यूरोपीय संघ को कश्मीर का न्योता देने वाली मादी शर्मा आखिर हैं कौन ? यहां जानिए
29 अक्टूबर को यूरोपीय संघ के एक प्रतिनिधिमंडल ने कश्मीर का दौरा किया। इस दौरे का मकसद धारा 370 हटने के बाद कश्मीर के हालातों का जायजा लेना था। यूरोपीय संघ के प्रतिनिधिमंडल ने कश्मीर का दौर तो किया लेकिन इसके बाद से विपक्ष मोदी सरकार पर पूरी तरह से हमलावर है। विपक्ष सरकार से पूछ रहा है कि आखिर इस दौरे की क्या जरूरत थी। विपक्ष के हिसाब से ये दौरा अलोकतांत्रिक है। अगर देखा जाए तो दौरे की चर्चा चारों ओर है। इसी बीच दौरे के साथ ही एक नाम ‘मादी शर्मा’ का भी है जिसकी चर्चा हो रही है। अब सवाल उठता है कि आखिर ये मादी शर्मा कौन हैं। आईये आपको विस्तार से मादी शर्मा के बारे में बताते हैं।
आखिर कौन हैं मादी शर्मा ?
मादी शर्मा वोमन इकोनॉमिक एंड सोशल थींक टैंक नाम की गैर सरकारी संगठन (एनजीओ) को चलाती हैं। खबर है कि यूरोपीय संघ के प्रतिनिधिमंडल के कश्मीर दौरे की प्लानिंग इन्हीं की ओर से थी। मादी शर्मा अपने ही नाम का एक ग्रुप भी हैंडल करती हैं। इस ग्रुप का नाम मादी ग्रुप है। मादी ग्रुप का काम ऐसे संगठन को चलाना है जो इंटरनेशल लेवल की निजी कंपनियों को एक साथ लाती हैं।
मादी यूरोपियन इकोनॉमिक एंड सोशल कमेटी की सदस्या हैं। कश्मीर में धारा 370 हटने के बाद इसका असर महिलाओं पर किस तरह पड़ा है इसे लेकर मादी शर्मा ने एक आर्टिकल लिखा था। उनका आर्टिकल ईपी टुडे नाम की पत्रिका में प्रकाशित भी हुआ था।
पहले भी रह चुकी हैं चर्चा में
मादी शर्मा कोई पहली बार चर्चा में नहीं आई हैं, इससे पहले जब वो यूरोपीय संघ के प्रतिनिधिमंडल को मालदीव लेकर गई थी तब भी इसकी चर्चा चारो ओर हुई थी। जिस वक्त मादी ने प्रतिनिधिमंडल को मालदीव का दौरा करवाया उस वक्त वहां अब्दुल्ला यामीन की सरकार थी। इस दौरे के बाद यामीन सरकार की किरकिरी भी हुई थी। ये किरकिरी प्रतिनिधिमंडल ने ही की थी।
मादी शर्मा ने यूरोपीय संघ के प्रतिनिधिमंडल को कश्मीर का न्योता भेजा। मादी ने वादा किया कि वो प्रतिनिधिमंडल में शामिल लोगों की मुलाकात प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी से करवाएंगी। इसके बाद दीपावली के अगले दिन यानि 28 अक्टूबर को दिल्ली में प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी, राष्ट्रीय सुरक्षा सलाहकार अजीत डोभाल और देश के विदेश मंत्री एस जयशंकर से मुलाकात की थी। यही नहीं प्रतिनिधिमंडल के सदस्यों ने पीएम मोदी से मिलने के बाद श्रीनगर में 15वीं कॉर्प्स के कमांडर से भी मुलाकात की। दिल्ली मेंभी कश्मीर के प्रबुद्धजनों से प्रतिनिधिमंडल के लोगों ने मुलाकात की थी।