MBA Chai Wala से CSB तक, ये हैं भारत के 5 चायवाले, जिन्होंने ट्रेंड बदला और किया करोड़ों का बिजनेस
Inspirational Story : दुनिया का दूसरा सबसे बड़ा चाय (Chai) उत्पादक भारत (India) है। भारत के लोग सबसे ज्यादा चाय (Tea) पीने के शौकीन होते है, मौसम कोई भी हो लेकिन यहां चाय (Tea) की तलब ऐसी है जो छूटे ना छूटती। यहां के हर गली मुहल्ले नुक्क्ड़ पर चाय (Tea) मिलती है। यहां की रसोई Chai की खुश्बू के बिना अधूरी है। अक्सर गांव-कस्बों और शहरों में कोई न कोई फेमस चाय वाला (Chai Wala) जरूर होता है। लोग अक्सर उसके चाय (Tea) की चर्चा करते हैं और बाहर से भी कभी कोई जाता है तो वहीं चाय पीता है। अक्सर लोग सोचेते होंगे कि Chai का स्टॉल लगाकर हजार-दो हजार या फिर उसससे थोड़ा ज्यादा कमाई (Earning) हो जाती होगी। लेकिन क्या आपको पता है हमारे देश में कई ऐसे Chai बेचने (Tea Seller) वाले हैं, जो Chai के बिजनेस से खूब नाम कमा रहे हैं। इतना ही नहीं ये चाय बेचकर लाखों की कमाई कर रहे। आज हम आपको कुछ ऐसे 5 स्टार्टअप (Startup) के बारे में बताते हैं, जिन्होंने चाय के बिजनेस में लाखों-करोड़ों कमाए है।
भारतीय चाय बोर्ड (Indian Tea Board) द्वारा किए गए एक सर्वेक्षण (Survey) के अनुसार, भारत (India) के कुल घरों में से करीब 88% ने चाय (Chai) की खपत की सूचना दी है। कुल मिलाकर भारत (India) में कुल आबादी का लगभग 64% हिस्सा चाय (Tea) पीता है। कई टी-बेस्ड स्टार्टअप के आने से व्यवसाय फल-फूल रहे हैं।
भारत के 5 फेमस 5 Chai वाले
MBA Chai Wala
अगर आप जीवन में बार-बार असफल हो रहे हो फिर भी आपने उम्मीद और हौंसला बनाएं रखा है तो दुनिया कोई भी ताकत आपके विश्वास को डिगा नहीं सकती ना ही आपको सफल (Success) होने से रोक सकती है। अहमदाबाद (Ahmedabad) के प्रफुल्ल बिलौरे (Prafull Billore) भी इन्हीं में से एक है, जिसने संघर्षों से जूझते हुए अपना मुकाम हासिल किया। प्रफुल्ल बिलोर (Prafull Billore) एमबीए करना चाहते थे और एक मल्टीनेशनल कंपनी (Multinational Company) में काम करना चाहते थे। वे जब कॉलेज में थे, फेल हो गए. पढ़ाई छोड़ दी और चाय (Tea) बेचने लगे। चाय भी ऐसा बेचा कि पूरा देश उसे चाय वाले (Chai Wala) के नाम से जानने लगा। केवल 4 सालों में उन्होंने अपनी 3 करोड़ की कंपनी बना ली है। उनकी कंपनी को एमबीए चाय वाला (MBA Chai Wala) कहा जाता है। उन्होंने इसे 2017 में शुरू किया था और वित्त वर्ष 2019-20 में 3 करोड़ रुपये का कारोबार किया।
बिजनेस इनसाइडर की रिपोर्ट के अनुसार, उन्होंने भोपाल (Bhopal), श्रीनगर (Srinagar), सूरत (Surat) और दिल्ली (Delhi) सहित 100 से अधिक शहरों में अपने कारोबार का विस्तार किया है और अब साल के अंत तक 100 और जगहों पर फ्रेंचाइजी खोलेंगे. इससे कम से कम 500 लोगों के लिए रोजगार पैदा करने की योजना है।
Chaayos
दो आईआईटीयन नितिन सलूजा (Nitin Saluja) और राघव वर्मा (Raghav Verma) द्वारा स्थापित चायोस (Chaayos) को 2012 में अपने उपभोक्ताओं को एक ताजा, कस्टम-मेड चाय परोसने के उद्देश्य से बनाया गया था। चायोस सुबह के समय एक हेल्दी नाश्ते के साथ एकदम गर्मागरम चाय (Tea) देता है। कंपनी ने साइबर सिटी गुड़गांव में अपना पहला आउटलेट खोला। अब दोनों 6 शहरों में 190 स्टोर चला रहे हैं और 2022 के अंत तक 100 और जोड़ने की योजना बना रहे हैं। वे मेहमानों को 80,000+ से अधिक कस्टमाइजेशन्स ऑप्शन्स में से अपनी ताज़ा चाय को पर्सनलाइज्ड करने देते हैं। इसमें हरी मिर्च चाय, और आम पापड़ चाय के साथ-साथ क्विक बाइट, चाट और भोजन जैसी कुछ अनूठी रेसिपी शामिल हैं. स्टेटिस्टा के अनुसार, वित्तीय वर्ष 2020 में चायोस का राजस्व लगभग 1,000 करोड़ रुपये थे।
(Chai Point)
अब बात करते है अमूलेक सिंह बिजराल (Amuleek Singh Bijral) की, जो 2010 में स्थापित चाय प्वाइंट (Chai Point) माउंटेन ट्रेल फूड प्राइवेट लिमिटेड का हिस्सा है। अमूलेक सिंह बिजराल ने हार्वर्ड बिजनेस स्कूल से एमबीए की पढ़ाई की है। अमूलेक का कारोबार वित्त वर्ष 2018 में 88 करोड़ रुपये से बढ़कर वित्त वर्ष 2020 में 190 करोड़ रुपये हो गया है। यह भारत में पहला चाय स्टार्टअप है जो हर दिन 3,00,000 से अधिक कप बेचने का दावा करता है। यहां कामकाजी प्रोफेशलन फ्रेश व गर्म चाय परोसते हैं। कंपनी के देशभर में 100 से ज्यादा आउटलेट हैं।
Chai Thela
पंकज जज (Pankaj Judge) द्वारा 2014 में स्थापित चाय ठेला (Chai Thela) देश भर में 35 आउटलेट्स के साथ नौ राज्यों में अपने ग्राहकों के लिए कुछ स्नैक्स के साथ स्वस्थ और घर का बना चाय (Tea) की कई वैरायटी सर्व करता है। अपने पहले व्यवसाय में असफल होने के बाद पंकज जज ने अपना दूसरा बिजनेस चाय ठेला की स्थापना अपने तीन दोस्त तरनजीत सपरा, पीयूष भारद्वाज और बिश्नीत सिंह से मिले सीड फंड्स के साथ की। 2016 में, नोएडा बेस्ड एक क्विक सर्विस रेस्टोरेंट चेन ने प्री-सीरीज-ए राउंड में माइक्रो-वेंचर कैपिटल फर्म क्वारिज़ोन से 1.5 करोड़ रुपये जुटाए।
Chai Sutta Bar
अनुभव दुबे (Anubhav Dubey) जो अभी ‘चाय सुट्टा बार’ (Chai Sutta Bar) नाम से बिजनेस चला रहे है। इन्होंने पहले सीए और बाद में यूपीएससी (UPSC) में हाथ आजमाया लेकिन असफल रहे, फिर उन्होंने एक उद्यमी बनने का फैसला किया। 2016 में, दुबे ने अपने दोस्तों आनंद नायक (Anand Nayak) और राहुल पाटीदार (Rahul Patidar) के साथ इंदौर में एक गर्ल्स हॉस्टल के बाहर एक चाय-कैफे सीरीज ‘चाय सुट्टा बार’ खोली। उन्होंने कुल्हड़ में सबसे पर्यावरण के अनुकूल तरीके से चाय परोसना शुरू किया और धीरे-धीरे अन्य स्वादों जैसे कि अदरक चाय, चॉकलेट चाय, मसाला चाय, इलायची चाय, तुलसी चाय, केसर चाय आदि को अपने मेनू में शामिल किया। एक मिडिल क्लास परिवार से आने वाले तीनों दोस्तों को पता चला कि पानी के बाद चाय दुनिया भर में सबसे अधिक पिया जाने वाला पेय पदार्थ है और भारतीय सड़कों पर घूमने के बाद उन्होंने महसूस किया कि चाय की मांग हर जगह है और उन्होंने चाय-कैफे सीरीज शुरू करने का फैसला किया।