CBSE Board: 10वीं की परीक्षा के पैटर्न में आया भारी बदलाव, जारी होंगे नए सैंपल पेपर
केंद्रीय माध्यमिक शिक्षा बोर्ड (CBSE) दसवीं की परीक्षा के पैटर्न में विशेष बदलाव करने को तैयार है। इस बदलाव के बाद परीक्षा की कठिनता का स्तर अभी के मुकाबले बढ़ा दिया जायेगा। इस बदलाव के अंतर्गत सीबीएसई ने प्रश्नो की संख्या और प्रकार में बदलाव करने का विचार किया है। ऐसा करने से परीक्षा का पैटर्न कुछ हद तक 90 के दशक के परीक्षा पैटर्न की तरह हो जाएगा। सीबीएसई का मानना है कि ऐसा करने से विद्यार्थियों में व्यावहारिक ज्ञान और वैचारिक प्रतिक्रिया बेहतर होगी। आइये आपको बताते हैं किस प्रकार होंगे प्रश्न पत्रों में बदलाव।
केंद्रीय माध्यमिक परीक्षा बोर्ड ने (CBSE) 10वीं के प्रश्न पत्रों में ऑब्जेक्टिव की संख्या को कम करके थ्योरी प्रश्नो का भाग को बढ़ाने का फैसला किया है। साथ ही ऑब्जेक्टिव प्रश्नो को पहले से और विविध बनाया जाएगा। मौजूदा परीक्षा पैटर्न में लघु उत्तरीय प्रश्नों की संख्या ज़्यादा होती है इसलिए इसकी जगह दीर्घ उत्तरीय प्रश्नों को बढ़ाया जायेगा। अभी तक लघु उत्तरीय प्रश्नो के उत्तर 50 से 100 शब्दो के बीच देना होता था अब उनकी जगह दीर्घ उत्तरीय सवाल पूछे जायेंगे जिसका उत्तर 100 से अधिक शब्दों में देना होगा। ऐसा करने से सवालों की संख्या में भारी कमी हो जाएगी।
ऑब्जेक्टिव सेक्शन में बदलाव:
अभी 20 नंबर के ऑब्जेक्टिव सवाल पूछे जाते थे जो कि कुल नंबरों का 20 प्रतिशत होता था अब इसे 10 प्रतिशत किया जायेगा। ऑब्जेक्टिव सवालों के पैटर्न में बदलाव किया जाएगा। ऑब्जेक्टिव प्रश्न भी दो प्रकार के होंगे, एक जिसमे सवाल के उत्तर में चार या पांच विकल्प होंगे और दूसरा रिक्त स्थान भरने वाले सवाल। जबकि कुछ के उत्तर को एक शब्द या वाक्य में लिखने के लिए कहा जाएगा।
नए प्रश्न पत्रों का नमूना जारी किया जाएगा:
सीबीएसई स्रोत के मुताबिक, नए पैटर्न पर आधारित नमूना प्रश्न पत्र बोर्ड की वेबसाइट पर जुलाई 2019 से उपलब्ध कराये जायेंगे। सीबीएसई के एक अधिकारी ने बताया, ‘हम शिक्षकों और छात्रों को समझने और तैयारी के लिए सैंपल पेपर के फॉर्म में नए पैटर्न को साझा करेंगे।’
लघुउत्तरीय प्रश्नो की जगह दीर्घउत्तरीय प्रश्न:
पहले थ्योरी भाग में सिर्फ लघु उत्तरीय प्रश्न पूछे जाते थे जिसमे 60 नंबर के सवाल पूछे जाते थे। सीबीएसई इस सेक्शन में सवालों की संख्या कम करेगा यानी पहले के मुकाबले अब कम सवाल पूछे जाएंगे। ऐसा करने से अब पहले से बड़ा उत्तर लिखना होगा और उसमे अपनी रचनात्मक प्रतिभा भी दिखानी होगी। एक अधिकारी ने बताया, ‘छात्रों को अब पहले के मुकाबले अब ज्यादा लंबा जवाब देना होगा और काफी क्रिऐटिव तरीके से जवाब देना होगा। उसी तरह से मार्किंग स्कीम और इवैल्युएशन किया जाएगा।’
सीबीएसई के अधिकारियों के कहना है की इन बदलावों के कारण रटकर पढ़ने की प्रवृत्ति की बजाय छात्रों में रचनात्मक उत्तर लिखने की प्रवृत्ति विद्यार्थियों में बढ़ेगी।