अगस्त में लॉन्च होने जा रही है दुनिया की पहली वैक्सीन, इस देश ने मारी बाजी
इस समय हर किसी के मन में यही सवाल हैं कि कोरोना के इलाज के लिए वैक्सीन कब आएगी, दुनिया भर के देशों के डॉक्टर और वैज्ञानिकों की टीमें इस कोशिश में लगातार जुटी हुई हैं। बहुत से देश ये दावा भी कर रहें हैं कि उन्होंने वैक्सीन बना ली हैं पर आधिकारिक तौर पर इसकी पुष्टि नहीं की जा सकी हैं।
ऐसे में रूस से ये आती हुई खबर सबकों राहत दे सकती हैं कि कोरोना वैक्सीन बनाने में रूस ने सफलता हासिल कर ली हैं और उन्होंने इस वैक्सीन का सफल परीक्षण भी कर लिया हैं। अब सब को यही उम्मीद हैं कि ये वैक्सीन जल्द-से-जल्द बाजार में आए और दुनिया को कोरोना महामारी से बचाया जा सकें। आज के इस लेख में हम आपकों इस वैक्सीन की लॉन्चिंग से जुड़ी कुछ जानकारी प्रदान करने वाले हैं।
अगस्त में रूस द्वारा होगी पहली कोरोना वैक्सीन लांच
रूस के द्वारा कोरोना वैक्सीन के क्षेत्र में बहुत बड़ी सफलता हासिल कर ली गई हैं उनके वैज्ञानिकों के अनुसार उनकी ये वैक्सीन अगस्त में लांच हो जाएगी और ये दुनिया में कोरोना के इलाज के लिए पहली दवाई होगी। इसके अलावा वहां की एक स्थानीय न्यूज़ एजेंसी के अनुसार देश में निजी दवा कंपनी के द्वारा इस वैक्सीन का उत्पादन सिंतबर से काफी बड़े पैमाने पर शुरू हो जाएगा और 14 अगस्त तक ये कोरोना पीड़ितों को देनी शुरू कर दी जाएगी।
वैक्सीन का मानव परीक्षण चला 38 दिन
रूस में मौजूद क्लिनिकल ट्रायल्स गैमेलेई नेशनल रिसर्च फॉर एपिडेमियोलॉजी ऑफ माइक्रोबायोलॉजी में इस कोरोना वैक्सीन के मानव परीक्षण की शुरुआत 18 जून से हुई थी और ये परीक्षण 38 लोगों पर किया गया था जिसका अंत अभी हाल में ही हुआ हैं। इस वैक्सीन के ट्रायल से ये सामने आया हैं कि ये दवा इंसानों के लिए बेहद ही सुरक्षित हैं और इस दवा से व्यक्ति के शरीर में मौजूद इम्यून सिस्टम को मजबूती मिलती हैं। इस दवा का एक और परीक्षण अगस्त में किए जाने की उम्मीद हैं और बताया जा रहा हैं कि इसमें हजारों की संख्या में लोगों पर परीक्षण किया जाएगा।
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अगस्त और सिंतबर में मिल सकती सकती हैं अन्य देशों में मंजूरी
आरडीआईएफ (RDIF) के प्रमुख किरिल दिमित्रिक ने बताया कि जिस तरह से कोरोना वैक्सीन के सकारात्मक परिणाम सामने आ रहें हैं उसको देखकर ये कहा जा सकता हैं कि रूस के बाजारों में ये दवा अगस्त में आ जाएगी जबकि अन्य देशों में इस वैक्सीन को सिंतबर तक मंजूरी मिलने की उम्मीद हैं। WHO के अनुसार रूस के अलावा चीन और ब्रिटेन में भी कोरोना की वैक्सीन का मानव परीक्षण अंतिम चरण में हैं।