
सावन के तीसरे सोमवार भक्तों को नहीं मिलेगा महाकालेश्वर का दर्शन, सामने आई ये वजह
इन दिनों महादेव को समर्पित सावन का पवित्र माह चल रहा है। इस दौरान पुरे महीने भगवान शिव को जल और दूध अर्पित करना काफी शुभ माना जाता है। मध्यप्रदेश में उज्जैन के विश्व प्रसिद्ध महाकालेश्वर मंदिर में इन दिनों काफी धूम होती है लेकिन इस बार कोरोना के चलते ज्यादा लोगों को दर्शनों की अनमुति नहीं है। वहीं महाकालेश्वर मंदिर की प्रबंध समिति ने कोरोना वायरस के फैलने के डर से अन्य राज्यों के श्रद्धालुओं को सोमवार(20 जुलाई) से मंदिर में प्रवेश की अनुमति नहीं देने का निर्णय लिया है। मध्यप्रदेश की राजधानी भोपाल से लगभग 175 किलोमीटर दूर धार्मिक नगरी उज्जैन में स्थित महाकालेश्वर मंदिर, भगवान शिव के देश के 12 ज्योर्तिलिंगों में से एक है। यहां हर साल देश विदेश से लाखों लोग दर्शन करने के लिए आते हैं।
मंदिर के प्रशासक सुजान सिंह रावत ने शनिवार को कहा कि यह देखा गया है कि अन्य राज्यों से आने वाले भक्तों से कोरोना वायरस फैलने का डर है। प्रदेश में Covid-19 के बढ़ते मामलों के बाद सोमवार से अन्य राज्यों से आने वाले भक्तों के मंदिर में प्रवेश पर प्रतिबंध लगाने का निर्णय लिया गया है। उन्होने कहा कि सावन का महीना होने के कारण राज्य के बाहर से बड़ी संख्या में श्रद्धालु यहां आ रहे हैं। सावन में शिव भक्त पूरे माह उनकी पूजा करते हैं। रावत ने बताया कि इन दिनों ऑनलाइन बुकिंग के माध्यम से प्रतिदिन 8,000 लोगों को मंदिर में प्रवेश दिया जा रहा है। उन्होंने भक्तों से सोशल मीडिया के ऑनलाइन प्लेटफार्म तथा मंदिर की वेबसाइट के जरिये महाकालेश्वर की प्रार्थना तथा दर्शन करने का आग्रह किया है।