अचानक तेजी से सामने आया मौत का बवंडर, देखते ही देखते मौत के मुंह में समा गए लोग
बीटी रात अचानक ही मौसम ने करवट ली और जानकारी के अनुसार प्रदेश के चार जिलों में बवंडर ने बुधवार को जमकर तबाही मचाई। आपको बता दें की हम के वक़्त आए इस भयंकर बवंडर के दौरान हुई तबाही में 22 लोगों की मौत हो गई। भरतपुर में 11, धौलपुर में 6, अलवर में 4 और झुंझुनूं में एक की मौत हुई। मौसम विभाग के अनुसार बताया जा रहा है की शाम करीब 6 बजे आए इस बवंडर की गति 100 किमी प्रति घंटे की रही।
प्रभावित जिलों में इसकी वजह से देर रात तक बिजली गुल रही, सिर्फ इतना ही नहीं बल्कि इस भयानक बवंडर में करीब 100 से अधिक लोग घायल भी हुए हैं। बता दें की अलवर में आए इस आँधी-तूफान की वजह से कई मकानों के टीनशेड और छत पर रखी पानी की भरी भरकम टंकियां तक उड़ गई। इसके अलावा कई जगह पर सड़कों और रेलवे ट्रैक पर पेड़ व पोल गिरने से यातायात व्यवस्था भी काफी समय तक बाधित रही।
कुछ ऐसा था बवंडर
बता दें की 38 किमी/घंटा की गति से बीकानेर में आंधी चली थी, इसके अलावा 47 डिग्री के साथ बूंदी प्रदेश का सबसे गर्म शहर मापा गया था। सिर्फ इतना ही आपको यह भी बताते चलें की इस आँधी में दृश्यता मात्र 500 मी. ही रह गई थी।
यह भी पढ़ें : बीपी की परेशानी है तो दवाईयों की जगह अपनाएं ये तरीका, कहीं ज्यादा है असरदार
हर दिन की तरह कल का दिन भी सामान्य ही बिता मगर शाम होते होते अचानक ही मौसम ने करवट ले ली, बता दें की जयपुर शहर में बुधवार शाम 7 बजे के बाद तेज हवा व धूलभरी आंधी चलने लगी जिसकी वजह से बिजली लाइन आदि मे फ़ाल्ट आ गया और कई इलाकों की बिजली गुल हो गयी। लोगों का कहना था कि मौसम की वजह से फोन आदि भी बिजी ही रहे और इस कारण बिजली काटने की शिकायत भी दर्ज नहीं करा पा रहे थे।
झुंझुनूं के रवां गांव में अंधड़ से एक निर्माणाधीन मकान की छत गिरने से एक व्यक्ति की मौके पर ही मौत हो गई। बालिका सहित 5 लोग घायल हो गए, इनको सिंघाना के निजी अस्पताल में भर्ती कराया तथा एक घायल को जयपुर रैफर कर दिया गया।
बता दें की बवंडर इतना ज्यादा भयानक था की अलवर में पुरानी सब्जी मंडी में पेड़ ही उखाड़ गया और उसके नीचे दबने से बरखेड़ा निवासी 27 साल के राकेश जांगिड़ की मौत हो गई। इसके अलावा बहरोड़ में एक बालिका की मौत हो गई।