क्या है पीएम मोदी का “8 अंक” से कनेक्शन, जानकार आप खुद भी रह जाएंगे हैरान
8 नवंबर 2016 की रात कौन भूल सकता है, ठीक रात 8 बजे प्रधानमंत्री मोदी ने देश को संबोधित किया था ( जैसे कि कल रात को उन्होने किया )। 2016 में पीएम मोदी के इस संबोधन ने ना जाने कितने लोगों के पैरों तले जमीन खिसका दी। उन्होंने 1000 और 500 के पुराने नोटों को एक झटके में कागज का टुकड़ा बना दिया था। पीएम मोदी के जीवन से जुड़ी तमाम घटनाएं और उनके महत्वपूर्ण निर्णयों में हमेशा 8 अंकों को विशेष संयोग देखने को मिला है। अंकज्योतिष में 8, 17 और 26 के अंको का योग 8 होता है, जिसे अंक ज्योतिष शास्त्र में मूलांक कहा जाता है।
पीएम मोदी का “8 अंक” से कनेक्शन
सबसे पहले तो आपको बता दें कि पीएम मोदी के जन्म की तारीख 17 सितंबर है और इसका गुणांक, 1+7= 8
आपको यह भी बता दें कि प्रधानमंत्री बनने से पहले जब नरेंद्र मोदी ने चौथी बार गुजरात के सीएम की शपथ ली थी उस दिन कि तारीख थी 26 दिसंबर और इसका गुणांक, 2+6= 8
2014 के लोकसभा चुनाव का कैंपेन शुरू करने की तारीख थी 26 मार्च और इसका गुणांक, 2+8= 8
वह ऐतिहासिक दिन जब नरेंद्र मोदी पहली बार प्रधानमंत्री बनने की शपथ लिए वह तारीख थी 26 मई जिसका गुणांक, 2+6= 8
भ्रष्ट नागरिकों, कर्मचारियों तथा अधिकारियों के लिए उनके जीवन का वो काला दिन जब पीएम ने नोटबंदी का फैसला किया उसकी तारीख 08 नवंबर और इसका गुणांक, 0+8=8
यह संयोग मात्र ही नहीं है
इसके अलावा लोकसभा चुनाव 2019 के लिए प्रधानमंत्री मोदी के नामांकन की तारीख थी 26 अप्रैल जिसका गुणांक भी 2+6= 8
आपको याद होना चाहिए कि प्रधानमंत्री मुद्रा योजना शुरुवात करने की तारीख 8 अप्रैल थी और इसका गुणांक, 0+8= 8
सिर्फ इतना ही नहीं बल्कि पुलवामा हमले के बाद उसका बदला लेते हुए पाकिस्तान के बालाकोट में एयर स्ट्राइक करने का निर्णय की तारीख थी 26 फरवरी और इसका गुणांक, 2+6= 8
वह बेहद खास मौका जब मोदी सरकार के सफल 5 साल के बाद जनता ने 17वीं लोकसभा में नरेंद्र मोदी का दोबारा प्रधानमंत्री बनाया और उस तारीख का गुणांक था 1+7= 8
इसके बाद आपको बता दें कि प्रधानमंत्री मोदी का जन्म वृश्चिक लग्न में हुआ है और ज्योतिष शास्त्र के अनुसार वृश्चिक लग्न को 8 नंबर की लग्न माना गया है। इन सब बातों से यह स्पष्ट होता है कि पीएम मोदी के जीवन में नंबर 8 का बड़ा ही बड़ा रोल है, अब आप इसे किसी भी तरह से मान लीजिये या तो सोचा समझा हो या फिर संयोगवश।