भूल से भी LIC ग्राहक ना करें ये 7 गलतियां, वरना हो जाएगी मुश्किल
देशभर में भारतीय जीवन बीमा निगम (LIC) के पॉलिसी होल्डर्स की कमी नहीं है। करोड़ों लोग एलआईसी पर भरोसा करते हैं और इसकी ही पॉलिसी अपनाते हैं। एलआईसी के पॉलिसी होल्डर्स को पॉलिसी लेते हुए बहुत सी चीजों का ध्यान रखना चाहिए जिससे वह धोखाधड़ी से आसानी से बच सकें क्योंकि बहुत से फ्रॉड आपको पॉलिसी के नाम पर लूट लेते हैं और आप कुछ समझ ही नहीं पाते हैं। दरअसल निवेश को सुरक्षित और जीवन को आसान बनाने के लिए ज्यादातर लोग LIC को अधिक भरोसेमंद मानते हैं और इसमें निवेश करते हैं। आप सभी को फ्रॉड और धोखेबाज लोगों से जो पॉलिसी के नाम पर आपको पागल बनाते है तो इसलिए एलआईसी की तरफ से भी अब बैंकों की तरह ही एडवाइजरी जारी की जाती है जिसमें फ्रॉड से दूर रहने के टिप्स दिए जाते हैं।
सभी लोग जो LIC में निवेश करते हैं तो उन लोगों को पॉलिसी लेते समय कुछ जरुरी बातों को ध्यान में रखना पड़ेगा जिसके बारे में हम आपको बताने जा रहे हैं।
LIC ग्राहक ध्यान दें
1. आप अगर पॉलिसी प्रीमियम भरने के लिए जो चेक देते हैं तो ध्यान रहे कि चेक केवल Life Insurance corporation of India के फेवर में ही हो। आपको इसके अलावा कोई दूसरे किसी नाम से चेक देने के लिए बोलता है तो आप चेक बिलकुल न दें और ऐसा होने पर इसकी जानकारी एलआईसी को जल्द से जल्द दें।
2. LIC के पॉलिसी होल्डर्स हमेशा अपनी पॉलिसी का स्टेटस www.licindia.in की वेबसाइट पर चेक करते रहें और अपनी पॉलिसी को अपडेट कराने के लिए नई पॉलिसी की जानकारी लेते रहें।
3. पॉलिसी लेते वक्त इस बात का अवश्य ध्यान रखें कि एजेंट द्वारा दिए गए सभी दस्तावेजों को ध्यान से पढ़े और उसके बाद ही हस्ताक्षर करें। दस्तावेजों पर हस्ताक्षर करने में कोई लापरवाही न बरते और टर्म्स एंड कंडिशन को पढ़ने के लिए अपना पूरा समय लें जिससे आपको आगे चलकर कोई असुविधा न हो।
4. इस बात को अपने जहन में रखें कि कभी भी किसी और को अपनी पॉलिसी केओरिजनल डॉक्यूमेंट न दें। आपको बता दें कि एलआईसी इस बात की अनुमति नहीं देती है कि वह पॉलिसी का ओरिजिनल पेपर किसी भी पॉलिसी होल्डर से कलेक्ट करे।
LIC पॉलिसी लेने के बाद नहीं करें ये गलतियाँ
5. फ्रॉड और धोखेबाज लोगों से सावधान रहें और फोन पर आने वाले पॉलिसी के ऑफर्स से बचें। ज्यादातर फोन पर ऑफर्स देने वाले एलआईसी के एजेंट नहीं होते हैं और खुद को एलआईसी का एजेंट बताते हैं। कोई भी पॉलिसी लेने से पहले अच्छी तरह से जाँच लें कि पॉलिसी के ऑफर्स देने वाला एलआईसी एजेंट ही है।
6. आपको बता दें कि एलआईसी की ओर से पॉलिसी होल्डर पर बोनस या बकाया किस्त से संबंधित कोई फोन नहीं किया जाता है। यदि ऐसे फोन आते हैं जो बोनस या बकाया किस्त के लिए बताते हैं तो वह कॉल स्पैम कॉल हो सकती है। स्पैम कॉल से हमेशा बच के रहना है।
7. LIC के पॉलिसी होल्डर्स हमेशा NEFT के माध्यम से ही एलआईसी को पेमेंट करें और फ्रॉड और धोखेबाजों से बचें। धोखाधड़ी के मामलों को ध्यान में रखते हुए अब एंटी फ्रॉड पॉलिसी के तहत एलआईसी ने सभी पॉलिसी होल्डर्स और एलआईसी से जुड़े अन्य लोगों से अपील की है कि अगर उन्हें किसी तरह की धोखाधड़ी की जानकारी मिलती है तो उसकी सूचना जरूर दें।
आपको बता दें कि हाल ही में एलआईसी के खिलाफ सुप्रीम कोर्ट में एक याचिका दाखिल की गयी थी जिसमें लाइफ इंश्योरेंस कॉर्पोरेशन ऑफ इंडिया पर धोखाधड़ी और लोगों को ठगने का आरोप लगाया गया था। याचिका दाखिल होने से लाइफ इंश्योरेंस कॉर्पोरेशन ऑफ इंडिया यानि एलआईसी पर खतरा मडरा रहा है क्योंकि मनीलाइफ फाउंडेशन की ओर से एक पीआईएल दाखिल करके बाजार से जीवन सरल पॉलिसी बंद कराने की मांग की गई थी।