इमानदार टैक्स पेयर्स के लिए प्रधानमंत्री मोदी की सौगात, अब मिलेगीं ये सुविधाएँ
Youthtrend Money Bazaar Desk : पीएम मोदी ने गुरुवार को ईमानदारी से टैक्स भरने वाले लोगों को प्रोत्साहित करने के लिए और वर्तमान टैक्स प्रणाली में पारदर्शिता लाने के लिए एक खास प्लेटफॉर्म ट्रांसपेरेंट टैक्सेशन: ऑनरिंग द ऑनेस्ट (Transparent Taxation: Honuring the Honest) का उदघाटन किया, इस नई स्कीम की शुरुआत करते हुए पीएम ने कहा कि इस प्लेटफॉर्म के द्वारा 21वी सदी के टैक्स सिस्टम की शुरुआत की जाएगी। इस योजना के अंतर्गत फेसलैस असेंसमेन्ट (Faceless Assesment), अपील और टैक्सपेयर्स चार्टर भी इस नई स्कीम में शामिल हैं। पीएम के द्वारा शुरू किए इस नए प्लेटफॉर्म से टैक्स भरने वाले करदाताओं को टैक्स पेयर्स चार्टर, फेसलैस असेसमेंट और फेसलैस अपील की भी सुविधा मिलेंगी, इस नए प्लेटफॉर्म के साथ ही अब करदाताओं को कर भरने में आसानी रहेगी और इस नए प्लेटफॉर्म के द्वारा लोगों पर विश्वास जताया जाएगा, आइए जानते हैं और क्या कहा पीएम मोदी ने।
लोगों पर जताना होगा भरोसा
कार्यक्रम में टैक्स के नए प्लेटफार्म की शुरुआत करते समय पीएम ने कहा कि इस नई टैक्स प्रणाली से लोगों के ट्रांसफर और पोस्टिंग की समस्या खत्म हो जाएगी, इसके अलावा टैक्स से जुड़े किसी भी मामलें की जांच फेसलैस तरीके से होगी इसके अलावा अपील करने के लिए भी फेसलैस तकनीक ही रहेगी। पीएम ने कहा कि टैक्सपेयर्स देश के निर्माण में बहुत बड़ा योगदान देते हैं इसलिए उनका सम्मान करना बेहद जरूरी हैं उन्होंने कहा हैं कि आयकर विभाग को हर टैक्सपेयर का सम्मान करना चाहिए। देश को आत्मनिर्भर बनाने के लिए भरना होगा ईमानदारी से टैक्स पीएम मोदी ने कहा हैं कि देश में केवल डेढ़ करोड़ ही टैक्सपेयर्स हैं जबकि देश की जनसंख्या 130 करोड़ हैं, उन्होंने आगे कहा कि अगर हमें देश को आत्मनिर्भर बनाना हैं तो लोगों को ईमानदारी से टैक्स भरना होगा इसके अलावा टैक्स चोरी को भी बंद करना होगा। उन्होंने कहा कि आगामी 15 अगस्त से ही टैक्स देने का संकल्प लेना चाहिए, प्रधानमंत्री श्री नरेन्द्र मोदी ने कहा कि टैक्स की इस नई सुविधा में से कुछ पॉइंट को वर्तमान से ही लागू कर दिया गया हैं जबकि बचे हुए पॉइंट्स को 25 सिंतबर से लागू कर दिया जाएगा।
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अब सिर्फ सही तरीके से होगा काम
पीएम ने इस कार्यक्रम में कहा कि देश में टैक्स प्रणाली को सुधारने के लिए लगातार योजनाएं बनाई जा रही हैं, उन्होंने कहा कि टैक्स पॉलिसी इतनी स्पष्ट होनी चाहिए कि टैक्सपेयर्स को इस पर भरोसा हो, इसके अलावा सरकारी सिस्टम में तकनीक के प्रयोग को भी बढ़ावा देने की बात कही हैं। प्रधानमंत्री ने कहा कि अब टैक्स को लेकर सिर्फ सही तरीके से ही काम किया जाएगा और किसी भी तरह की गलत गतिविधियों को जगह नहीं दी जाएगी। अब टैक्स को लेकर किसी तरह की साठ-गांठ की व्यवस्था जो पहले बन चुकी थी, नहीं रहेगी और ब्लैक- वाइट का जो व्यापार फल-फूल रहा था वो भी अब बंद हो जाएगा, उन्होंने कहा कि कुछ बेईमान लोगों की पहचान के लिए बहुत से लोगों को परेशानी से गुजरना पड़ा लेकिन अब ऐसा कुछ भी नहीं होगा।
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टैक्स से जुड़े मामलों की जांच होगी दूसरे राज्यों द्वारा
नई टैक्स प्रणाली से जुड़े कार्यक्रम में पीएम ने कहा कि अब तक 10 लाख का भी टैक्स से जुड़ा मामला कोर्ट में चला जाता था, लेकिन अब बदलाव करकें 1-2 करोड़ के मामलें ही कोर्ट में जाएंगे, पर ज्यादा ध्यान टैक्स से जुड़े मामलों को कोर्ट से बाहर ही निपटाना हैं। अब नई टैक्स योजना के द्वारा टैक्स से जुड़े मामलों की जांच जिस राज्य का केस हैं उसके अलावा किसी भी अन्य राज्य का कोई भी अधिकारी जांच कर सकता हैं। जांच के बाद उसका रिव्यु किसी और राज्य का अधिकारी करेगा, कौन सा अधिकारी जांच करेगा इसका फैसला कंप्यूटर के द्वारा किया जाएगा। वित्तमंत्री निर्मला सीतारमण के अनुसार इस नए टैक्स प्लेटफॉर्म का मुख्य उद्देश्य टैक्सपेयर्स को ज्यादा फायदा देने का हैं।
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टैक्सपेयर्स को ज्यादा सुविधा देने की उठती रही हैं मांग
देश में सिर्फ कुछ लोगों के द्वारा ही टैक्स दिए जाने और टैक्स की चोरी होने की वजह से अक्सर टैक्स प्रणाली को खत्म करने की बात होती रहती हैं, इसका एक मुख्य कारण ये हैं कि जो लोग ईमानदारी से अपना टैक्स भरते हैं उन्हें किसी तरह से प्रोत्साहित नहीं किया जाता और ना ही कोई विशेष सुविधाएं दी जाती हैं। बहुत से विकसित देशों में टैक्सपेयर्स को विशेष सुविधाएं दी जाती हैं, इसके अलावा टैक्सपेयर्स की सुविधा के लिए अब पहले से ही भरे हुए रिटर्न्स फॉर्म आयकर विभाग द्वारा जारी कर दिए गए हैं इससे टैक्सपेयर्स को टैक्स भरने में कोई परेशानी नहीं होगी।