BPSC करेगा बिहार में पौने दो लाख शिक्षकों की भर्ती, यहाँ देखें सिलेबस और परीक्षा पैटर्न, जल्द जारी होगा नोटिफिकेशन
BPSC Teacher Recruitment 2023: बिहार लोक सेवा आयोग ने शिक्षक भर्ती ( Bihar Teacher Recruitment Exam syllabus ) का सिलेबस वेबसाइट पर उपलब्ध करा दिया है। आयोग ने विषयवार पाठ्यक्रम एवं परीक्षा की संरचना विवरण कर दिया है। परीक्षा से संबंधित सभी तरह की जानकारी दी गई है। आयोग से प्राथमिक, माध्यमिक और उच्च माध्यमिक विद्यालयों में शिक्षकों की नियुक्ति होनी है। आयोग की ओर से जारी अधिसूचना के अनुसार बताया गया है कि 1.78 लाख शिक्षक नियुक्ति प्रक्रिया के लिए विज्ञापन जल्द निकाला जाएगा। सचिव रविभूषण ने बताया कि आयोग को पूरी जबावदेही मिल गई है।
BPSC : शिक्षक भर्ती का सिलेबस व पैटर्न
भाषा विषय में 30 अंक लाना अनिवार्य
- पाठ्यक्रम के अनुसार प्राथमिक से उच्च माध्यमिक के लिए कॉमन परीक्षा अंग्रेजी विषय और भाषा में (हिन्दी, उर्दू और बांगला) की परीक्षा की होगी। इसे दो भागों में बांटा गया है। इसमें सौ प्रश्न पूछे जाएंगे और दो घंटे का समय मिलेगा। इसमें 30 अंक लाना अनिवार्य होगा।
नेगेटिव मार्किंग होगी
- सभी परीक्षाओं के प्रश्न वस्तुनिष्ठ व बहुविकल्पीय होंगे। प्रत्येक गलत उत्तर पर अंक की कटौती की जायगी, लेकिन कितने अंक की कटौती होगी यह अभी तय नहीं हुआ है।
प्राथमिक विद्यालय के अध्यापकों का पाठ्यक्रम (सामान्य अध्ययन)
इसमें प्राथमिक गणित, मानसिक क्षमता परीक्षण, सामान्य जागरूकता, सामान्य विज्ञान, सामाजिक विज्ञान, भारतीय राष्ट्रीय आंदोलन, भूगोल और पर्यावरण शामिल हैं।
सामान्य अध्ययन पत्र के प्रश्न प्राथमिक विद्यालय के पाठ्यक्रम से संबंधित होंगे, लेकिन इसका स्तर उम्मीदवार के लिए निर्धारित न्यूनतम अहर्ता के आलोक में होगा। 150 प्रश्न पूछे जाएंगे। दो घंटे का समय मिलेगा।
माध्यमिक विद्यालयों के अध्यापकों का पाठ्यक्रम
भाग- एक: में छात्रों को किसी एक पत्र का चुनाव करना है। बांग्ला, उर्दू, मैथिली, संस्कृत, भोजपुरी, अरबी, फारसी, अंग्रेजी, विज्ञान, गणित एवं सामाजिक विज्ञान।
-विषय पत्र माध्यमिक विद्यालयों के विषयों के पाठ्यक्रम से संबंधित होंगे, लेकिन इसका स्तर उम्मीदवार के लिए निर्धारित न्यूनतम अर्हता के आलोक में होगी।
भाग- दो- एक सामान्य अध्ययन पत्र है। इसके प्रश्न माध्यमिक विद्यालय के पाठ्यक्रम से संबंधित होंगे, लेकिन इसका स्तर उम्मीदवार के लिए निर्धारित न्यूनतम अर्हता के आलोक में होगा। इसमें प्राथमिक गणित, सामान्य जागरूकता, सामान्य विज्ञान, भारतीय राष्ट्रीय आंदोलन एवं भूगोल शामिल हैं।
उच्च माध्यमिक विद्यालयों के अध्यापकों का पाठ्यक्रम
भाग- एक- उम्मीदवारों द्वारा इन पत्रों में से किसी एक पत्र का चुनाव किया जाना है- हिन्दी, उर्दू अंग्रेजी, संस्कृत, बांग्ला, मैथिली, मगही, अरबी, फारसी, भोजपुरी, पाली, प्राकृत, गणित, भौतिकी, रसायन शास्त्र, वनस्पति विज्ञान, जन्तु विज्ञान, इतिहास, राजनीति विज्ञान, भूगोल, अर्थशास्त्र, समाज शास्त्र, मनोविज्ञान, दर्शन शास्त्र, गृह विज्ञान, कम्प्यूटर साइंस, वाणिज्य, लेखा, संगीत उवं उद्यमिता।
उच्च माध्यमिक विद्यालयों के विषयों के पाठ्यक्रम से संबंधित होंगे, लेकिन इसका स्तर उम्मीदवार के लिए निर्धारित न्यूनतम अर्हता के आलोक में होंगे।
भाग- दो- एक सामान्य अध्ययन पत्र हैं। इसके प्रश्न उच्च माध्यमिक विद्यालय के पाठ्यक्रम से संबंधित होंगे, लेकिन इसका स्तर उम्मीदवार के लिए निर्धारित न्यूनतम अर्हता के आलोक में होगा। इसमें प्राथमिक गणित, सामान्य जागरूकता, सामान्य विज्ञान, भारतीय राष्ट्रीय आंदोलन एवं भूगोल शामिल हैं।
कम से कम इतने मार्क्स लाना होगा अनिवार्य
परीक्षाओं में मेधा निर्धारण के लिए सामान्य वर्ग के लिए 40%, पिछड़ा वर्ग के लिए 36.5%, अत्यन्त पिछड़ा वर्ग के लिए 34% एवं अनुसूचित जाति/जनजाति, महिलाओं तथा निःशक्तता से ग्रस्त (दिव्यांग) उम्मीदवारों के लिए 32% निर्धारित न्यूनतम अर्हतांक प्राप्त करना अनिवार्य होगा, अन्यथा ये प्रतियोगिता परीक्षा से बाहर हो जाएंगे।
प्राइमरी शिक्षकों की नियुक्ति अधियाचना BPSC को भेजी
शिक्षा विभाग (BPSC) ने प्राथमिक विद्यालयों में शिक्षकों की नियुक्ति की अधियाचना बिहार लोक सेवा आयोग को औपचारिक रूप से भेज दी है। हालांकि, मध्य विद्यालयों, माध्यमिक विद्यालयों और उच्चतर माध्यमिक विद्यालयों में शिक्षकों की नियुक्ति की अधियाचना सोमवार तक जा सकेगी। सर्वाधिक नियुक्ति प्राथमिक विद्यालयों में ही होनी है। पहली से पांचवी कक्षा में विद्यालय शिक्षकों के 85477 पद सृजित हुए हैं। मध्य विद्यालय (कक्षा 6-8) के 1745, माध्यमिक (कक्षा 9-10) के 33186 और उच्चतर माध्यमिक (कक्षा 11-12) के 57618 पद सृजित हुए हैं।
यहां देखें सिलेबस
शिक्षा विभाग (BPSC) इस समय 1.78 लाख विद्यालय शिक्षकों की नियुक्ति प्रक्रिया में जुटा है। इन पदों पर नियुक्ति की अधिचायना बिहार लोक सेवा आयोग को भेजनी है। इसके बाद वहां से विज्ञापन निकालकर नियुक्ति प्रक्रिया विधिवत रूप से प्रारंभ होगी। सामान्य प्रशासन विभाग ने पहले ही नियुक्ति के लिए बीपीएससी को प्राधिकृत कर दिया है। इसके बाद बीपीएससी अपने स्तर से इसकी तैयारी में जुट गया है। सभी पदों के लिए अधिचायना प्राप्त होने के बाद वह नियुक्ति के लिए प्रतियोगिता परीक्षा आयोजित करेगा। इसके पहले विज्ञापन निकाला जाएगा। स्रोत: लाइवहिंदुस्तान.कॉम