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Gulshan Kumar Death Anniversary: अंडरवर्ल्ड डॉन अबू सलेम के इशारे पर बाइक सवारों ने गुलशन कुमार पर दागी थीं ताबड़तोड़ 16 गोलियां

Gulshan Kumar Death Anniversary | हमारें देश में ज्यादातर घरों में सुबह की शुरुआत भक्ति गीत सुनकर ही होती है भले ही ऐसा अब कम हो चुका हो लेकिन 80-90 का दशक ऐसा था जब सुबह होते ही घरों में भजनों की कैसेट चलने लगती थी। उन दिनों एक ऐसा नाम था जिसके गाये गए भजन ही अक्सर हमें सुनाई देते थे, हम जिन की बात कर रहे है उनको किसी परिचय की आवश्यकता नहीं है। हम बात कर रहे है टी-सीरीज कंपनी के निर्माता और भजन गायक गुलशन कुमार की।

12 August : Gulshan Kumar Death Anniversary

Gulshan Kumar Death Anniversary

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23 साल की उम्र से किया था ऑडियो कैसेट का काम

आज के दिन ही 24 साल पहले गुलशन कुमार को मंदिर के बाहर ही गोलियों से भून दिया गया था, फ्रूट जूस की दुकान से शुरुआत करने वाले गुलशन कुमार ने अपनी ही कड़ी मेहनत की बदौलत टी-सीरीज को देश की सबसे बड़ी म्यूजिक कंपनी बना दिया था। आज हम आपको उस खौफनाक दिन के बारे में बताते है जब उन्हें मंदिर के बाहर सरेराम 16 गोलियां दागी गई थी।

गुलशन कुमार का जन्म एक पंजाबी परिवार में हुआ था, उनके पिता दिल्ली के दरियागंज में जूस बेचा करते थे, 23 साल की उम्र में परिवार का हाथ बंटाने के लिए उन्होंने एक दुकान ली और उसमें सस्ती दर पर ऑडियो कैसेट बेचने लगे थे। उसके बाद उनके मन में ये विचार आया कि क्यों ना खुद का कुछ काम शुरू किया जाए जिसके बाद उन्होंने खुद की म्यूजिक कंपनी शुरू करने का फैसला किया और आज हम सब जानते है कि टी-सीरीज देश की सबसे बड़ी म्यूजिक कंपनी है।

गुलशन कुमार ने 1983 में टी-सीरीज की नींव रखी थी, उसके बाद वो देश के सबसे बड़े टैक्स पेयर भी बने थे, 90 के दशक में जहां एक तरफ गुलशन कुमार सफलता की सीढ़ियां चढ़ रहे थे तो वहीं उस समय के बॉम्बे में अंडरवर्ल्ड की ताकत बढ़ती जा रही थी। दाऊद इब्राहिम और उसके दाहिने हाथ के रूप में मशहूर अबू सलेम का पूरे बॉम्बे पर कब्जा था।

12 अगस्त 1997 को दहल गई थी म्यूजिक इंडस्ट्री

12 अगस्त 1997 के उस काले दिन को जब गुलशन कुमार हर रोज की तरह मंदिर में आरती कर रहे थे, सुबह के समय 10:40 पर जब मंदिर में पूजा समाप्त करने के बाद जैसे ही मंदिर से निकल कर गाड़ी की तरफ बढ़ रहे थे। तो उसी समय लंबे बालों वाला व्यक्ति उनके सामने आकर चिल्ला कर बोला कि तुमने बहुत पूजा कर ली, अब बाकी पूजा ऊपर जाकर करना। इतना कहते ही उसने गुलशन कुमार को गोली मारनी शुरू कर दी थी।

16 गोलियां दागी थी Gulshan Kumar को

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प्रत्यक्षदर्शियों के अनुसार उस अज्ञात व्यक्ति के साथ दो और लोग भी मौजूद थे जिन्होंने मिलकर गुलशन कुमार को एक साथ 16 गोलियां दागी थी। कुछ ही देर में गुलशन कुमार का शरीर बुरी तरह छलनी हो गया था, उसी समय उनमें से एक हत्यारे ने अंडरवर्ल्ड डॉन अबू सलेम को फोन करके उस बारें में बताया और उसे गुलशन कुमार की आखिरी चीखे सुनाई। गुलशन कुमार की हत्या के आरोप में अब्दुल रउफ को गिरफ्तार कर लिया गया था।

इसके अलावा गुलशन कुमार की हत्या की साजिश रचने के आरोप में उस समय के मशहूर संगीत निर्देशक नदीम को भी गिरफ्तार किया गया था। वर्ष 2001 में रउफ ने अपना गुनाह तो कबुल कर लिया था जिसके बाद 2004 में उसे आजीवन कारावास की सजा सुनाई गई थी लेकिन सजा के बीच में ही वो जेल से भागकर बांग्लादेश चला गया था।

बिखर गया था गुलशन कुमार का परिवार

गुलशन कुमार की निर्मम हत्या होने के बाद उनका परिवार बुरी तरह बिखर गया था, उनके बाद परिवार की जिम्मेदारी उनके बेटे भूषण कुमार पर आ गई थी। भूषण कुमार ने पिता के द्वारा खड़ी की गई टी-सीरीज म्यूजिक कंपनी के कारोबार को बखूबी संभाला। वैष्णो देवी में गहरी आस्था रखने वाले गुलशन कुमार के नाम से वैष्णो देवी में लगातार भंडार चलता रहता है।

गुलशन कुमार के बेटे भूषण कुमार ने दिव्या खोसला से शादी की है, गुलशन कुमार की दो बेटियां है जिनमें बड़ी बेटी तुलसी कुमार सिंगर है तो वहीं छोटी बेटी खुशहाली कुमार मॉडल एवं डिज़ाइनर है।