पीएम मोदी ने शहीदों के सम्मान में देश को समर्पित किया पहला युद्ध स्मारक, जानें इसकी खासियत
भारतीय सैनिकों का बरसों पुराना इंतजार बीते सोमवार को पहले National War Memorial के उद्घाटन के साथ खत्म हुआ| यह स्मारक वीर शहीदों की याद में दिल्ली के इंडिया गेट के नजदीक बनाया गया हैं और इसे सोमवार को प्रधानमंत्री ने देश को समर्पित किया| यह वार मेमोरियल लगभग 22600 जवानों के प्रति सम्मान का प्रतीक हैं| यह स्मारक 40 एकड़ में फैला हैं और इस स्मारक को बनाने में लगभग 176 करोड़ का खर्च आया हैं| छह भुजाओं वाले आकार में बने मेमोरियल के केंद्र में 15 मीटर ऊंचा स्मारक स्तंभ हैं और इसके नीचे अखंड ज्योति जलती रहेगी|
इस स्मारक में भित्ति चित्र, ग्राफिक पैनल, शहीदों के नाम और 21 परमवीर चक्र विजेताओं की मूर्तियां भी लगाई गई हैं। इसके साथ ही स्मारक को चार चक्र पर केंद्रित किया गया है, जिसे अमर चक्र, वीरता चक्र, त्याग चक्र, रक्षक चक्र का नाम दिया गया है। इस स्मारक मे थल सेना, वायुसेना और नौसेना के शहीद जवानों को श्रद्धांजलि दी गई है। बता दें कि इस स्मारक में शहीदों के नाम दीवार की ईंटों पर उभारकर कर लिखे गए है| इसके अंदर एक ऐसी गैलरी का भी निर्माण किया गया हैं, जिसकी दीवारों पर सैनिकों के बहादुरी को प्रदर्शित किया गया हैं|
रोज खुलेगा और प्रवेश भी मुफ्त
आम जनता के लिए नेशनल वॉर मेमोरियल हर दिन खुलेगा और यहां प्रवेश भी मुफ्त रखा गया है। बता दें कि नवंबर से मार्च तक खुलने का समय सुबह 9 बजे से शाम साढ़े छह बजे तक रखा गया है, वहीं अप्रैल से अक्टूबर तक यह सुबह 9 बजे से शाम साढ़े सात बजे तक खुलेगा। इसके अलावा खास दिनों में फूल चढ़ाने के समारोह का आयोजन भी किया जाएगा।
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इस स्मारक की खूबियां
(1) इस स्मारक के निर्माण में कुल 176 करोड़ रुपये की लागत लगी|
(2) इसका डिजाइन वैश्विक प्रतिस्पर्धा के माध्यम से चुना गया था।
(3) मुख्य संरचना को चार चक्रों के रूप में बनाया गया है और इसमें प्रत्येक सशस्त्र बलों के विभिन्न मूल्यों को दर्शाया गया है।
(4) इसे चक्रव्यूह की संरचना से प्रेरणा लेते हुए बनाया गया है।
(5) इसमें चार वृत्ताकार परिसर है और एक ऊंचा स्मृति स्तंभ भी है, जिसके नीचे अखंड ज्योति जलता रहेगा|
(6) नेशनल मेमोरियल स्मारक में आजादी के बाद शहीद हुए 25,942 भारतीय सैनिकों के नाम पत्थरों पर लिखे गए हैं।
(7) यह स्मारक स्थल सशस्त्र बलों के भविष्य के समारोहों के लिए काम करेगा।
अन्य विशेषताएं
(1) आर्टिफिशियल लाइटिंग की गयी हैं और वॉकिंग प्लाजा का भी निर्माण किया गया हैं|
(2) सभी के लिए राष्ट्रीय युद्ध स्मारक परिसर में प्रवेश निशुल्क है।
(3) प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने 2014 लोकसभा चुनाव के दौरान इसका वादा किया था और 2015 में स्वीकृति दी थी और सोमवार को यह देश को समर्पित कर दी गयी|