Unknown Facts : तो इस वजह से NASA दुबारा नहीं गया चांद पर
Youthtrend News Desk : चांद की दुनिया को लेकर हर कोई उत्साहित रहता हैं चांद पर जीवन हैं या नहीं इसको लेकर भी बहुत चर्चाएं होती रहती हैं, दुनिया भर की स्पेस एजेंसी अपने-अपने स्पेस शटल भेजते रहते हैं ताकि चांद के बारें में ज्यादा से ज्यादा जानकारी जुटा सकें। आज से 51 साल पहले यानी 20 जुलाई 1969 को पहली बार किसी इंसान ने अपने कदम चांद पर रखे थे, इस व्यक्ति का नाम था नील आर्मस्ट्रांग जिसे अमेरिका की स्पेस एजेंसी ने चंद की धरती पर भेजा था। इसके बाद अमेरिका ने अंतरिक्ष में बहुत से स्पेस मिशन के द्वारा काफी एस्ट्रोनॉट को चांद की धरती पर उतारा, 1972 में आखिरी व्यक्ति चांद पर पहुंचे थे, उसके बाद किसी भी देश का कोई भी एस्ट्रोनॉट चांद पर नहीं गया। आज के इस लेख में हम इसके बारें में जानने की कोशिश करेंगे।
किसने चांद पर रखा था पहला कदम और क्या अजीब हुआ था जब
वैसे तो अब तक चांद पर किसी इंसान की उपस्थिति 5 बार दर्ज हो चुकी हैं, आखिरी बार 1972 में कोई अंतरिक्ष यात्री चांद पर गया था, पहली बार 1969 में अमेरिका के एक मिशन अपोलो 11 को लांच किया गया था जिसमें तीन अंतरिक्ष यात्री नील आर्मस्ट्रांग भी थे, उस मिशन के समय अमेरिकी स्पेस एजेंसी NASA पूरे समय अंतरिक्ष यात्रियों के साथ संपर्क में थे। उस समय एस्ट्रोनॉट और नासा के बीच हुई सभी बातचीत को टीवी और रेडियो पर लाइव सुनाई गई थी लेकिन उन में से कुछ मिनट की बातचीत को नासा ने हटा दिया था, आखिर ऐसा क्या था उसमें।
बहुत से हैकरो ने नासा के सिस्टम को हैक करके उस रिकॉर्डिंग को ढूंढ लिया जिसे नासा ने हटा दिया था, उस रिकॉर्डिंग में जो सामने आया वो थोड़ा डराने वाला था, उसमें नील आर्मस्ट्रांग के द्वारा ये कहा गया था कि चांद पर उनके जहाज के अलावा दूसरी दुनिया के स्पेसशिप भी हैं जो उन पर नजर रखे हुए हैं, इससे एक बात तो समझ में आती हैं कि हो ना हो एलियंस की दुनिया अभी भी हैं।
आखिर क्यों 1972 के बाद नासा ने किसी इंसान को अंतरिक्ष पर नहीं भेजा
किसी इंसान ने आखिरी बार 1972 में चांद पर कदम रखा, उसके बाद नासा ने और भी चांद पर जाने के लिए स्पेस मिशन की तैयारी की पर अंत समय में बजट का हवाला देते हुए उन्हें रद्द कर दिया पर इस बात पर भरोसा करना बहुत ही मुश्किल हैं कि नासा के पास बजट की कमी थी, कहा जाता हैं कि चांद के बारें में नासा को कुछ ऐसा पता चल गया था जिसे अगर वो सब को बताते तो पूरी दुनिया में डर का माहौल पैदा हो सकता था।
वीडियो से मचा तहलका
तकरीबन 12 साल पहले यूट्यूब पर एक यूजर के द्वारा एक वीडियो अपलोड किया गया था जिसमें सोवियत संघ और अमेरिका के द्वारा 1976 में लांच किए गए अपोलो 20 मिशन से जुड़ी जानकारी थी, बताया जाता हैं कि इस मिशन में भी इंसान चांद पर गया था पर इस बारें में पूरी दुनिया को कुछ भी नहीं पता हैं, उस वीडियो में एक फीमेल डेड बॉडी दिखाई दी थी जिसका नाम मोनालिसा 1 रखा गया था।
नासा ने इस वीडियो को पूरी तरह झूठ करार कर दिया था, उस मिशन में एस्ट्रोनॉट को चांद पर एक टूटा हुआ एलियन स्पेसशिप दिखाई दिया था, उसे देखने पर ऐसा लग रहा था कि वो काफी लंबे समय से ऐसा ही पड़ा हुआ हैं, जब वो अंतरिक्ष यात्री उस टूटे हुए स्पेसशिप में गए तो उन्हें वहां दो एलियंस की डेड बॉडी मिली जिसमें एक मेल और एक फीमेल थी।
उस फीमेल एलियन की डेड बॉडी को अमेरिका की एक गुप्त जगह लाया गया जिसे एरिया 51 के नाम से जाना जाता हैं, भले ही अमेरिका की स्पेस एजेंसी नासा ने इस वीडियो को पूरी तरह से झूठ कहकर नकार दिया हो लेकिन बहुत से यूएफओ एक्सपर्ट इस वीडियो का समर्थन करते हुए नजर आए, इसके अलावा इस वीडियो को अपलोड करने वाले लोग एकदम से गायब क्यों हो गए ये बात भी संदेह पैदा करती हैं।
Visuals from the launch of the anti satellite missile used in Mission Shakti