मिसाल : तीन सगी बहनें बन चुकी हाँ IAS अधिकारी हैं, तीनों ही संभाल चुकी हैं हरियाणा की चीफ़ सेक्रेटरी का पद
Youthtrend Naari Desk : IAS अफसर बनना ज्यादातर भारतीय युवकों का सपना होता है. सबसे कठिन मानी जाने वाली इस परीक्षा में हर साल लाखों लोग बैठते हैं, जिसमें से कुछ लोगों का सपना साकार हो पाता है. मगर एक परिवार की तीन सगी बहनें ऐसी हैं, जो इस पद तक पहुंचने में कामयाब रही. मीडिया रिपोर्ट्स के अनुसार, विभाजन के वक्त भारत आकर इनका परिवार पंजाब में बसा. उस समय बेटियों को पढ़ाने पर इतनी तरजीह नहीं दी जाती थी. ऐसे में 10वीं पास करने के बाद उनके रिश्तेदारों ने उनकी शादी करने की बात कही. मगर इनकी मां पढ़ाई के महत्व को समझती थीं. इनके परिवार के समर्थन के चलते ही ये बहनें इतनी कामयाब हुईं.
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इन तीन बहनों के बारे में ख़ास बात है कि ये न सिर्फ आईएस बनी बल्कि तीनों ही हरियाणा की मुख्य सचिव की कुर्सी तक भी पहुंचने में सफल रही हैं. इन तीन बहनों का नाम केशानी आनंद अरोड़ा, मीनाक्षी चौधरी और उर्वशी गुलाटी है. ये बहनें एक लेक्चरर की बेटियां हैं. ये संयोग कहिये या फिर किस्मत, तीनों बहनें ने सेम पद को संभाला है. केशानी 1983 बैच की आईएएस अफसर हैं, जो फ़िलहाल हरियाणा की मुख्य सचिव का पद संभाले हुए हैं. केशानी अपने बैच की टॉपर रही हैं. साथ ही, हरियाणा राज्य के बनने के बाद कशानी 16 अप्रैल 1990 को प्रदेश की पहली महिला उपायुक्त भी बनीं.
केशानी से पहले उनकी बहन मीनाक्षी ने हरियाणा के मुख्य सचिव पद का कार्यभार संभाला था. वो 1969 बैच की आईएएस अफसर हैं. वो 8 नवंबर 2005 से लेकर 30 अप्रैल 2006 तक इस पद पर बनी रहीं. जबकि तीसरी बहन यानी 1975 बैच की आईएएस अफ़सर उर्वशी ने 31 अक्टूबर 2009 से 2012 में 31 मार्च तक इस पद की ज़िम्मेदारी संभाली. पूरा परिवार ही प्रेरणा से भरा हुआ है.