पाकिस्तान की ईद पर लगा कंगाली का ग्रहण, नई चीजों के लिए तरस रहे लोग
दुनियाभर मे बुधवार को ईद का त्यौहार मनाया जा रहा है लेकिन शायद इस साल की ईद पाकिस्तानियों के लिए खुशियों भरा ना होकर दुखों भरा हैं| दरअसल इस साल पाकिस्तान में मुद्रास्फीति के कारण सामानों की कीमतें इतनी बढ़ गयी हैं कि वो आम आदमी के पहुँच से बाहर हैं| पाकिस्तानी मीडिया के मुताबिक महंगे कपड़ो और ज्वैलरी का शौक बस अमीरों का रह गया हैं, इन सब चीजों के बारे में आम आदमी सोच भी नहीं सकता हैं| बता दें कि पिछले साल जूते-चपल, चूड़ियों आदि सामानों के दाम कम थे लेकिन इस साल इन सब चीजों का दाम भी बहुत ज्यादा बढ़ गया हैं|
पाकिस्तानी बाजार और शॉपिंग माल में लोगों की काफी कम भीड़ दिखाई दी, जबकि रमजान के दिन में ये लोगों से भरे पड़े दिखाई देते थे| लेकिन इस साल ऐसा नजारा देखने को नहीं मिला| जो लोग शॉपिंग करने आए भी थे, उनका मानना था कि इस साल सभी सामानों के दाम बहुत ज्यादा हैं, जिसके कारण ईद की ख़रीदारी बहुत कम हो रही हैं| लोगों का ऐसा मानना हैं कि सामानों के इस तरह बढ़ रहे दामो को नियंत्रित करने के लिए कोई रेगुलैटरी बॉडी होनी चाहिए|
पाकिस्तान में रह रहे एक शख्स ने बड़े दुखी होकर कहा कि इस साल की ईद गरीबों के लिए नहीं है| इतना ही नहीं पाकिस्तान के मजदूर ने अपना गुस्सा दिखाते हुये कहा कि उसे इस साल रमजान के महीने में कोई भी काम नहीं मिला और अब वो इतनी महंगी चीजों को कैसे खरीदे और ईद मनाए| उनका कहना हैं कि पाकिस्तान की नई सरकार ने उन्हें निराश किया हैं, उन्होने गरीबों के लिए कुछ नहीं किया हैं| जबकि चुनाव प्रचार के समय में उन्होने गरीबों के हित में काम करने की बात कही थी|
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पाकिस्तान की आर्थिक स्थिति पिछले एक महीने में काफी खराब हुयी हैं| दरअसल पाकिस्तान सांख्यिकी ब्यूरो के नवीनतम आंकड़ों के मुताबिक मई में थोक मूल्य सूचकांक की महंगाई 1.43 फीसदी और संवेदनशील मूल्य सूचकांक 0.78 फीसदी की बढ़ोतरी हुई| जबकि पिछले साल समान अवधि की तुलना में जुलाई-मई के दौरान मई में मुद्रास्फीति की औसत दर 7.19 फीसदी बढ़ी| ऐसे में पाकिस्तान की जनता काफी परेशान हैं और वो इस साल की ईद हर्षोल्लास के साथ नहीं माना पा रही हैं|