बड़ी खबर :जम्मू-कश्मीर में गिर गयी मुफ़्ती सरकार, टूट गया बीजेपी-पीडीपी गठबंधन
जम्मू-कश्मीर में सरकार गिराने के बाद पीडीपी नेता महबूबा मुफ़्ती ने प्रेस कांफ्रेंस कर बड़ा बयान दिया है। महबूब मुफ़्ती ने साफ़ कर दिया है कि उन्हें किसी भी पार्टी का समर्थन नहीं चाहिए वे किसी के साथ सरकार नहीं बनाएंगी। बता दें कि बीजेपी ने मंगलवार को पीडीपी से अपना समर्थन वापस ले लिया है। जिसके बाद बिना समर्थन वाली महबूबा सरकार गिर गयी है।
बीजेपी के पीडीपी के साथ गठबंधन से बाहर आने के बाद महबूबा मुफ़्ती सरकार गिर चुकी है। अब प्रदेश में राष्ट्रपति शासन लगना लगभग तय क्योंकि प्रदेश में अन्य पार्टियों ने सरकार बनाने से इनकार कर दिया है। इस मामले में नेशनल कांफ्रेंस के नेता उमर अब्दुल्ला ने कहा कि मैं गवर्नर से मिला। मैंने उनसे कहा कि राष्ट्रीय सम्मेलन को 2014 में सरकार बनाने के लिए जनादेश नहीं मिला था और हमारे पास 2018 में भी जनादेश नहीं है। हमारे पास संपर्क नहीं किया गया है और हम किसी के पास नहीं आ रहे हैं। अब्दुल्ला ने कहा कि हमने राज्यपाल से भी अनुरोध किया कि राज्यपाल शासन लंबे समय तक लगाया नहीं जाना चाहिए। आखिरकार, लोगों को अपनी सरकार चुनने का अधिकार है। ताजा चुनाव होना चाहिए और हम लोगों के जनादेश को स्वीकार करेंगे।
ऑल इंडिया इत्तेहादुल मुस्लीमीन के अध्यक्ष असदुद्दीन ओवैसी ने राष्ट्रिय सुरक्षा सलाहकार पर निशाना साधा है। ओवैसी ने राष्ट्रीय सुरक्षा सलाहकार पर निशाना साधते हुए कहा कि जब देश का राष्ट्रिय सुरक्षा सलाहकार सारी राजनैतिक पार्टियों को दरकिनार करके सिर्फ एक सत्ताधारी पार्टी के मुखिया से ही क्यों मिलता है। उन्होंने पूछा, आखिर एक राजनीतक दल के मुखिया और राष्ट्रिय सुरक्षा सलाहकार के बीच बैठक में किस मुद्दे पर बात होती होगी।
ओवैसी ने राष्ट्रिय सुरक्षा सलाहकार द्वारा राजनैतिक पार्टी से वार्ता पर सवाल उठाया है इसी बैठक के बाद भाजपा ने पीडीपी से समर्थन वापस ले लिया। दरअसल राष्ट्रिय सुरक्षा सलाहकार केन्द्रीय मंत्रियो के साथ तो वार्ता करता रहा है लेकिन किसी राजनैतिक पार्टी के साथ विचार विमर्श करने की परम्परा नही रही है।