Vastu Tips: घर बैठकर वास्तु के जरिए ऐसे करें अपने रोगों का इलाज
कई बार हमें छोटी-मोटी बीमारीं हो जाती हैं जिनके लिए हम डॉक्टर के पास जाते हैं लेकिन फिलहाल देश मे फैली हुई महामारी के कारण छोटी-मोटी बीमारियों के लिए डॉक्टर के पास जाना अभी काफी मुश्किल हैं। विद्वानों के अनुसार हमारें शरीर मे कई ऐसी बीमारी होती है जो घर के वास्तु से जुड़ी होती हैं ऐसे में हम अगर अपने घर के वास्तु में थोड़ी सी तब्दीली कर ले तो कई बीमारियों का इलाज अपने आप ही हो जाएगा। ज्योतिष शास्त्र के अनुसार व्यक्ति को समय-समय पर अपनी कुंडली को किसी विशेषज्ञ को अवश्य दिखाएं जिससे अगर उसमे कोई बीमारी दिख रही हो तो उसका समय से इलाज किया जा सकें।
कहा जाता हैं कि हर रोग किसी ना किसी ग्रह से संबंध रखता हैं इसके अलावा घर मे सोने की जगह, खाना बनाने की जगह, भोजन करने की जगह से भी शरीर में रोग हो सकते हैं। आज हम आपको कुछ ऐसे ही उपाय बताने जा रहे हैं जिनको करने से आप एक स्वस्थ जीवन जी सकते हैं।
सूर्य को जल अर्पण करने से लाभ
धर्म शास्त्रों में सूर्य को जल अर्पण करना काफी शुभ फल देने वाला माना जाता हैं, कहा जाता हैं कि सूर्यदेव को जल अर्पण करने से नेत्र संबंधित, हृदय संबंधित और सिरदर्द से जुड़े रोगों से व्यक्ति को छुटकारा मिलता हैं। जल अर्पण करते समय एक बात का ध्यान रखें कि जल हमेशा तांबे के लोटे ही दें और जल अर्पण करते समय उसके छींटे आपके पैरों पर ना पड़े। जल देते समय उसमें लाल फूल, रोली, गुड़ मिला लें और अर्ध्य देने के बाद ‘ हीं हंसः धणी आदित्य: नमः’ मंत्र का आठ बार उच्चारण करें।
भोजन बनाते और खाते समय
शास्त्रों में भोजन को बनाने और ग्रहण के स्थान को काफी विशेष कहा गया हैं ये बताया गया हैं कि भोजन को बनाते समय और भोजन करते समय मुख हमेशा पूर्व दिशा की तरफ होना चाहिए। ऐसा करने से भोजन पौष्टिक बनने के साथ आसानी से भी पच जाता हैं और इसी के साथ पूर्व दिशा की तरफ मुख करके भोजन करने से पेट के रोग की समस्या का अंत हो जाता हैं।
लिवर से जुड़ी बीमारियों के खात्मे के लिए
अगर किसी व्यक्ति को पीलिया, हेपटाइटिस बी या अन्य कोई पेट की बीमारी होती हैं तो उसे प्रतिदिन गौ माता को चने की दाल खिलानी चाहिए, इसके अलावा धार्मिक जगह पर जाकर चने की दाल, हल्दी की गांठ, पीले फूल, बेसन के लडडू और केले इत्यादि का दान करने से ऐसी बीमारियों में लाभ मिलता हैं।