बीपी की परेशानी है तो दवाईयों की जगह अपनाएं ये तरीका, कहीं ज्यादा है असरदार
तनावभरी जिंदगी के कारण हाई ब्लड प्रेशर की समस्या दिनों-दिन बढ़ रही हैं। हर दूसरे व्यक्ति को हाई ब्लड प्रेशर की शिकायत है। इसके कारण कई गंभीर बीमारियां होने का खतरा रहता है। इस जीवन शैली के कारण शारीरिक गतिविधियों की कमी, मोटापा, तनाव, खान-पान में लापरवाही और धूम्रपान या नशें की आदत के चलते लोग उच्च रक्तचाप से पीड़ित हो रहे हैं। उच्च रक्तचाप एक गंभीर रोग है क्योंकि सही समय पर इलाज न होने पर इससे हार्ट अटैक, ब्रेन हैंमरेज आदि की संभावना रहती है। उच्च रक्तचाप को मूक हत्यारा भी कहते हैं क्योंकि यह जानलेवा भी हो सकता है। हालांकि बाजार में उच्च रक्तचाप के लिए बहुत सारी दवाइयां उपलब्ध हैं। लेकिन कई लोग कुदरती उपचार को प्राथमिकता देते हैं। जानिए कुछ ऐसे ही हर्ब्स के बारे में जो उच्च रक्तचाप को नीचे लाने में काफी सहायक साबित होते हैं।
बीपी की परेशानी जानलेवा है, पर एक ऐसा ‘रामबाण’ भी है जो इससे लड़ने की ताकत देती है। असर भी इतनी तेजी से कि डॉक्टर की दवाई न कर पाए।
जब रक्त की धमनियों का प्रेशर 140/90 तक पहुंच जाए तो उसे हाइपरटेंशन कहते हैं। इससे ब्रेन स्ट्रोक, हार्ट, किडनी और आंखों की बीमारियों का खतरा दो से तीन गुना बढ़ जाता है। वजह, हाई बीपी होने पर ब्लड वेसल्स पर दबाव बनता है और वे सिकुड़ जाती हैं। इससे दिल को ब्लड पंप करने के लिए ज्यादा मेहनत करनी पड़ती है। अक्सर लोग ब्लड प्रेशर को बीमारी नहीं मानते, जबकि यह गंभीर बीमारियों की मूल जड़ होती है।
ब्लड प्रेशर होने के कारण
खानदानी यानी पैरंट्स या फैमिली में दूसरे करीबी को हो, तो हाई बीपी होने के चांस 20-25 फीसदी तक बढ़ जाते हैं। मोटापा, एक्सरसाइज न करना, तला-भुना खाना, तनाव, स्मोकिंग आदि के अलावा किडनी की बीमारी, थायरॉयड, ट्यूमर आदि बीमारियां भी बीपी की वजह बनती हैं।
कितनी रीडिंग नॉर्मल
ब्लडप्रेशर अपर बीपी लोअर बीपी
नॉर्मल 130 से नीचे और 85 से नीचे
प्री-हाइपरटेंशन 130-139 और 85-89
हाइपरटेंशन 140 और 90+
कैसे ब्लड प्रेशर से छुटकारा पाएं
– रोजाना 45 मिनट की एक्सरसाइज करें। इसमें ब्रिस्क वॉक, जॉगिंग, साइकलिंग, स्विमिंग, एरोबिक्स, डांस आदि शामिल हैं। वॉक में 1 मिनट में 40-50 कदम, ब्रिस्क वॉक में 1 मिनट में 75-80 कदम और जॉगिंग में 150-160 कदम चलना चाहिए।
– यदि तेज नहीं चल पाते हैं तो रोजाना कम से कम पांच किलोमीटर चलें। दिल के मरीज हैं तो एक्सरसाइज से पहले डॉक्टर से संपर्क करें।
– नमक की मात्रा कम करनी होगी। सलाद पर नमक न डालें। पापड़ खाने से बचें। दिन भर में आधा चम्मच से ज्यादा नमक न खाएं।
– वजन को कंट्रोल में रखें। बार-बार वजन को चेक करवाते रहें।
– अपनी हॉबी के लिए टाइम निकालें। खेलते हैं या गाना सुनना पसंद है तो टाइम दें।
– फल और हाई-फाइबर वाली चीजें (गेहूं, ज्वार, बाजरा, जई, दलिया, स्प्राउट्स, ओट्स, चना, दाल, ब्राउन राइस आदि) ज्यादा खाएं।