UPSC 2017 : जानें सिविल सेवा परीक्षा के टॉपर दुरिशेट्टी अनुदीप और अनु कुमारी का सक्सेस मंत्र
जैसा की हम सभी जानते है की हमारे देश में सरकारी नौकरी पाने की सभी मे काफी ललक होती है और सभी छात्र-छात्राएँ इसके लिए काफी मेहनत से तैयारी भी करते है। बता दें की अभी संघ लोक सेवा आयोग (UPSC) की सिविल सेवा परीक्षा-2017 का परिणाम घोषित कर दिया गया है जिसमे भारतीय राजस्व सेवा अधिकारी दुरिशेट्टी अनुदीप ने देश में पहला स्थान प्राप्त कर परिकसा में टॉप किया है और इस तरह से देखा जाए तो लगातार पिछले तीन वर्षों से लगातार महिला अभ्यर्थियों के इस प्रतिष्ठित परीक्षा में टॉप करने का सिलसिला भी टूट गया।
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जानकारी के लिए बता दें की जून महीने में हुई इस परीक्षा के अंतिम नतीजे आज घोषित कर दिये गए हैं जिसमे अनु कुमारी और सचिन गुप्ता को क्रमश: दूसरी और तीसरी रैंक मिली है। अपनी सफलता का श्रेय उन सभी लोगों को देते हुए जिन्होने उनकी मदद की है अनुदिप बताते है की मेरा टॉपर बनने के सफर आसान नहीं था। हैदराबाद के तेलंगाना में रहने वाले अनुदीप का सिविल सेवा परीक्षा में ऐच्छिक विषय मानव-विज्ञान (Anthropology) था। बता दें की उन्होंने राजस्थान के बिट्स पिलानी से इलेक्ट्रॉनिक एंड इंस्ट्रूमेंटेशन इंजीनियरिंग में स्नातक किया है।
इसके अलावा बात करें दूसरी रैंक पाने वाली अनु की तो आपको बता दें की अनु को महिला अभ्यर्थियों में शीर्ष रैंक प्राप्त हुआ है। उन्होंने दिल्ली यूनिवर्सिटी से भौतिकी में बीएससी (ऑनर्स) और आईएमटी नागपुर से एमबीए (वित्त एवं विपणन) किया है। 31 साल की अनु शादीशुदा हैं और उनके 4 साल का एक बेटा भी है। अनु बताती हैं कि मेरी नौकरी अच्छी थी लेकिन मुझे अंदर से कोई संतुष्टी नहीं मिल रही थी, सब कुछ मैकेनिकल हो गया था जबकि मैं समाज के लिए कुछ करना चाहती थी इसलिए मैंने नौकरी छोड़ने की सोची।
I used to study 10-12 hours a day. This is like a dream come true. This feeling has still not sunk in. My first preference will be IAS as I want to stay in my country & serve the people here: Anu Kumari, Second rank holder of the Civil Service examination 2017 #Haryana pic.twitter.com/9a1E9QQHkU
— ANI (@ANI) April 28, 2018
अनु बताती हैं कि नौकरी छोड़ने के बाद उन्होने बिना कोई कोचिंग के खुद से पढ़ाई करके ही उन्होंने यह मुकाम हासिल किया। वो बताती हैं कि उन्होंने इससे पहले पिछली बार भी यह परीक्षा दी थी मगर 1 नंबर से प्री मे पास होने से चूक गयी थी। चूंकि यह उनका पहला अटैम्प्ट था तो इसलिए वो घबरिई नहीं और अबकी बार उंकोने अपना मुकाम हासिल कर ही लिया।