टीबी रोग होने के पीछे होते हैं ये मुख्य कारण, एक बार जरूर जान लेें वरना बाद में पछताएंगे आप
टीबी एक संक्रामक बिमारी है जो आसानी से एक मनुष्य से दूसरे मनुष्य के अंदर फैल जाती है। टीबी के बैक्टीरिया बहुत तरीको से मनुष्य के शरीर में प्रवेश करते हैं। टीबी को भारत में क्षय रोग भी कहते हैं। इस रोग के होने से शरीर में दुर्बलता आती है, रोगी का शरीर कमजोर हो जाती है और वजन कम होने लगता है। थकावट महसूस होता रहती है। टीबी के बैक्टीरिया इतने छोटे होते हैं कि उनकी पहचान एक्स-रे के माध्यम से ही की जा सकती है अगर आप इन तीन कारणों को जान लें जिस वजह से टीबी होती है तो काफी हद तक इस बीमारी से बचा जा सकता है।
ये हैं टीबी होने के तीन कारण :
पोषक तत्वों की कमी के कारण
टीबी की बीमारी पोषक तत्वों की कमी के कारण भी होती है। जिन लोगों के शरीर में भारी पोषक मात्रा की कमी होती है उन्हें ये बीमारी ज्यादा लगती है। अगर आप इस बीमारी से छुटकारा पाना चाहते हैं तो पोषक तत्वों का जरूर सेवन करें।
रोगी के संपर्क में रहने से
किसी भी टीबी के रोगी के संपर्क में रहने से टीबी के बैक्टीरिया शरीर में फैल जाते हैं और तो और रोेगी के खांसने , थूकने, छींकने भर से किसी स्वास्थ्य मनुष्य के शरीर के अंदर ये बैक्टीरिया प्रवेश कर जाता है। ये एक ऐसा रोग है जो रोगी के साथ खाने,पानी पीने या साथ रहने से भी दूसरे व्यक्ति को ये रोग हो जाता है। ये छुआ छूत की बीमारी है। जिसको टीबी की बीमारी होती है उस इंसान से कम से कम ३-४ फुट दूर रहना चाहिए।
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धूम्रपान और अल्कोहल
बहुत अधिक धूम्रपान करने और नशीली दवाओं का प्रयोग करने से टीबी का खतरा रहता है। जिनको धूम्रपान की लत हो और उन्हें टीबी की बीमारी हो तो ऐसे व्यक्तियों से स्वास्थ्य व्यक्ती को दूर ही रहना चाहिए। नहीं तो स्वास्थ्य व्यक्ति में भी टीबी के बैक्टीरिया चले जा सकते हैं। और उन्हें टीबी जैसी बुरी बीमारी लग सकती है।