आचार्य बालकृष्ण चलते है इस धांसू कार से और करते हैं टॉप ब्रांड के स्मार्टफोन का इस्तेमाल, जानें- कैसी है लाइफस्टाइल
पतंजलि का नाम जब भी आता है तो हमें सबसे पहले याद आते हैं योग गुरु बाबा रामदेव, मगर आधे से ज्यादा हिन्दुस्तान शायद अभी भी इस बात से अनभिज्ञ होगा कि पतंजलि आयुर्वेद कंपनी के सीईओ आचार्य बालकृष्ण हैं। जी हाँ ये वही आचार्य बालकृष्ण हैं जो अक्सर ही पतंजलि के उत्पाद के लांच अवसर पर या कुछ अन्य महत्वपुर्ण मौकों पर बाबा रामदेव के साथ चुपचाप खड़े नजर आते हैं। आचार्य बालकृष्ण हमेशा से अपनी सादगी के लिए जाने जाते हैं। ज्यादातर मौकों पर आप इन्हें सफेद लुंगी और कुर्ता में ही देखे होंगे। आपको यह भी बता दें कि आचार्य बालकृष्ण बेहद लोप्रोफाइल रहते हैं और ज्यादातर मौकों पर चर्चा से परे रहते हैं।
आचार्य बालकृष्ण की लाइफस्टाइल
हुरुन इंडिया रिच लिस्ट के अनुसार देश के सबसे अमीर लोगों की लिस्ट में 18वें पायदान पर काबिज आचार्य बालकृष्ण की कुल संपत्ति 46,800 करोड़ रुपये है। बावजूद इसके वो किसी तरह की आलिशान जिंदगी या लग्जरी लाइफस्टाइल से परे रहते हैं, मगर हाँ आचार्य बालकृष्ण भी कुछ एक ऐसी चीजों के शौक़ीन हैं जो ना सिर्फ महँगी हैं बल्कि दुनिया के टॉप ब्रांड्स में भी शामिल हैं। एक रिपोर्ट के अनुसार आचार्य बालकृष्ण रेंज रोवर कार से चलते हैं। जब आचार्य बालकृष्ण से इस कार को लेकर कुछ सवाल पूछे गए तो उन्होंने जवाब दिया कि,”यह कार की बात नहीं है, लेकिन यह सेफ है।”
उन्होंने यह भी बताया कि मुझपर विशेषरूप से इसी कार को खरीदने के लिए दबाव बनाया गया था। चूँकि आमतौर पर हमें अक्सर ही लंबी यात्राएं करनी पड़ती हैं और ऐसे में आपके आराम और और सुरक्षा का ख्याल रखना पहली प्राथमिकता होनी चाहिये। मैं महंगी चीजों को लेकर ज्यादा परवाह नहीं करता हूं। आचार्य बालकृष्ण इस कार से ही अपने घर से ऑफिस आते-जाते हैं। सिर्फ इतना ही नहीं बल्कि वो एक एक फीचर फोन का भी इस्तेमाल करते हैं।
वैसे आपको बता दें कि उनके पास एक आईफोन भी है। आपकी जानकरी के लिए बताते चलें कि बाबा रामदेव और आचार्य़ बालकृष्ण ने कारोबार की दुनिया में वर्ष 1995 में पहली बार कदम रखा था और दिव्य फार्मेसी की स्थापना की थी। इसके बाद दोनों ने साथ मिलकर और आगे कदम बढ़ाया और साल 2006 में पतंजलि आयुर्वेद की स्थापना की थी। आपको बताते चलें कि आज की तारीख में इस कंपनी का सालाना टर्नओवर तक़रीबन 10,000 करोड़ रुपये के करीब है। सबसे महत्वपूर्ण बात जो आप्कोपता होनी चाहिए जो ये है कि आचार्य बालकृष्ण की पतंजलि आयुर्वेद में 98.5 पर्सेंट की हिस्सेदारी है, यानी असल मालिक वही हैं।
बताना चाहेंगे कि पतंजलि आयुर्वेद की योजना बनाने में आचार्य बालकृष्ण की भूमिका काफी अहम रहती है, बस सामने वो कम ही दिखते है। इसके अलावा आपको ये भी बता एं कि वह पतंजलि समूह की ओर से स्थापित पतंजलि यूनिवर्सिटी के कुलपति भी हैं। आपको यह जानकार थोडा अस्चर्या होगा कि पतंजलि आयुर्वेद की कामयाबी में सबसे महत्वपूर्ण भूमिका निभाने वाले आचार्य बालकृष्ण ने अपनी शुरुआती शिक्षा एक गुरुकुल से ली थी। आज की तारीख में संभवतः वह पहले ऐसे व्यक्ति होंगे, जिसने गुरुकुल से शुरुआती पढ़ाई करने के बाद अब यूनिवर्सिटी के कुलपति हैं। आचार्य बालकृष्ण के बारे में यह भी बताया जाता है कि उन्होंने वाराणसी के संपूर्णानंद संस्कृत विश्वविद्यालय से शिक्षा प्राप्त कर यहीं से हाई स्कूल और ग्रैजुएशन की डिग्री ली है।