Pok में घुसकर मिराज-2000 ने दिखाई भारत की असली ताकत, जानें इस विमान के बारे में खास बातें
बीते सप्ताह जम्मू कश्मीर के पुलवामा में हुये आतंकी हमले में सीआरपीएफ के 40 से ज्यादा जवान शहीद हो गए, जवानों के शहादत पर देश के हर कोने से पाकिस्तान के खिलाफ नारे लगाए जा रहे थे और मांग की जा रही थी कि पाकिस्तान के खिलाफ युद्ध छेड़ दिया जाये क्योंकि इस हमले की ज़िम्मेदारी जैश-ए-मोहम्मद आतंकी संगठन ने लिए था और ऐसा माना जाता है कि इस आतंकी संगठन का मुख्यालय पाकिस्तान में हैं| ऐसे में भारत सरकार पाकिस्तान को विश्व से अलग-थलग करने की कोशिश में लगी हैं और मोदी सरकार ने आतंकी संगठनों से लड़ने के लिए सेना को खुली छुट दी दे हैं|
मोदी सरकार के इस छुट के बाद ही भारतीय वायु सेना ने आज सुबह पाक अधिकृत कश्मीर में जैश के ठिकानों पर जमकर बमबारी की, ऐसे में कई आतंकी कैंपो के नष्ट होने की खबरे हैं| भारतीय वायुसेना ने यह बमबारी 12 मिराज-2000 विमानों के समूह से की, इस बमबारी में सेना ने 1000 किलोग्राम के बम जैश के ठिकानों पर गिराए| हालांकि एयरफोर्स द्वारा मिराज-2000 का चयन एक सोची-समझी रणनीति का हिस्सा था| इस विमान को फ्रांस की कंपनी डसाल्ट एविएशन द्वारा बनाया गया है और यह कंपनी राफेल जैसे विमान को भी बनाती हैं| मिराज-2000 चौथी जेनरेशन का मल्टीरोल, सिंगल इंजन लड़ाकू विमान है। इसकी पहली उड़ान साल 1970 में आयोजित की गई थी। इस विमान को औपचारिक रूप से 1986 में भारतीय वायुसेना में शामिल किया गया| ऐसे में आइए इस विमान की खासियत के बारे में आपको बताते हैं|
विमान की विशेषता
वायुसेना में शामिल उन्नत किस्म का विमान मिराज 2000 में उन्नत एवियोनिक्स, आरडीवाई रडार और नए सेंसर और कंट्रोल सिस्टम का इस्तेमाल करके कई निशानों को एक साथ साधना, हवा से जमीन और हवा से हवा मे मार करने में सक्षम है| इतना ही नहीं यह विमान पारंपरिक और लेजर गाइडेड बम को भी गिराने में भी माहिर हैं|
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विमान की कॉकपिट
किसी भी विमान की कॉकपिट उस जगह को कहते हैं, जहां उसका पायलट बैठा होता हैं| मिराज 2000 सिंगल-सीटर या टू-सीटर मल्टिरोल फाइटर के रूप में उपलब्ध हैं| बता दें कि इस विमान के कॉकपिट में नियंत्रण के लिए थ्रोटल और स्टिक का इस्तेमाल किया जाता हैं| मिराज 2000 में थेल्स वीईएच 3020 हेड-अप डिस्प्ले और पाँच कैथोड रे ट्यूब मल्टीफ़ंक्शन एडवांस्ड पायलट सिस्टम इंटरफेस डिस्प्ले भी लगे हैं| इस विमान में कॉकपिट में लगी स्क्रीन में उड़ान नियंत्रण, नेविगेशन, लक्ष्य को साधने और हथियार फायरिंग से संबन्धित डेटा प्रस्तुत करने की शानदार क्षमता हैं, इस विमान की सेंसर और सिस्टम प्रबंधन डेटा दो रंगीन डिस्प्ले में शो करता हैं|
हथियार
भारतीय वायुसेना में शामिल मिराज 2000 में हथियारों को ले जाने के लिए नौ हार्डपॉइंट भी दिये गए हैं| जिसमें से पाँच प्लेन के नीचे और दो, दोनों तरफ के पंखो पर दिया गया हैं| सिंगल सीट संस्करण दो आंतरिक हैवी फायरिंग करने वाली 30 मिमी बंदूकों से लैस हैं| बता दें कि हवा से हवा मार करने वाले हथियारों में मल्टीगेट एयर-टू-एयर इंटरसेप्ट और कॉम्बैट मिसाइलें भी शामिल है| इतनी खूबियों से लैस विमान से भारतीय वायुसेना ने आज बमबारी की हैं|