जानें, ज्यादातर बच्चों का जन्म सुबह या रात के समय क्यों होता है?
Youthtrend Health & Fitness Desk : जितने भी बच्चे जन्म लेते हैं उनमें अक्सर देखा जाता हैं कि या तो बच्चे सुबह के जन्म लेते हैं या रात के समय में, आप इस बात को अपने आस-पास भी महसूस कर सकते हैं हम लोगों को अक्सर अपने जन्म का समय याद होता हैं हम में से बहुत से लोग या तो रात के समय या फिर सुबह के समय जन्मे होते हैं। जो लोग माता- पिता बन चुके हैं उन्होंने भी इस बात को अवश्य महसूस किया होगा, पर क्या हैं इसके पीछे वजह, आज के इस लेख में हम ये जानने की कोशिश करेंगे।
बच्चों के जन्म लेने के समय को लेकर हुआ हैं अध्ययन
बच्चों को जन्म सुबह या रात को ही क्यों होता हैं इसके लिए एक अध्ययन किया गया था जिससे इस बारें में पता चल सकें, ये अध्ययन सिटी यूनिवर्सिटी ऑफ लंदन द्वारा यूनिवर्सिटी कॉलेज लंदन द्वारा लगातार 10 साल तक किया गया, इस रिसर्च में ये सामने आया हैं कि ज्यादातर बच्चों का जन्म रात में या सुबह हुआ था और इन बच्चों में अधिकांश बच्चों के पैदा होने का समय था सुबह 4:00 बजे। इस अध्ययन का नेतृत्व करने वाले शोधकर्ता डॉ पीटर मार्टिन ने इस अध्ययन में ये पाया कि बच्चों के जन्म के समय को लेकर ये वजह हो सकती हैं कि इंसानो के पूर्वज अक्सर ऐसे समूह के साथ रहते थे जो दिन में कार्यकलापों में व्यस्त रहते थे और रात्रि के समय साथ में रहकर आराम करते थे। इसके अलावा रात के समय हुआ प्रसव और जन्म मां और उसके बच्चे को सेहत की सुरक्षा भी प्रदान करता हैं।
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और क्या सामने आया हैं इस रिसर्च के दौरान
10 सालों तक चले इस शोध में ये भी सामने आया हैं कि लगभग 71.5 प्रतिशत बच्चें कार्यदिवस पर होते हैं और उनमें से ज्यादातर बच्चों का जन्म या तो सुबह 01:00 से लेकर 07:00 के बीच हुआ होता हैं या शाम 5:00 से लेकर रात 09:00 के बीच होता हैं। इस अध्ययन में शामिल किए गए ज्यादातर प्रसव स्वाभाविक ही थे। इस अध्ययन के परिणाम अनुसार डॉ पीटर मार्टिन के मुताबिक अन्य क्षेत्रों के दीर्घकालिक अनुभव और कुछ अन्य शोधों से ये बात सामने आई हैं कि जब किसी प्रसव के दौरान प्रसूति या दाई का हस्तक्षेप नहीं होता हैं जो बच्चें के सुबह के शुरुआती घंटे में पैदा होने के और रात में पैदा होने के अवसर बढ़ जाते हैं।
आखिर क्यों होता हैं ज्यादातर बच्चों का जन्म रात या सुबह के समय, जानिए वजह
जितने भी बच्चे जन्म लेते हैं उनमें अक्सर देखा जाता हैं कि या तो बच्चे सुबह के जन्म लेते हैं या रात के समय में, आप इस बात को अपने आस-पास भी महसूस कर सकते हैं हम लोगों को अक्सर अपने जन्म का समय याद होता हैं हम में से बहुत से लोग या तो रात के समय या फिर सुबह के समय जन्मे होते हैं। जो लोग माता- पिता बन चुके हैं उन्होंने भी इस बात को अवश्य महसूस किया होगा, पर क्या हैं इसके पीछे वजह, आज के इस लेख में हम ये जानने की कोशिश करेंगे।
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बच्चों के जन्म लेने के समय को लेकर हुआ हैं अध्ययन
बच्चों को जन्म सुबह या रात को ही क्यों होता हैं इसके लिए एक अध्ययन किया गया था जिससे इस बारें में पता चल सकें, ये अध्ययन सिटी यूनिवर्सिटी ऑफ लंदन द्वारा यूनिवर्सिटी कॉलेज लंदन द्वारा लगातार 10 साल तक किया गया, इस रिसर्च में ये सामने आया हैं कि ज्यादातर बच्चों का जन्म रात में या सुबह हुआ था और इन बच्चों में अधिकांश बच्चों के पैदा होने का समय था सुबह 4:00 बजे। इस अध्ययन का नेतृत्व करने वाले शोधकर्ता डॉ पीटर मार्टिन ने इस अध्ययन में ये पाया कि बच्चों के जन्म के समय को लेकर ये वजह हो सकती हैं कि इंसानो के पूर्वज अक्सर ऐसे समूह के साथ रहते थे जो दिन में कार्यकलापों में व्यस्त रहते थे और रात्रि के समय साथ में रहकर आराम करते थे। इसके अलावा रात के समय हुआ प्रसव और जन्म मां और उसके बच्चे को सेहत की सुरक्षा भी प्रदान करता हैं।
और क्या सामने आया हैं इस रिसर्च के दौरान
10 सालों तक चले इस शोध में ये भी सामने आया हैं कि लगभग 71.5 प्रतिशत बच्चें कार्यदिवस पर होते हैं और उनमें से ज्यादातर बच्चों का जन्म या तो सुबह 01:00 से लेकर 07:00 के बीच हुआ होता हैं या शाम 5:00 से लेकर रात 09:00 के बीच होता हैं। इस अध्ययन में शामिल किए गए ज्यादातर प्रसव स्वाभाविक ही थे। इस अध्ययन के परिणाम अनुसार डॉ पीटर मार्टिन के मुताबिक अन्य क्षेत्रों के दीर्घकालिक अनुभव और कुछ अन्य शोधों से ये बात सामने आई हैं कि जब किसी प्रसव के दौरान प्रसूति या दाई का हस्तक्षेप नहीं होता हैं जो बच्चें के सुबह के शुरुआती घंटे में पैदा होने के और रात में पैदा होने के अवसर बढ़ जाते हैं।