Father’s Day पर सचिन तेंदुलकर ने साझा किया भावुक कर देने वाला वीडियो
Father’s Day | कहा जाता है कि जिस घर में माता-पिता का साया नहीं होता वो घर नहीं केवल चार दीवारों के ढांचा मात्र बन कर रह जाता है, मां-बाप से व्यक्ति बहुत कुछ सीखता है, माता-पिता के होने से सभी मुश्किल आसानी होने लगती है। आज Father’s Day है और हर कोई अपने पिता के साथ ये खुशियां मना रहे है, जिन लोगों ने अपने पिता को खो दिया है वो उन्हें याद करते-करते उनके साथ बिताए हुए सुनहरे पल को याद कर रहे है।
पिता नारियल की तरह होते है जो बाहर से भले ही सख्त दिखाई दे लेकिन अंदर से बड़े ही कोमल होते है, नीम की तरह भले ही वो आपको कड़वे लगे लेकिन हमेशा अपने बच्चों को ठंडी छाया प्रदान करते है। किसी भी व्यक्ति को नाम उसके पिता से ही मिलता है और पिता से उसका वजूद होता है। Father’s day के दिन देश के महान क्रिकेटर सचिन तेंदुलकर ने आज सोशल मीडिया पर भावुक कर देने वाला एक वीडियो शेयर किया है।
Father’s Day: सचिन ने शेयर किया ‘ख़ास’ वीडियो
Father’s Day 2021: Messages, Wishes and Quotes | पिता पर अनमोल विचार
सचिन तेंदुलकर ने अपने पिता रमेश तेंदुलकर को याद करते हुए एक वीडियो शेयर किया, वीडियो में दिखाई दे रहा है कि सचिन किस तरह एक झूले पर बैठे हुए है और अपने पिता के बारे में बता रहे है। मास्टर ब्लास्टर सचिन ने बताया कि जिस झूले पर बैठे हुए है दरअसल वो कोई झूला नहीं है बल्कि वो एक पालना है जिस पर उनके पिता बड़े हुए थे, उनके लिए उनके पिता की यादें बहुत अनमोल है।
सचिन ने बताया कि उनके पिता के साथ उनका काफी करीबी रिश्ता था, जब भी वो इस झूले पर बैठते है तो उन्हें अपने पिता के साथ बिताए सुनहरे पल याद आने लगते है। सचिन ने कहा कि उनकी मां ने खुद उनसे कहा था कि अगर तुम इस पालने को झूले में बदल सको तो बहुत बढ़िया होगा तो इसलिए उन्होने इस पालने को झूले का रूप दे दिया।
विश्व कप के दौरान खो दिया था सचिन ने पिता को
सचिन के पिता रमेश तेंदुलकर मशहूर मराठी नॉवेलिस्ट थे, सचिन जब मात्र 26 वर्ष के थे तब उनके पिता का देहांत हो गया था, जब सचिन 1999 में विश्व कप खेलने के लिए इंग्लैंड गए हुए थे तो जिम्बाब्वे के खिलाफ होने वाले मैच से पहले ही सचिन के पिता का निधन हो गया था। जिसके बाद सचिन परिवार के साथ समय बिताने के लिए भारत वापस आ गए थे लेकिन 3 दिन रुकने के बाद वो फिर से इंग्लैंड विश्व कप खेलने के लिए चले गए थे।
अपनी सारी उपलब्धियों का श्रेय दिया पिता को
पिता के देहांत के बाद जब सचिन दुबारा विश्व कप खेलने पहुँचे तो अगले ही मैच में उन्होंने केन्या के खिलाफ बेहतरीन शतक जड़ा था जिसकी वजह से भारत ने केन्या को हराया और विश्व कप में आगे का सफर तय किया। शतक जड़ने के बाद सचिन ने आसमान की तरफ देखकर अपने पिता को याद किया और उन्होंने अपनी पारी अपने पिता को समर्पित की। सचिन ने अपने क्रिकेट करियर में जितनी भी उपलब्धियां हासिल की उनके लिए उन्होंने अपने पिता को श्रेय दिया।