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Alert: अप्रैल-मई के माह में अपने चरम पर रहेगी Coronavirus की दूसरी लहर

Coronavirus | देश में लगातार बढ़ते हुए कोरोना केस हर किसी के लिए चिंता का सबब बनते जा रहे हैं, जनवरी तक पूरे देश मे कोरोना के मरीजों की संख्या कम होने लगी थी लेकिन फरवरी के मध्य से कोरोना मरीजों की संख्या में एकदम से विस्फोट सा हो गया। कहा जा रहा हैं कि आने वाले दिनों में स्थिति और भी भयावह हो सकती हैं। देश मे बढ़ते कोरोना केस (Coronavirus) को लेकर देश के सबसे बड़े बैंक स्टेट बैंक ऑफ इंडिया ने एक रिपोर्ट शेयर की हैं (SBI Covid Report), आइये जानते हैं कि ऐसा क्या लिखा हैं उस रिपोर्ट में कोरोना को लेकर।

देश में चल रही Coronavirus की दूसरी लहर

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SBI के द्वारा जारी की गई रिपोर्ट (SBI Covid Report) में बताया गया हैं फिलहाल भारत में कोरोना की दूसरी लहर (Coronavirus) जारी हैं और जिसके बारें में ये दावा किया जा रहा हैं कि ये दूसरी लहर अगले 100 दिनों तक प्रभावी रहेगी जबकि ये लहर 15 फरवरी से शुरू हुई थी। बताया जा रहा हैं कि अगर कोरोना के बढ़ते केस के ट्रेंड की बात की जाए तो 23 मार्च के केस देखकर ये अनुमान लगाया जा रहा हैं कि इस दूसरी लहर के अंत तक 25 लाख लोग इससे पीड़ित हो चुके हैं। कोरोना की ये दूसरी लहर मई तक जा सकती हैं जबकि अप्रैल और मई में ये लहर अपने पीक पर हो सकती हैं।

लॉकडाउन का नहीं होगा असर

रिपोर्ट में बताया गया हैं कोरोना की इस दूसरी लहर में राज्यों द्वारा लगाये जाने वाले लॉकडाउन का इस पर खासा प्रभाव नही पड़ेगा और इस दूसरी लहर के असर को कम केवल वैक्सीनेशन के द्वारा ही किया जा सकता हैं। पिछले 24 घंटो में देश मे कोरोना के नए 53476 मामले सामने आए हैं और ये कोरोना के केस कम होने के बाद दुबारा आये सबसे ज्यादा केस हैं, इसके साथ ही इस बाबत स्वास्थ्य मंत्रालय ने कहा कि वर्तमान में देश के 18 राज्यों में डबल म्यूटेंट वैरिएंट के केस मिले हैं। स्वास्थ्य मंत्रालय ने ये भी कहा कि देश मे कोरोना की दूसरी लहर अपने समय से पहले ही आ जाने के कारण देश मे लगातार केस बढ़ते जा रहें हैं।

बढ़ानी होगी टीकाकरण की रफ्तार

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ICMR के डायरेक्टर ने कोरोना की दूसरी लहर के बारे में बताया कि समय से पहले कोरोना लहर आ जाने की वजह से सभी को ज्यादा सतर्क रहने की आवश्यकता हैं। इस समय सबका मुख्य लक्ष्य कोविड वैक्सीन का वैक्सीनशन होना जरूरी हैं वर्तमान समय में देश में कोरोना वैक्सीनशन की रफ्तार लगभग 34 लाख हैं जिसे 40 लाख से 45 लाख प्रतिदिन करने की जरूरत हैं। अभी तक देश में 60 वर्ष से ऊपर के लोगों को ही वैक्सीन दी जा रही थी पर अब 1 अप्रैल से 45 वर्ष के ऊपर के सभी व्यक्तियों को वैक्सीन दी जाएगी।

रिपोर्ट में ये भी बताया गया हैं कि देश के कुछ राज्य जैसे कि तमिलनाडु, पंजाब, पश्चिम बंगाल, महाराष्ट्र और आंध्रप्रदेश में 60 साल से अधिक उम्र के लोगों को कोरोना की वैक्सीन देने का कार्यक्रम काफी धीमी रफ्तार से चल रहा हैं जो एक चिंता का विषय हैं।