इस बार रक्षाबंधन पर नहीं रहेगा भद्रा का साया, ये होगा राखी बांधने का सबसे अच्छा मुहूर्त
रक्षाबंधन का त्यौहार भाई-बहन का त्यौहार होता हैं| इस दिन बहन अपने भाइयों के कलाई पर राखी बांध कर उन्हें मिठाई खिलाती हैं| यह त्यौहार हर साल सावन महीने की पूर्णिमा को पड़ता है। इस साल रक्षाबंधन का त्यौहार 26 अगस्त, रविवार के दिन पड़ रहा है। बहनें रक्षाबंधन पर अपने भाइयों के लंबी आयु और स्वास्थ्य के लिए उनकी कलाई पर रक्षा सूत्र बांधती हैं, जिसे राखी भी कहते है। इसके बदले में भाई अपनी बहनों की रक्षा का संकल्प लेते हैं और सदैव उनके सुख-दुख में उनका साथ देते हैं| हर साल रक्षाबंधन पर राखी बांधने के लिए भद्रा का खास ध्यान दिया जाता है क्योंकि भद्रा में राखी बांधने पर अशुभ प्रभाव पड़ सकता है।
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लेकिन इस साल रक्षाबंधन पर भद्रा का प्रभाव नही रहेगा जिसकी वजह से सुबह से लेकर शाम तक राखी बांधने के लिए पर्याप्त समय मिलने वाला हैं। इसके अलावा रक्षाबंधन के दिन कुछ समय जैसे- अशुभ चौघड़िया, राहुकाल और यम घंटा पर खास ध्यान देना होगा। ज्योतिष गणना के मुताबिक 25 अगस्त को दोपहर 3 बजकर 16 मिनट से पूर्णिमा तिथि प्रारम्भ हो जाएगी और यह 26 अगस्त की शाम 5 बजकर 25 मिनट तक रहने वाला हैं। इस साल रक्षाबंधन पर धनिष्ठा नक्षत्र रहेगा और पंचक प्रारम्भ हो जाएगा लेकिन इसका खास असर राखी बांधने में नहीं रहेगा। पंचक में शुभ कार्य अवश्य किया जा सकता है।
राखी बांधने का शुभ मुहुर्त
राखी बांधने का शुभ मुहुर्त 26 अगस्त को सुबह 7:43 से दोपहर 12:28 बजे तक या दोपहर 2:03 से 3:38 बजे तक सुभ मुहूर्त रहने वाला हैं|
यह समय अशुभ रहेगा राखी बांधने का
(1) राहुकाल – सुबह 5:13 से 6:48 बजे तक
(2) यम घंटा – दोपहर 3:38 से 5:13 बजे तक
(3) काल चौघड़िया दोप – दोपहर 12:28 से 2:03 तक