सदी का सबसे लंबा चंद्रग्रहण आज, एक ही रात में होगी तीन खगोलीय घटनाएं
एमपी बिरला इंस्टिट्यूट ऑफ़ फंडामेंटल रिसर्च के अनुसंधान एवं अकादमिक निदेशक डॉ. देबीप्रसाद दुआरी के अनुसार आने वाली 27-28 जुलाई की रात को इस शताब्दी का सबसे लम्बा पूर्ण चन्द्रग्रहण देखने को मिलेगा जो 1 घंटा 43 मिनट तक रहेगा। जबकि पिछला पूर्ण चंद्रग्रहण जो इसी साल 31 जनवरी को दिखाई दिया था वह 1 घंटा 16 मिनट लम्बा था। इस घटना को दुनिया के लगभग हर हिस्से से देखा जा सकेगा वहीँ बात करें अगर भारत की तो यहाँ 27 जुलाई की रात 11:54 पर पूर्ण चंद्रग्रहण लगेगा। इस दौरान चन्द्रमा का रंग हल्का लाल होगा जिसे खगोलीय भाषा में “ब्लड मून” कहते हैं।
क्या है चन्द्रग्रहण
जब सूर्य, पृथ्वी तथा चंद्रमा एक सीधी रेखा में आ जाते हैं अर्थात जब चन्द्रमा पृथ्वी के पीछे उसकी छाया में आता है तो इस प्रक्रिया को चंद्रग्रहण कहते हैं और जब चन्द्रमा पृथ्वी के छाया के केंद्रीय भाग में प्रवेश करता है तो उसे पूर्ण चन्द्रग्रहण कहते हैं।
बता दें कि सूर्यग्रहण के दौरान यदि आप नग्न आँखों से सूर्य को देखते हैं तो सौर्य विकिरण से आप की आँखों को क्षति पहुँचती है। जबकि चन्द्रग्रहण के दौरान ऐसा नहीं होता है अतः आप बिना किसी ख़ास उपकरण के भी चंद्रग्रहण को देख सकते हैं। हालांकि यदि आप एक अच्छा अनुभव प्राप्त करना चाहते हैं तो 4 इंच के व्यास वाले टेलीस्कोप का उपयोग कर सकते हैं।
धार्मिक मान्यताओं के अनुसार चंद्रग्रहण के दौरान किसी भी शुभ चीजों जैसे भगवान की मूर्ति को नहीं छूना चाहिये। इसके अलावा गर्भवती महिलाओं को अपने घरों से बाहर खुले में नहीं निकलना चाहिए।
मंगल ग्रह होगा पृथ्वी के करीब
उन्होंने साथ ही यह भी बताया की इस घटना के 4 दिन बाद यानी 31 जुलाई को 15 सालों बाद पृथ्वी और मंगल के बीच की औसत दूरी जो कि 22.5 करोड़ किलोमीटर है वो घटकर 5.76 करोड़ किलोमीटर होगी। साल 2003 के बाद यह पहला अवसर होगा जब “लाल ग्रह” पृथ्वी के इतना करीब होगा। 2003 में यह दूरी 5.57 करोड़ किलोमीटर थी। इस दौरान मंगल ग्रह पृथ्वी के इतना निकट होगा की उसको नग्न आँखों से भी स्पष्ट रूप से देखा जा सकेगा। इस तरह से हमें इस महीनें पूर्ण चंद्रग्रहण के साथ-साथ मंगल ग्रह को निकटतम दूरी से देखने का मौका मिलेगा।