‘इक प्यार का नगमा है’ लिखने वाले संतोष आनंद के बारे में जानें | Santosh Anand
21 फरवरी 2021 का दिन हर एक संगीत प्रेमी के लिए तब यादगार बन गया जब Indian Idol के एपिसोड में मशहूर लिरिसिस्ट “संतोष आनंद” (Santosh Anand) को देखा गया। संतोष आनंद के बारे में तो आप सभी जानते ही होंगे और जो लोग नहीं जानते हो उन्होंने “एक प्यार का नगमा है…” उनका यह गीत जरूर सुना ही होगा। संतोष आनंद जी ने फ़िल्म जगत को बहुत से गीत दिए है जिनमें “मै ना भूलूंगा, पूर्वा सुहानी आई रे, मोहब्बत है क्या चीज?” सबसे ज्यादा मशहूर है और इन गीतों के लिए उन्हें कई सारे अवार्ड से सम्मानित किया जा चुका है।
क्या बोले संतोष आनंद?
जब संतोष आनंद इंडियन आइडल के सेट पर आए सभी लोग काफी ज्यादा भावुक हो गए थे। वजह थी उनकी स्थिति, क्योंकि वह जिस दौर से गुजर रहे थे वह उनके लिए बहुत ही ज्यादा कठिन समय बना हुआ था। इंडियन आइडल के सेट पर संतोष आनंद जी ने किसी आइडियल की तरह हमारे बड़े बूढ़ों की तरह सभी लोगों से कुछ पुरानी यादें शेयर की लेकिन उन्हें देखकर हर एक इंसान भावुक हो गया। संतोष आनंद जी ने अपनी यादों को शेयर करते हुए बताया कि उनके पास सब कुछ था, लेकिन अचानक ही सब कुछ उनके हाथों से चला गया, भगवान ने उनके लिए सभी कपाट कैसे बंद कर दिया उन्हें यह भी पता नहीं चला। बता दे, कि संतोष आनंद जी काफी बुरे दौर से गुजर रहे हैं। उन्हें गरीबी और बेरोजगारी ने बुरी तरह से जकड़ रखा है और यहां तक की उनके पास कोई सहारा भी नहीं है क्योंकि काफी समय पहले ही उनके बहू और बेटे ने किसी कारणवश सुसाइड कर लिया था।
संतोष आनंद जी ने इंडियन आइडल के सेट पर कई यादों को हमसे शेयर किया साथ ही उन्होंने कहा कि “अब वह दौर तो नहीं है लेकिन मैं एक बात जरुर कहना चाहूंगा” –
“जो बीत गया अब वह दौर ना आएगा
इस दिल में तेरे सिवा और कोई ना आएगा”
“घर फूंक दिया अब राख उठाने बाकी है
जिंदगी और कुछ नहीं तेरी मेरी कहानी है”
संतोष आनंद जी की यह लाइन सुनकर तो मानो वहां बैठा हर इंसान भावुक हो गया और यहां तक कि जो लोग इस एपिसोड को देख रहे होंगे, यकीन मानो वह भी अपने आंसुओं को रोक नहीं पाए होंगे। यहां तक की यह देखकर ₹नेहा कक्कर” को भी आंखों में से आंसू आ गए थे। नेहा कक्कर यह सब सुनकर इतनी भावुक हो गई थी कि उन्होंने तुरंत ही संतोष आनंद जी को 500000 डोनेट करने का फैसला किया। लेकिन संतोष आनंद जी ने कहा कि “वह बहुत ही स्वाभिमानी व्यक्ति है उन्होंने जो भी किया है अपनी मेहनत के बल पर किया है इसलिए वह पैसे नहीं ले पाएंगे।” इस पर नेहा कक्कड़ ने जवाब देते हुए कहा कि “आप यह समझ कर ले लीजिए कि आप की पोती आपको कुछ दे रही है”। यह सुनकर संतोष आनंद जी नेहा कक्कर को मना नहीं कर सके और उन्होंने नेहा कक्कर की इस भेंट को स्वीकार कर लिया। उनके भेंट स्वीकार करने का एक कारण यह भी था कि उनकी स्थिति मानों पहले जैसी नहीं थी।
संतोष आनंद जी का वीडियो सोशल मीडिया पर बहुत ही ज्यादा वायरल हुआ। लेकिन सोचने वाली बात यह भी है कि जिस “रानू मंडल” को सभी लोगों ने सड़क से उठाकर आसमान पर बिठा दिया वह भी संतोष आनंद के गीत को ही गा कर प्रसिद्ध हुई थी लेकिन आपने यह ध्यान नहीं दिया कि आखिर जो उस गीत को बनाने वाले रचनाकारर है उनके साथ आखिर क्या चल रहा होगा उन्हें तो हम सभी ने जमीन पर ला खड़ा कर दिया। कहने का मतलब सिर्फ इतना है कि हम सभी लोगों को कला की इज्जत करना सीखनी चाहिए।