जिस केदारनाथ गुफा पीएम मोदी कर रहे थें ध्यान, अब जगमगाने लगा 990 रु. किराए वाला वो कमरा
लोकसभा चुनाव 2019 का दौर ख़त्म हो चुका है और अब नतीजों का इंतज़ार है। लेकिन चुनावों के खत्म होने के बावजूद इसकी चर्चा अभी भी न्यूज़ में और सोशल मीडिया में अब भी गर्म है। वहीं चुनाव के आखिरी चरण के मतदान के पहले प्रधानमन्त्री नरेंद्र मोदी की केदारनाथ की तीर्थयात्रा भी चर्चा का बड़ा विषय बानी हुई है।
आपको बता दें 18 मई को प्रधानमंत्री मोदी दो दिवसीय यात्रा पर केदारनाथ पहुंचे थे जहाँ पर उन्होंने बाबा केदारनाथ के दर्शन के मंदिर से सेंध किलोमीटर दूर स्तिथ में रहकर धयान भी किया था। इस पर लोगो की अलग-अलग राय है कोई बोल रहा कि मोदी का चुनाव के पहले जनता का ध्यान खींचने का आखिरी दांव था तो मोदी के समर्थक इसे उनकी आस्था से जोड़ कर देख रहे हैं।
लेकिन इन सब बातों में उस गुफा को भी सुर्खियां मिली जिसमे की प्रधानमन्त्री ने लगभग 17 घंटे बिताये थे। इन 17 घंटो के दौरान मोदी कुछ समय के लिए ध्यान में भी विलीन थे। ध्यान के समय खीचीं गयी मोदी के तस्वीरें सोशल मीडिया पर खूब वायरल हो रही हैं।
कैसा है ये गुफा
बता दें कि मंदिर से 1.5 किलोमीटर दूर स्थित उस गुफा का नाम है रूद्र मैडिटेशन केव है। इस गुफा को गढ़वाल मंडल विकास निगम ने पर्यटन के उद्देश्य से बनाया था। यह गुफा मंदाकिनी नदी के ठीक ऊपर 18 हज़ार फ़ीट पर पहाड़ों को काटकर बनायीं गयी है। इस 5 मीटर लंबी और 3 मीटर चौड़ी यह गुफा के निर्माण में साढ़े 8 लाख रुपये खर्च किए गए हैं। इस गुफा में बिजली, पानी, बाथरूम, फोन जैसी सभी मुलभुत सुविधाएँ उपलब्ध है। बता दें कि खास तौर पर पीएम मोदी के आगमन के पूर्व सुरक्षा के दृष्टिकोण से यहां CCTV कैमरा लगाया गया था। प्रधानमंत्री के आने से पहले गुफा के बाहर कैंप लगाकर कई सुरक्षा गार्ड्स की व्यवस्था भी करवाई गई।
इस गुफा को तैयार किये हुए एक साल हो चुका था लेकिन पर्यटन के लिहाज़ से इसमें किसी ने ख़ास रूचि नहीं दिखाई। गुफा के निर्माण के बाद यह नियम बनाया गया था कि इसमें रहने के लिए कम से कम तीन दिन के लिए बुकिंग करनी होगी लेकिन बाद में इसे बदल दिया गया। पहले इस गुफा का किराया 3000 रुपए रखा गया था, लेकिन बाद में इसे कम कर 990 रुपए कर दिया गया। अब प्रधानमंत्री के योग-साधना के बाद यहां पर्यटकों की बुकिंग के आवेदन आना शुरू हो गए हैं।
प्रधानमंत्री पहले ऐसे व्यक्ति नहीं हैं जिन्होंने इस गुफा में समय बिताया हो इसके पहले महाराष्ट्र के जय शाह इस गुफा में रहे थे. जय इस साल मई में ही इस गुफा में तीन दिन के लिए रहने गए थे (9 मई 11 मई तक), लेकिन उसके बाद से अभी तक यहां कोई नहीं आया था।