Creative Startup: पुराने टायर और वेस्ट मटेरियल से क्रिएटिव फर्नीचर बना हर महीने कमाते हैं लाखों, विदेशों में भी चल रहा बिजनेस
Creative Startup | अक्सर जब हमारें घर का कुछ सामान पुराना हो जाता है या पुरानी गाडियों के टायर या फिर कबाड़ हो चुकी साईकल वगैरह को फेंक देते है। अगर हमें उन्हें फेंक नहीं पाते है तो उन्हें कबाड़ में बेच देते है लेकिन हमारें देश में ऐसे भी लोग है जो कबाड़ हो चुके सामान में जान भर देते है। ऐसे ही एक शख्स है जिनका नाम प्रमोद सुसरे है और उनका काम कबाड़ हो चुकी पुरानी चीजों से इको-फ्रेंडली फर्नीचर और होम डेकोरेशन का सामान बनाने का काम करते है।
उनके द्वारा बनाये गए फर्नीचर का डिज़ाइन इतना शानदार और खूबसूरत होता है कि अब उनके प्रोडक्ट्स की मांग पूरे देश में है। अब तो उनके प्रोडक्ट्स की मांग देश के बाहर से भी आने लगी है और लगभग हर महीने 5 से 6 लाख रुपए की कमाई हो जाती है। किसान परिवार से संबंध रखने वाले 28 साल के प्रमोद सुसरे की घर की आर्थिक स्थिति काफी अच्छी नहीं थी, जिस वजह से उन्हें अपनी पढ़ाई के साथ-साथ पार्ट टाइम नौकरी भी करनी पड़ी।
Creative Startup: चीन दौरे से मिला ये सुपर आईडिया
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वर्ष 2017 में प्रमोद को किसी काम के चलते चीन जाने का मौका मिला था, जहां उन्होंने देखा कि चीन के कारीगर कबाड़ और पुराने टायर की मदद से टेबल और फर्नीचर तैयार कर रहे है। प्रमोद को इस काम में काफी रुचि आने लगी जिसके बाद उन्होंने इस काम को समझा और उसे करने वाले मजदूरों से बात भी की। देश वापस आने के बाद उन्होंने इस बारे में इंटरनेट के द्वारा जानकारी जुटानी शुरू कर दी थी।
कर्ज लेकर शुरू किया स्टार्टअप
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2018 में प्रमोद ने एक अविष्कार के रूप में पुराने टायर से फर्नीचर बनाया जो देखने में काफी अच्छा था, शुरू में उनके दोस्तों और जानकारों ने उनका का ये कहकर मजाक उड़ाया है कि अब तुम कबाड़ पर काम करोगे लेकिन प्रमोद ने अपना फैसला बिल्कुल नहीं बदला। लगातार कोशिश करने के बाद उन्हें आखिरकार उनके एक दोस्त से मदद मिली जब उन्होंने उस दोस्त से 50,000 रुपये लेकर किराए पर एक दुकान ली और फिर अपने कमाल के स्टार्टअप (Creative Startup) की शुरुआत की।
प्रमोद ने कहा कि शुरू में वो किसी तरह का रिस्क नहीं लेना चाहते थे और इसके साथ वो अपने घर वालों को इस बारे में बताना नहीं चाहते थे। क्योंकि उन्हें पता था कि उनके घरवाले इस बात को जानकर बहुत नाराज होंगे, जिस वजह से वो लगातार नौकरी भी करते रहे और जब भी उन्हें समय मिलता तो अपनी दुकान पर जाकर उस काम में लग जाते थे।
एक साल बाद मिला बड़ा ऑर्डर
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प्रमोद के अनुसार शुरू में तो उनके स्टार्टअप (Creative Startup) को कोई खास आर्डर नहीं मिला और केवल कुछ प्रोडक्ट ही बिक पाए थे, जिस वजह से उन्हें थोड़ी निराशा होने लगती थी पर उन्हें ये उम्मीद थी कि एक दिन उनके काम को जब सब जानेंगे तो उन्हें आर्डर मिलने शुरू हो जाएंगे। 2019 में प्रमोद को एक बहुत बड़ा ऑर्डर मिला जब उन्हें पुणे में एक कैफे के लिए फर्नीचर तैयार करने को कहा गया। अपने पहले बड़े आर्डर को ही उन्होने बखूबी तैयार किया और पूरे कैफे को समय से पहले ही खूबसूरत सजा दिया था।
जिसके बाद कैफे को मालिक को फर्नीचर बेहद पसंद आया और इसके अलावा वहां आने वाले ग्राहकों को प्रमोद के द्वारा बनाये गए प्रोडक्ट अच्छे लगने लगे, यहां तक कि वो लोग प्रमोद के बारे में जानकरी लेने लगे। जिस वजह से प्रमोद के प्रोडक्ट्स की प्रमोशन होने लगी और उन्हें पुणे के अलावा अन्य शहरों से भी आर्डर मिलने लगे।