क्या हैं लोनार झील का इतिहास, रातोंरात गुलाबी हो गए पानी का क्या हैं रहस्य?
लगभग हम सबने कभी ना कभी कोई ना कोई झील तो अवश्य देखी ही होगी, पर सोचिए कि आप झील देखने गए हैं पर उसका पानी बिल्कुल गुलाबी रंग का हो चुका हैं तो आपके मन में क्या चलेगा। आप असमंजस में पड़ जाएंगे कि ऐसा कैसे हो सकता हैं, भले ही ये बात आपको हैरान करने वाली हो लेकिन वास्तव में एक ऐसी झील अपने ही देश में मौजूद हैं जिसका पानी रातों रात गुलाबी रंग का हो गया था, इस झील का नाम है लोनार झील।
लोनार झील महाराष्ट्र के बुलढाणा जिले में मौजूद हैं, बताया जाता हैं कि ऐसा पहली बार नहीं हुआ हैं कि झील के पानी का रंग बदला हो बल्कि पहले भी ऐसा हो चुका हैं। आइये जानते हैं इस रहस्मयी झील से जुड़े कुछ दिलचस्प तथ्यों के बारें में।
50,000 वर्ष पुराना लोनार झील का इतिहास
लोनार झील के पानी की तरह इसके निर्माण की कहानी भी बड़ी दिलचस्प हैं, बताया जाता हैं तकरीबन 50,000 वर्ष पूर्व एक उल्कापिंड के धरती पर गिरने से ही इस जगह पर इस झील का निर्माण हुआ था। ये झील पर्यटकों के लिए काफी लंबे से आकर्षण का केंद्र बनी हुई हैं इसके अलावा इस झील के बारें में दुनिया भर के वैज्ञानिक रिसर्च करते रहते हैं, ये झील लगभग 1.2 किमी व्यास में फैली हुई हैं।
रातोंरात गुलाबी हो गया झील का पानी
यहां के स्थानीय लोगों कर साथ-साथ वैज्ञानिक भी लोनार झील के रातोंरात गुलाबी होने से काफी आश्चर्य में पड़ गए थे, वैसे इस झील का रंग पहले भी कई बार बदल चुका हैं लेकिन इस बार पानी का रंग बहुत साफ-साफ दिखाई दे रहा हैं। गजानन खराट जो लोनार झील के सरंक्षण और विकास समिति के सदस्य हैं उनके अनुसार ये झील देश के राष्ट्रीय स्मारकों में आती हैं, इसके अलावा इस झील का खारा पानी होना भी इस झील के गुलाबी पानी होने की एक वजह हैं।
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लवणता और शैवाल हैं झील के रंग बदलने के पीछे
बताया जाता हैं कि इस झील में लवणता और शैवाल होने से और खारे पानी के कारण ही इसके पानी का रंग बदला होगा, वैज्ञानिकों के अनुसार इस झील के पानी का pH स्तर 10.5 हैं। विशेषज्ञों के मुताबिक पानी के अंदर 1 मीटर नीचे ऑक्सीजन लगभग ना के बराबर हैं इस वजह से भी झील के पानी का रंग बदल गया होगा, इसके अलावा फिलहाल इस झील में पानी का स्तर काफी कम हैं, तो जल स्तर कम होने से शैवाल में बदलाव आता हैं और पानी का रंग बदल गया हैं।