27 जुलाई को लगेगा 21 वीं सदी का सबसे बड़ा और भयानक चंद्रग्रहण, भूल से भी न करें ये काम
27 जुलाई की रात खग्रास चंद्रग्रहण लगने वाला हैं| चंद्रग्रहण तब लगता हैं जब पृथ्वी, सूर्य और चंद्रमा के बीच आ जाती है| चंद्रग्रहण केवल पूर्णिमा के दिन ही लगता है। इस चंद्रग्रहण को भारत के अलावा अन्य देशो में भी देखा जा सकता हैं| इस दिन प्राकृतिक आपदा आने की आशंका जताई जा रही हैं| हमारे हिन्दू धर्म में चंद्रग्रहण को शुभ नहीं माना जाता हैं| इस चंद्रग्रहण को ब्लड मून कहा जा रहा हैं| चंद्रग्रहण के दिन जहां तक संभव हो मोबाइल का इस्तेमाल ना करे|
मान्यता हैं की जब चंद्रग्रहण लगे तब भोजन ना करे| यदि कोई इस दिन भोजन ग्रहण करता हैं वो पापी माना जाता हैं| ग्रहण लगने से 9 घंटे पूर्व तक आप भोजन ना करे| इसके अलावा बच्चे, बूढ़े और रोगी साढ़े चार घंटे पूर्व भोजन कर सकते हैं| जब सूतक लगने वाला हो तो आप अपने घर के खाने, पुजा स्थल, आलमारियाँ इत्यादि जगहों पर तुलसी और कुश के पत्ते डाल देना चाहिए|
यह भी पढ़ें : आखिर क्यों 21 साल की उम्र में ही घर परिवार का त्याग कर साध्वी बनने को मजबूर हुई ये लड़की
इससे आपकी वस्तुएँ दूषित नहीं होती हैं| ग्रहण पूरा होने के बाद आप इन पत्तों को उठा कर फेंक दे| ग्रहण के दिन आप स्नान करते वक्त किसी भी मंत्र का जाप ना करे| संभव हो सके तो आप इस दिन किसी नदी में स्नान करे| ग्रहण के समय किसी भी नुकीली चीज का प्रयोग ना करे| ग्रहण समय गर्भवती महिलाओं को अपना खास ध्यान रखना चाहिए क्योंकि ग्रहण का असर बच्चे पर पड़ सकता हैं|
माना जाता हैं की इसका प्रभाव 108 दिनों तक रहता हैं| सूतक काल को भी शुभ नहीं माना जाता हैं| इसलिए इसदिन गर्भवती महिलाए घर में रहकर इस मंत्र ” ॐ क्षीरपुत्राय विह्माहे अमृत तत्वाय धीमहि तन्नो चंद्र प्रचोदयात” का जाप करे| इससे ग्रहण का नकारात्मक प्रभाव महिला और शिशु पर नहीं पड़ता हैं या फिर आप नारियल भी अपने गोद में लेकर बैठ सकती हैं| गर्भवती महिलाओं को सोना नहीं चाहिए|