कौन है नेत्रहीन विवेक मणि, जिनके साथ सेल्फी लेकर पीएम बोले- व्हाट्सएप पर भेज देना’
भारत के माननीय प्रधानमंत्री श्री नरेंद्र मोदी अभी हाल में ही उत्तर प्रदेश के प्रयागराज के दौरे पर थे जहां उन्होंने दिव्यांगजनों को काफी बेशकीमती तोहफे उपहार में दिए थे। यहां परेड मैदान में एक समारोह आयोजित किया गया था जिसमें वृद्धजनों और दिव्यांगजनों को उपकरण वितरित किये गए थे इनमें 26791 दिव्यांगों को और 56000 सहायक सामग्री बुजुर्गों में वितरित करी गई। इतने बड़े पैमाने पर एक साथ दिव्यांगजनों और बुजुर्गों के लिए वितरण करना एक कीर्तिमान भी बन गया है, इनके सबके अलावा प्रधानमंत्री मोदी के द्वारा उन्हें उपहार दिये जाने के कारण यह पल उन सब लोगो के लिए यादगार पल भी बन गया।
किस घटना से हुए विवेक मणि भावुक
इसी समारोह में एक ऐसी घटना भी घटी जिसकी आज पूरे देश मे चर्चा हो रही है, हुआ यूं था कि सहायक सामग्री वितरण के दौरान जब प्रधानमंत्री ने दृष्टिहीन विवेक मणि को फ़ोन उपहार के रूप में दिया तो विवेक प्रधानमंत्री से उपहार लेने के बाद भावुक हो गए और मंच पर ही रोने लगे। मोदी जी ने उन्हें मोबाइल के अलावा स्टिक और कई अन्य तोहफे भी दिए, स्मार्टफोन देने के बाद प्रधानमंत्री ने उनसे पूछा कि क्या उन्हें फोन चलाना और सेल्फी लेना आता है। विवेक मणि मुख्य रूप से प्रतापगढ़ के निवासी है और प्रयागराज में विशेष बीएड का अध्ययन कर रहे है।
उसके बाद पीएम ने फोन के डिस्प्ले को स्क्रोल किया और उसके बाद मणि से सेल्फी लेने को कहा, मणि ने सेल्फी लेने की कोशिश की पर वो इसमे सफल नही हुए तब पीएम ने उन्हें दुबारा सेल्फी लेने को कहा, वैसे तो मणि नेत्रहीन है लेकिन जब उन्होने पीएम के साथ सेल्फी ली तो वो भावुक हो गए।
सेल्फी के बाद व्हाट्सएप करने को कहा
इतना ही नही सेल्फी के बाद पीएम ने विवेक मणि को उन दोनों की सेल्फी व्हाट्सएप करने के लिए कहा, यह सुनकर भी विवेक भावुक हो गए और कहा कि यह उनके लिए कभी ना भूलने वाला पल है, तब मोदी जी ने विवेक को उनके सुरक्षाकर्मियों की सहायता से सेल्फी भेजने को कहा। उस समय प्रधानमंत्री के साथ उत्तर प्रदेश के मुख्यमंत्री श्री योगी आदित्यनाथ भी मौजूद थे।
प्रधानमंत्री श्री नरेंद्र मोदी के द्वारा उपकरण पाने वाले लोगों को मंच पर लाने और वापस ले जाने की जिम्मेदारी अधिकारियों को दी हुई थी। इन सभी अधिकारियों में डीएम (DM) भानु चंद्र गोस्वामी, सीडीओ (CDO) आशीष कुमार, जिला समाज कल्याण अधिकारी प्रवीण सिंह और डीपीआरओ (DPRO) रेणु श्रीवास्तव भी शामिल थी।