दिन के इस समय बोली गई बात हो जाती है सच
ज्ञान, विवेक और बुद्धि की देवी कहीं जाने वाली माँ सरस्वती अधिष्ठात्री देवी हैं। किसी भी मनुष्य को बुरी राह से बचाने का बीड़ा माँ वीणा वादिनी सरस्वती का हैं| माँ सरस्वती हर मनुष्य को ज्ञान की संपत्ति प्रदान करती हैं| जैसे माँ लक्ष्मी की पुजा धन के लिए की जाती हैं ठीक उसी प्रकार माँ सरस्वती की पुजा ज्ञान प्राप्ति के लिए की जाती हैं| पुराणों में माँ सरस्वती को कमल पर विराजमान दिखाया जाता हैं| कमल जो की कीचड़ में खिलता हैं परंतु कीचड़ कमल को स्पर्श नहीं कर पाता हैं|
अर्थात कमल पर विराजमान माँ सरस्वती हमें इस बात का संदेश देती हैं कि हमें चाहे कितने ही दूषित वातावरण में रहना पड़े, परंतु हमें खुद को इस तरह बनाकर रखना चाहिए कि बुराई हम पर प्रभाव न डाल सके। अर्थात आप कितने भी बुरे वातावरण में रहें परंतु अपने चरित्र का निर्माण इस प्रकार करें की कोई भी बुराई आपके चरित्र पर प्रभाव ना डाल सके|
यह भी पड़े : घर के आटे में चुपचाप डाल दे ये चीजे, पैसो की होगी ऐसी बारिश कि आप संभाल नहीं पाएंगे
हिन्दू धर्म में मां सरस्वती को वाणी या राग की देवी भी कहा जाता है। माना जाता है की माँ सरस्वती 24 घण्टे में एक बार जरूर हर व्यक्ति की जुबान पर आती हैं और जब वो आती हैं तो उस समय बोला गया कोई भी वाक्य अथवा शब्द सच हो जाता हैं। अक्सर आपने देखा होगा की घर के बड़े-बुजुर्ग बच्चों को कुछ भी बुरा या अपशब्द बोलने से मना करते हैं|
बड़े-बुजुर्गो का मानना हैं की कभी भी देवी माँ सरस्वती जीभ पर बैठी हो सकती हैं और आपके जाने-अनजाने में बोली गई बात सच साबित हो सकती है। आपके अनजाने में बोली गयी बात किसी के लिए बुरा साबित हो सकता हैं| इस तरह की बात कोई कोरी कल्पना नहीं बल्कि प्रमाणिक सत्य है। हमेशा ही किसी के बारे में ना कभी बुरा बोलें और ना ही सोचें, क्योंकि माँ सरस्वती कब आपके जीभ पर आ जाए किसी को कुछ नहीं पता होता हैं|
माना जाता हैं की रात को 3:10 से 3:15 तक का समय उत्तम होता है। इस पांच मिनट के दौरान आपके द्वारा बोली गयी कोई भी बात अवश्य सच साबित होती है। यदि आप अपने मन की कामना पूरी करना चाहते हैं तो एक महीने तक लगातार इसी समय पर अपने मन की बात बोलें। माँ सरस्वती आपकी हर इच्छा पूरी करेंगी| परंतु इस दौरान किसी के बारे में बुरा ना बोले और ना सोचे नहीं तो इससे उस व्यक्ति का बुरा हो सकता हैं और आप उसके भुक्तभोगी होंगे क्योंकि किसी का बुरा चाहने वालो का देवी-देवता कभी भी उस व्यक्ति का साथ नहीं देते हैं|