जब ट्रैफिक पुलिस ने रोक दिया पीएम मोदी की कार, फिर उन्होने जो किया जानकरआप भी दंग रह जायेंगे
हमारे भारतीय संविधान में हर एक नागरिक को समानता का अधिकार हैं| चाहे वो आम आदमी हो या खास सभी को समान अधिकार हैं| भले ही हमारे यहा ख़ास लोगों को अच्छी सुरक्षा दी जाती है लेकिन इसका ये मतलब नहीं कि वो नियमों का उलंघन करें| इसी बात को ध्यान में रखते हुये सड़क पर खड़े ट्रैफिक हवलदारों को हमेशा लोगों की सुरक्षा का काफी ध्यान रखना पड़ता हैं| इन ट्रैफिक हवलदारों को देश के वीआईपी लोगों को हमेशा अलग सुरक्षा देनी पड़ती हैं तो वहीँ आम लोगों को सुरक्षा की भी व्यवस्था करनी पड़ती हैं|
आप सभी देश की पहली महिला आईपीएस किरण बेदी के बारे में जानते ही हैं की उन्होने तत्कालीन प्रधानमंत्री इंदिरा गांधी की गाड़ी का चालान कर दिया था जिससे पूरे देश में तहलका मच गया था और हर कोई उनकी हिम्मत की तारीफ कर रहा था| इसी तरह का एक घटना और हमारे सामने आया हैं जो की हमारे देश के पीएम श्री नरेंद्र मोदी जी के साथ जुड़ा है| हालांकि यह घटना कुछ ऐसा है जब एक ट्रैफिक हवलदार ने उनकी गाड़ी को रोक दिया था|
यह भी पढ़ें : पीएम मोदी के मन की बात इस बार कहा कुछ खास, स्टूडेंट्स को भी दिये कई अहम सलाह
जिसके बाद मोदी जी ने उस हवलदार के साथ जो किया वो जानकर सभी ने उनकी तारीफे की| हम आपको एक बात बता दे दरअसल यह घटना नरेंद्र मोदी के पीएम बनने से पहले की है जिसके बारे में शायद ही किसी को मालूम हो| यह बात थोड़ी पुरानी है लेकिन उस समय में भी मोदी जी काफी प्रसिद्ध थे। उस समय मोदी भाजपा के प्रभारी थे और अटल बिहारी वाजपेयी प्रधानमंत्री। यह घटना 1998 में हुआ था| मध्य प्रदेश के जगदलपुर में तत्कालीन प्रधानमंत्री अटल बिहारी वाजपेयी की सभा थी।
सभा में भाजपा प्रभारी नरेंद्र मोदी भी पहुंचे थे। इसी सभा के बाद उन्हें भोपाल आना था, इसलिए वे रायपुर से एक छोटे विमान में सवार हुए और भोपाल हवाई अड्डे पर उतरे।मोदी जी भाजपा कार्यालय द्वारा भेजी गई एम्बेसेडर में सवार हो गए। रास्ते में हमीदिया अस्पताल के पास अचानक ट्रैफिक हवलदार ने उनकी कार रोक दी। कुछ समय बाद पता चला कि मध्य प्रदेश के तत्कालीन मुख्यमंत्री दिग्विजय सिंह का काफिला गुजर रहा है इसलिए ट्रैफिक रोका गया है|
हालांकि उनके ड्राइवर ने हवलदार से कहा की कार में भाजपा प्रभारी नरेंद्र मोदी बैठे हैं। लेकिन हवलदार ने एक न सुनी और उसने कार को को वही रोक दिया। मुख्यमंत्री दिग्विजय सिंह के काफिला गुजरने के बाद जब ट्रैफिक खोला गया तो मोदी जी ने अपनी कार में से ही उस ट्रैफिक हवलदार को ईमानदारी से अपनी ड्यूटी करने के लिए शाबाशी दी और हँसते हुए उसका हौसला बढ़ाया|