इस कालाष्टमी पर करेंगे ये उपाय तो हर काम में मिलेगी सफलता
कालाष्टमी जैसा नाम से ही स्पष्ट है कि इस दौरान काल भैरव की पूजा की जाती हैं शास्त्रों के अनुसार काल भैरव को भगवान शिव का विग्रह रूप माना गया है। वैसे तो भगवान शिव के 19 अवतार है और भैरव को शिव का पांचवा अवतार माना गया है। भैरव दो रूप में प्रसिद्ध है इनमें पहला रूप है बटुक भैरव। बटुक भैरव भक्तों को अभय और सौम्य रूप देने के लिए प्रसिद्ध है। दूसरा रूप है काल भैरव। काल भैरव को आपराधिक गतिविधियों पर नियंत्रण रखने वाले भयंकर दण्डनायक के रूप में माना जाता है। प्रत्येक महीने की कृष्ण पक्ष की अष्टमी को कालाष्टमी के रूप में मनाया जाता है।
कालाष्टमी पर करें यह उपाय
ऐसा माना जाता है कि जो व्यक्ति भैरव भगवान के भक्तों को परेशान करता है ऐसे व्यक्तियों को तीनों लोकों में से किसी भी लोक में जगह नही मिलती। इसी वजह से भैरव भगवान से काल भी डरता है और इसी कारण इन्हें काल भैरव कहा जाता है। काल भैरव के हाथ मे त्रिशूल, डंडा और तलवार होने के कारण इनको दंडपाणि की भी उपाधि दी गई है। अगर आप अपने भाग्य को सौभाग्य में बदलना चाहते है और दुर्भाग्य को दूर करना चाहते है तो आइए इसलिए जानते है भगवान भैरव के ऐसे 5 चमत्कारिक उपाय जिनसे आपका भाग्य चमक सकता है।
कीजिये शिव शंकर की पूजा
अगर आप कालाष्टमी के दिन काल भैरव की कृपा पाना चाहते है तो इस दिन भगवान शिव की पूजा करनी चाहिए। ऐसा माना जाता है कि भगवान शिव के अंश के रुप में ही काल भैरव की उत्पत्ति हुई थी। कालाष्टमी के दिन 21 विल्बपत्र लीजिए और फिर उस पर चंदन से ॐ नमः शिवाय लिखिए और फिर उन विल्बपत्र को शिवलिंग पर चढ़ा दीजिये। यह विधि अपनाने से भगवान भैरव आप पर प्रसन्न होंगे और आपके सभी मनोरथ सिद्ध करेंगे।
भैरव मंदिर जाइये
कालाष्टमी के दिन भगवान भैरव के मंदिर भगवान भैरव के दर्शन करने के लिए जाना चाहिए। भगवान भैरव पर सिन्दूर, नारियल, सरसो का तेल, जलेबी, पुए, चना और चिरौंजी भक्ति भाव से चढ़ानी चाहिए।
दीप प्रज्वलित करें
अगर आप काल भैरव की कृपा पाना चाहते है तो इस दिन भगवान काल भैरव की मूर्ति के सामने सरसो के तेल से भरा दीप प्रज्ज्वलित करें और काल भैरवाष्टकम स्त्रोत का पाठ करें।
भैरव दर्शन करे
अगर आपके मन में कोई मनोकामना है और आप उसे पूरा करना चाहते है तो कालाष्टमी से लेकर अगले चालीस दिनों तक नियमित रूप से काल भैरव के दर्शन कीजिये। इस नियम को अपनाने से काल भैरव आपकी सभी मनोकामनाओ को पूरा करते है। लगातार चालीस दिन तक दर्शन करने की विधि की चालीसा कहा जाता है।
मीठी रोटी खिलाये काले कुत्ते को
काल भैरव की कृपा पाने के लिए कालाष्टमी के दिन काले कुत्ते को रोटी खिलाये। इस उपाय से भगवान भैरव के साथ शनिदेव की भी कृपा मिलती है