शनिवार बड़ी एकादशी तुलसी को छू कर बोलें ये 3 शब्द का मंत्र, हर मनोकामना तुरंत होगी पूरी
16 फरवरी 2019, शनिवार यानि आज जया एकादशी का पर्व हैं और इस व्रत को करने की प्रथा सदियों से चली आ रही हैं| इस व्रत को करने से व्यक्ति के सभी कष्ट दूर होते हैं और उससे नकारात्मक ऊर्जाए भी दूर रहती हैं| इसके अलावा इस व्रत को करने वालो को मोक्ष की प्राप्ति होती हैं| बता दें कि माघ माह के शुक्ल पक्ष को पड़ने वाली एकदशी को जया एकादशी कहा जाता हैं और इस अवसर पर भगवान विष्णु की पुजा की जाती हैं| इस एकादशी का महत्व शास्त्रो में धर्मराज युधिष्ठिर और भगवान श्री कृष्ण के बीच बातचीत के रूप में वर्णित हैं| ऐसे में आज हम आपको एक मंत्र बताने जा रहे हैं, जिसे आप आज के दिन तुलसी को छू कर बोल दे क्योंकि इसे करके आप आप अपनी सभी मनोवांछित मनोकामना पूरी कर सकते हैं|
तुलसी को छु कर बोल दे यह मंत्र
इस मंत्र को बोलने के लिए सबसे पहले आपको कुछ नियमों का पालन करना होगा| इसके लिए आप जया एकादशी के दिन जल्दी उठे और नित्य क्रिया से निर्वृत हो जाए और फिर स्नान कर ले और फिर भगवान सूर्य को अर्घ्य दे| भगवान सूर्य को अर्घ्य देने के लिए जल में पीला चन्दन मिला कर अर्घ्य दे| अब अपने घर के मंदिर को गंगा जल से स्वच्छ कर ले और फिर एक स्वच्छ आसन पर बैठ जाए| आसन पर बैठ जाने के बाद सबसे पहले भगवान विष्णु जी का पूजन षोडशोपचार से कर ले|
पूजन के लिए दूध, दही, घी, शक्कर, शहद इत्यादि से भगवान का अभिषेक करे और फिर भगवान के नामों से पंचामृत से उनको स्नान करवाएँ| उसके बाद आप माँ तुलसी के समक्ष जाए और एक घी का दीपक जलाए और माँ तुलसी की परिक्रमा करे| माँ तुलसी की परिक्रमा करते हुये आप इस मंत्र ‘ॐ नमोः भगवते वासुदेवाय’ को आप तुलसी के माला से जप करे| इसके अलावा आप दूसरे मंत्र ‘ॐ श्री कृष्ण शरणनम नमों’ का भी जाप करे क्योंकि माँ तुलसी भगवान श्री कृष्ण को बहुत प्रिय हैं|
यह भी पढ़ें : अगहन मास के दौरान तुलसी की जड़ की मिट्टी को शरीर पर लगाकर करें नदी में स्नान, श्रीकृष्ण बरसाएंगे अपनी कृपा
वह भोग प्रसाद भी उन्हीं का ग्रहण करते हैं, जिसमें तुलसी का एक भी पत्ती डली हो| इसलिए इस दिन 11 बार परिक्रमा तुलसी की लगाते हुये इन मंत्रो का जाप करे| इसके अलावा आप उन्हें स्पर्श करते हुये अपने मनोकामना बोल दे और बाद में साष्टांग दंडवत प्रणाम करे, ऐसा करने से आपको लाभ जरूर होगा| इस दिन आप माँ तुलसी के एक-दो पत्ती तोड़ ले या फिर नीचे गिरि हुयी पत्ती से भगवान श्री कृष्ण को भोग लगाए और फिर उसे आप ग्रहण करे| यह उपाय व्रत ना करने वाले भी करके लाभ उठा सकते हैं|