशानेबाज अभिनव बिंद्रा (2008 बीजिंग ओलंपिक्स) भारत के व्यक्तिगत स्वर्ण विजेताओं के रूप में शोपीस में शामिल हुए। इसके साथ, देश ने 2012 के लंदन खेलों में हासिल किए गए छह पदकों की पिछली सर्वश्रेष्ठ दौड़ को भी पीछे छोड़ दिया है।
क्वालीफाइंग राउंड में ही दे दिया था जीत का संकेत
आपकी जानकारी के लिए बता दें कि इससे पहले क्वालीफाइंग राउंड में भी नीरज ने अपने जबरदस्त प्रदर्शन से यह जाता दिया था कि इस बार स्वर्ण पदक सिर्फ और सिर्फ उनका ही है। क्वालीफाइंग राउंड में उन्होंने अपने पहले प्रयास में ही 86.65 मीटर का थ्रो फेंका था जबकि क्वालीफिकेशन के लिए 83.65 मीटर का अव्वल था जिसे उन्होंने बेहद आसानी से पार कर अपनी जगह पक्की कर ली थी। फाइनल में भी अपने इसी प्रदर्शन को बरक़रार रखते हुए उन्होंने स्वर्ण पदक अपने नाम कर देश का नाम रौशन कर दिया।