सर्दियों के मौसम में जरूर खाएं ये 3 तरह के साग, कोसों दूर रहेंगी बीमारियां
सर्दियों के मौसम में गरम-गरम वस्तुएँ खाने में बड़ी ही अच्छी लगती हैं| इतना ही नहीं ठंड के दिनों में वहीं वस्तुएँ खाने में अच्छी लगती हैं जिन वस्तुओं की तासीर गरम होती हैं या फिर वो वस्तुएँ जो ठंड के दिनों में आपको होने वाले सर्दी-जुकाम से बचा कर रखे| ऐसे में आज हम आपको उन वस्तुओं के बारे में बताने जा रहे हैं जो ना सिर्फ खाने में स्वादिष्ट हैं बल्कि उनके सेवन से आप बीमारियों से कोसों दूर रहेंगे| दरअसल हम बात चना के साग, बथुआ और सरसों के साग के बारे में कर रहे हैं|
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आपकी जानकारी के लिए बता दें कि सरसों के साग में कैलोरी, फैट, कार्बोहाइड्रेट, फाइबर, शुगर, पोटेशियम, विटामिन ए, सी, डी, बी 12, मैग्नीशियम, आयरन और कैल्शियम भरपूर मात्रा में पायी जाती हैं, जो हमारे स्वास्थ्य के लिए अतिमहत्वपूर्ण है| दरअसल मक्के की रोटी और सरसों का साग पंजाब राज्य का सबसे प्रसिद्ध भोज्य पदार्थ हैं और यह स्वास्थ्य के लिए बहुत लाभदायक हैं|
दूसरी ओर यदि बथुआ की बात की जाए तो यह आयरन का स्रोत हैं| इसलिए यदि किसी को रक्त की कमी हैं तो वह बथुआ का सेवन करे क्योंकि बथुआ शरीर में हुयी रक्त की कमी को दूर करता हैं| इसके अलावा यदि बथुआ को उबाल कर इसके जूस का सेवन या फिर इसकी सब्जी बना कर सेवन करने से चर्म रोग, सफ़ेद दाग, खुजली, फोड़े-फुंसी और कुष्ठ रोग दूर होते हैं|
वही चना का साग हमारे शरीर में प्रोटीन की कमी दूर करता हैं| इसलिए इसे प्रोटीन का राजा कहा जाता हैं| दरअसल रक्त के बहाव को रोकने के लिए कॉपर और मैगनीज जैसे माइक्रोन्यूट्रियंट्स का होना बेहद जरूरी होता हैं और चना का साग मैगनीज का बहुत ही अच्छा स्रोत हैं| सर्दियों में इसके सेवन से शरीर का तापमान बना रहता हैं और यह हमे ठंड लगने से बचाता हैं| दरअसल बहुत सारे लोग इन सभी चीजों का सेवन नहीं करते क्योंकि उन्हें इनके फायदे के बारे में नहीं मालूम होता हैं|