Corona Vaccine से प्रभावित होती है प्रजनन क्षमता? जानें स्वास्थ्य मंत्रालय ने क्या दिया जवाब
Corona Vaccine | देश भर में कोरोना से बचाव हेतु वैक्सीनशन कार्यक्रम चलाया जा रहा है, केंद्र और राज्य सरकारों द्वारा लोगों को वैक्सीन लगवाने के लिए जागरूकता अभियान भी चलाया जा रहा है। बीते 21 जून से देश के सभी हिस्सों में केंद्र सरकार द्वारा 18 वर्ष के ऊपर के सभी लोगों को मुफ्त में कोरोना वैक्सीन (Corona Vaccine) लगाई जा रही है लेकिन इसके बावजूद बहुत से लोग अभी भी वैक्सीन लगवाने से कतरा रहे है।
वैसे भी जब से कोरोना वैक्सीनशन की शुरुआत हुई है तब से ही कुछ लोग वैक्सीन को लेकर कई तरह की अफवाह उड़ा रहे है कि वैक्सीन लगवाने से अलग-अलग तरह की बीमारी हो जाएगी। अब वैक्सीन को लेकर ये अफवाह उड़ाई जा रही है कि कोरोना वैक्सीन लगवाने से महिलाओं और पुरुषों की प्रजनन क्षमता प्रभावित होती है। लेकिन इस दावे को स्वास्थ्य मंत्रालय ने सिरे से खारिज कर दिया है, आइये जानते है कि इस दावे को लेकर स्वास्थ्य मंत्रालय ने क्या कहा है?
Corona Vaccine है पूरी तरह से सुरक्षित
Corona Vaccine लगवाने के बाद नहीं हुए Side Effects तो क्या असरदार नहीं होगी वैक्सीन?
स्वास्थ्य मंत्रालय ने इस दावे को पूरी तरह नकार दिया है कि कोरोना वैक्सीन (Corona Vaccine) लेने से किसी की भी प्रजनन क्षमता प्रभावित होती है, ये कहा गया है कि अभी तक कोई भी ऐसा वैज्ञानिक प्रमाण नहीं मिला है जिससे कि ये कहा जा सके कि वैक्सीन लेने से किसी तरह का कोई नुकसान हो। स्वास्थ्य मंत्रालय के द्वारा ये भी कहा गया है कि कोरोना वैक्सीन पूरी तरह से सुरक्षित है।
दरअसल कुछ समय पहले ये अफवाह भी फैलाई जा रही थी कि स्तनपान कराने वाले महिलाओं को कोरोना वैक्सीन (Corona Vaccine) नहीं लगवानी चाहिए। इसी अफवाह को दूर करने के लिए राष्ट्रीय विशेषज्ञ दल द्वारा कोविड-19 टीकाकरण हेतु स्तनपान कराने वाली महिलाओं को भी कोरोना वैक्सीन लगवाने के लिए कहा गया है और कहा है कि ये उन महिलाओं के लिए सुरक्षित है जो स्तनपान कराती है और वैक्सीन लेने के बाद स्तनपान बंद करने की भी आवश्यकता नहीं होती है
Corona Vaccine पर अफवाहों से बचने की दी सलाह
बताना चाहेंगे कि पिछले कुछ समय से ऐसी भी अफवाह फैलाई जा रही है कि कोरोना वैक्सीन (Corona Vaccine) को लेने के बाद नपुंसकता और बांझपन की दिक्कत होने लगती है। स्वास्थ्य मंत्रालय द्वारा कहा गया है कि वैक्सीन को लेकर अभी तक हुई बहुत सी रिसर्च में कोई भी ऐसा तथ्य सामने नहीं आया है जिससे इस बात की पुष्टि हो सके। ये भी बताया गया है कि मानव पर इस्तेमाल करने से पहले वैक्सीन का परीक्षण पशुओं पर किया गया था और उसके बाद इसका परीक्षण मानवों पर किया गया था ताकि अगर कोई वैक्सीन का दुष्प्रभाव हो तो वो सामने आ सके लेकिन अभी तक कोई भी ऐसा दुष्प्रभाव सामने नहीं आया है।
पोलियो वैक्सीनशन के समय भी फैलाई गई थी अफवाह
ऐसा नहीं है कि देश में पहली बार किसी वैक्सीन को लेकर हल्ला और अफवाहों का दौर चला हो, वर्तमान में टीकाकरण के लिए गठित की गई राष्ट्रीय तकनीकी सलाहकार समिति के अध्यक्ष डॉ एन के अरोड़ा ने बताया कि पोलियो वैक्सीनशन के समय भी उसके दुष्प्रभावों को लेकर अफवाहें उड़ाई गई थी। उन्होंने बताया कि सभी वैक्सीन पूरी तरह से साइंटिफिक रिसर्च के बाद तैयार की जाती है और उनसे ऐसे किसी भी दुष्प्रभाव की संभावना नहीं रहती है।