दर्दनाक: पहले दिल्ली में बुराड़ी कांड और अब झारखंड में इस पूरे परिवार ने की सामूहिक अात्महत्या
अभी हाल ही में दिल्ली के बुराड़ी में पूरे परिवार के सुसाइड करने का मामला सामने आया था और यह मामला अभी ठंडा नहीं हुआ था कि ऐसा ही एक मामला झारखंड के रांची से आ रहा हैं| जहां एक ही परिवार के 7 लोगों ने सामूहिक खुदकुशी कर ली है| इस सामूहिक खुदकुशी की वजह कर्ज माना जा रहा हैं| मृतको में दो बच्चे शामिल हैं| जांच के लिए फॉरेंसिक लैब की टीम को बुलाया गया है| यदि देखा जाए तो यह आत्महत्या का मामला लग रहा हैं लेकिन कुछ कहा नहीं जा सकता हैं|
लेकिन अब फॉरेंसिक लैब की टीम के जांच के बाद ही पता चलेगा की इनकी मौत की असली वजह क्या थी| इस परिवार के मौत का खुलासा तब हुआ, जब दीपक की बेटी को स्कूल ले जाने के लिए वैन घर आई थी| हॉर्न बजाने के बाद भी जब कोई बाहर नहीं आया तो मकान मालिक का बेटा उसे बुलाने चला गया| उसके बाद ही इस परिवार के समूहिक खुदखुशी के बारे में पता चला| इसके बाद पुलिस को इस घटना की जानकारी दी गयी| खुदखुशी की वजह कर्ज माना जा रहा हैं| दीपक झा के बेटे का सिर जन्म से ही बड़ा था। घटनास्थल से सुसाइड नोट में जिक्र है कि उसके इलाज में 25 लाख रुपये खर्च हो चुके थे।
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ऐसा ही मामला झारखंड के हजारीबाग में भी हुआ था| यह परिवार भी कर्ज की वजह से ही खुदखुशी किया था| इस परिवार में नरेश माहेश्वरी, उनके माता-पिता, पत्नी और दो बच्चे शामिल हैं। पुलिस ने बताया की नरेश ने अपार्टमेंट की छत से कूदकर आत्महत्या कर ली तो वहीं उनके माता-पिता व पत्नी ने सीलिंग फैन से फांसी लगा ली थी| जबकि नरेश के बच्चों ने अपना गला रेतकर आत्महत्या कर ली हैं थी| इस मामले में घटनास्थल से एक खत बरामद हुआ है जिसमें लिखा था कि 50 लाख रुपये के कर्ज की वजह से आत्महत्या की गई है। इस समूहिक हत्याकांड ने फिर से बुराड़ी में हुए खौफनाक कांड की याद दिला दी|
जिसमें एक ही परिवार के 11 लोगों ने फांसी लगाकर जान दे दी थी| बुराड़ी हत्याकांड में मरने वालों में 10 की आंखों पर पट्टी बंधी थी और वे रेलिंग से लटके मिले थे, जबकि एक का शव जमीन पर मिला था| बुराड़ी समूहिक हत्याकांड में पुलिस को मृतक के घर से 11 डायरियां मिली थीं, जिसमें मनोवैज्ञानिक विचार लिखे थे और मोक्ष प्राप्ति की विधि लिखी थी| इस तरह के सामूहिक हत्याकांड को देखकर लगता हैं कि आज भी हमारा देश अंधविश्वास कि चंगुल से नहीं निकल पाया हैं| आज भी हमारे देश में अंधविश्वास की पैठ बहुत मजबूत हैं| जहां पर लोग धन प्राप्ति या फिर मोक्ष प्राप्ति के लिए इस तरह की सामूहिक आत्महत्या कर ले रहे हैं|