Dil Bechara: ऑस्टियोसार्कोमा नाम की बीमारी से हुई थी सुशांत की मौत, जानें इसके लक्षण
Youthtrend Health & Fitness Desk अभी हाल में ही दिवंगत अभिनेता सुशांत सिंह राजपूत की आखिरी फिल्म ‘दिल बेचारा’ OTT प्लेटफार्म डिज्नी हॉटस्टार पर 24 जुलाई को रिलीज हुई हैं, सुशांत की ये फिल्म सुशांत सिंह के फैन्स के लिए एक अनमोल तोहफा हैं जो सुशांत अपने जाने के बाद लोगों के लिए दे गए हैं। इस फिल्म में सुशांत सिंह एक ऑस्टियोसार्कोमा (Osteosarcoma) से पीड़ित रोगी का किरदार निभा रहें हैं, सुशांत सिंह फिल्म में एक ऐसा किरदार हैं जो इतनी गंभीर बीमारी होने के बावजूद भी अपनी जिंदगी को खुल कर जीते हैं, अब फिल्म देखने के बाद सबके मन मे ये सवाल उठता हैं कि आखिर ये ऑस्टियोसार्कोमा क्या हैं। आज के इस लेख में हम आपको इसी बीमारी से जुड़ी कुछ जानकारी देने जा रहें हैं।
क्या हैं ऑस्टियोसार्कोमा और क्या होता हैं इस बीमारी के होने का कारण
जब शरीर की हड्डियों में घाव हो जाए और फिर वो घाव कैंसर में बदल जाए तो उस स्थिति को ही ऑस्टियोसार्कोमा कहते हैं सामान्य भाषा में इसे हड्डियों का कैंसर या Bone Cancer भी कहा जाता हैं ऑस्टियोसार्कोमा के ज्यादातर मामलों में देखा गया हैं कि ये बीमारी घुटने के पास पिंडलियों में ही होता हैं।
ये बीमारी उन्ही लोगों को होती हैं जिन्हें पहले से कोई बीमारी नहीं होती, कई गंभीर बीमारियों की तरह ये अनुवांशिक बीमारी हैं, इस बीमारी से पीड़ित अधिकतर रोगी अपनी बीमारी समझ नहीं पाते हैं, जबकि कुछ रोगियों को इसमें दर्द की शिकायत रह सकती हैं।
क्या होते हैं ऑस्टियोसार्कोमा बीमारी के लक्षण
पैरों की हड्डियों में होने वाली ये बीमारी के लक्षण समझना थोड़ा सा आसान हैं इस बीमारी में हड्डियों में या उनके सिरों के आसपास सूजन या किसी तरह की गांठ हो सकती हैं, इस बीमारी में हड्डी और जोड़ो में दर्द रह सकता हैं, इसके अलावा इस बीमारी से पीड़ित रोगियों को कई महीनों तक दर्द बना रह सकता हैं। कई बार खेल-कूद के दौरान या एक्सरसाइज करते समय हड्डियों में दर्द महसूस हो सकता हैं और कई मामलों में हड्डियों में दर्द और सूजन भी हो सकती हैं।
क्या हैं इस हड्डियों के कैंसर की बीमारी का इलाज
ऑस्टियोसार्कोमा का इलाज मरीज की स्थिति पर निर्भर करता हैं सबसे पहले मरीज के उस प्रभावित हिस्से का सीटी स्कैन और शरीर का ब्लड टेस्ट किया जाता हैं, कई मामलों में एमआरआई की भी आवश्यकता होती हैं। व्यक्ति का इलाज कीमोथेरेपी या सर्जरी के द्वारा भी किया जाता हैं, सर्जरी के द्वारा प्रभावित हिस्से को हटा दिया जाता हैं जिससे कैंसर बाकी शरीर में ना फैले।