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Maggie Noodles : इस शख्स ने शुरू की थी 2 मिनट में तैयार होने वाली मैगी, जानें कब और कैसे पहुंची भारत

बच्चे हो या बड़े सभी मैगी नूडल्स पसंद करते हैं, मैगी नूडल्स बनाने में आसान और खाने में लजिज होता है और ये सभी को भाता है। 2 मिनट में तैयार होने वाले मैगी को देखकर बच्चे जितने खुश होते हैं मम्मीओं के लिए यह यम्मी और टेस्टी नाश्ता तैयार करना उतना ही आसान होता है। इसी वजह से मैगी ने अपना जगह कुछ खास बना दिया है। मैगी नूडल्स (Maggie Noodles) वह वेस्टर्न फूड है भारत के शहरों में लोग जितना पसंद करते हैं उतना ही गांव में भी।

Maggie Noodles Julius Maggie

मैगी नूडल्स के लोकप्रियता के बावजूद कुछ वर्ष पहले मैगी में लेड मिलने की शिकायत भी समय-समय पर आती रही है और इस वजह से यह कई बार प्रतिबंधित भी हो चुका है। मगर यह मैगी के प्रति लोगों का प्यार ही है कि वह बाजार में दोबारा अपना जगह बनाने में सफल रहा है। तो आइए जानते हैं 2 मिनट में तैयार होने वाली टेस्टी और यमी मैगी की कहानी क्या है और इसे किसने तैयार किया और यह भारत कब पहुंचा।

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दिलचस्प है मैगी की कहानी (Maggie Noodles)

बता दें कि काफी विवादों का सफर तय करने और 2 मिनट में तैयार होने मैगी आज भी बच्चों के बीच सबसे ज्यादा पसंद किया जाने वाला फूड है बच्चों का जन्मदिन हो या और कोई कार्यक्रम यह मैगी के बिना अधूरा माना जाता है। इस लोकप्रिय नूडल्स को तैयार करने वाले शख्स का नाम जूलियस माइकल जोहानसन था। मिस्टर मैगी स्विस नागरिक थे और उन्हीं के नाम पर मैगी का नाम रखा गया। मैगी के माता-पिता इटली से आकर स्विजरलैंड बसे थे मिस्टर माइकल मैगी और मिसेज सोफी की पांचवी संतान जूलियस थे। इनका जन्म स्विट्जरलैंड में 8 अक्टूबर, 1846 में हुआ था। सबसे पहले मैगी जर्मनी देश में पहुंचे, जूलियस ने वहीं से शुरुआत किया।

जर्मनी में अच्छा रिस्पांस मिलने पर उन्होंने स्विट्जरलैंड में फूड चेन खली और इस तरह से मैगी के मार्केटिंग की शुरुआत हुई। 23 साल के जूलियस ने उस वक्त पिता के फैक्ट्री में कदम रखा जब उनका बिजनेस खराब चल रहा था। 1869 में जुलियस ने फूड प्रोडक्शन का बिजनेस आजमाया, प्रोटीन से भरपूर रेडीमेड सूप बनाना काफी फायदेमंद रहा और इसी की बदौलत उन्होंने मार्केट में जगह बनाई। उनके इस काम में एक मित्र फिजीशियन शेड्यूल इन सोलर ने काफी मदद की। कई छोटे-छोटे धंधों के ना चल पाने के बाद मैगी ने यह निर्णय लिया कि वह रेडी टू यूज यानी जल्दी से पकाए जाने वाले खाद्य पदार्थ बनाएंगे और सूप बनाकर बेचना शुरू किया।

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भारत में मैगी नूडल्स

2 मिनट के मैगी का कॉन्सेप्ट लोकप्रिय हुआ जिससे महिलाओं को भी काम मिला और सरकार ने इसमें मदद भी दी। वर्ष 1947 में नेस्ले ने मैगी ब्रांड को खरीद लिया और अब तक यह पूरे विश्व में मशहूर हो चुका था। भारत में मैगी 1983 में आया नेस्ले इंडिया लिमिटेड ने भारत में मैगी नूडल्स को लॉन्च किया और बहुत जल्द यह महिलाओं बच्चों के बीच लोकप्रिय बन गया। लॉन्चिंग के कुछ वर्षों में ही मैगी की लोकप्रियता के कारण मैगी मसाला, मैगी चिकन मसाला और टमाटर वाला वेरिएंट मसाला बाजार में आ गया। इलेक्ट्रॉनिक विज्ञापन हो या प्रिंट, सभी जगह 2 मिनट में तैयार होने वाला मैगी ही दिखता है और यह बच्चों का खास लोकप्रिय खाद्य पदार्थों में से एक बन गया है।

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