Hamza Bendelladj : क्या सच में इस हैकर ने 200 से अधिक बैंको को हैक कर हजारों मिलियन डॉलर गरीबों में बाँट दिया था!
Hamza Bendelladj : अक्सर आप ID हैक, ऑनलाइन फार्ड होने जैसी कई घटनाएं सुनते और देखते होंगे। हो सकता है आप में से बहुत से लोग ऐसे भी हो, जो इसका शिकार भी हो चुके हो। जैसा कि आप सभी जानते है कि आज Web का दौर चल रहा है, पूरी दुनिया इसके जरिए एक दूसरे से कहीं न कहीं कनेक्ट है। तो वहीं दूसरी ओर ये कुछ Hackers के खेलने के लिए एक बड़ा मैदान सा बन गया है। जहां वो आए दिन न जाने कितने लोगों को अपना शिकार बनाते रहते है। शायद जितना हमें खुद भी अपने पर्सनल डाटा से जुड़ी चीजों के बारे में न पता हो उससे कहीं ज्यादा ये हमारे बारे में जानते होंगे। आज हम आपको दुनिया के बहुत बड़े और खतरनाक हैकर (Hamza Bendelladj) की कहानी से रूबरू कराते है, जिसे पकड़ने में इंटरपोल और एफबीआई जैसी खुफिया एजेंसी के भी पसीने छूट गए थे। इस हैकर की कहानी काफी दिलचस्प है, जिसे जानकर आपको हैकर्स की दुनिया के बारे में कई बड़ी जानकारियां मिलेगी। तो चलिए फिर जानते है…
Hamza Bendelladj : हैप्पी हैकर के नाम से था फेमस
हम जिस हैकर के बारे में बताने वाले है उसका नाम है हमजा बेंडेलाज (Hamza Bendelladj) जिसका जन्म 1988 में अल्जीरिया के टिजी ओजो में हुआ था। पूरे वर्ल्ड में ये हैप्पी हैकर (Happy Hacker) और स्माइलिंग हैकर (Smiling Hacker) के नाम से मशहूर था। क्योंकि उसकी जितनी भी तस्वीरें सामने आई उन सभी में उसके फेस पर हमेशा स्माइल होती, चाहे परिस्थिति कितनी भी मुश्किल क्यों न हो। यह बचपन से ही पढ़ने-लिखने में तेज था। जब वो पढ़ने के लिए यूनिवर्सिटी गया तो वहां उसने कंप्यूटर का ही कोर्स चुना और कंप्यूटर से इसकी खास दोस्ती हो गई।
चुटकियों में कर देता था कंप्यूटर हैक
कंप्यूटर को मानो जैसे उसने अपना सबसे पसंदीदा खिलौना बना लिया था, इससे जुड़ी कोई ऐसी चीज़ नहीं थी जिसके बारे में उसे जानकारी न हो। जब Hamza Bendelladj पार्टटाइम काम करने के लिए गया तो उसने कंप्यूटर की रिपेयरिंग का ही काम चुना और देखते ही देखते वो हैकर बन गया। पहले तो वो मजे-मजे में ही कंप्यूटर हैक करके लोगों को हैरान कर देता था। आज सबसे बड़े हैकर्स (Biggest Hackers) की लिस्ट में हैकर Hamza Bendelladj का नाम लिया जाता है। इसे एक दो नहीं बल्कि 5 भाषाएं आती है।
साल 2009 से शुरु हुआ हैकिंग का खेल
साल 2009 में इस Hacker के हैकिंग का सिलसिला शुरू होता है। उस दौरान अमेरिका के जॉर्जिया में कुछ बैंकों को अजीब सी शिकायतें मिल रही थी, जिसमें शिकायत थी कि बैंक के खाते से उनके पैसे बिना उनके निकाले ही निकल रहे हैं। मजे की बात ये थी कि इन शिकायतों की लिस्ट में केवल आम लोग शामिल नहीं थे, बल्कि इनमें कई बड़े संस्थाओं के अधिकारी और कॉरपोरेट घराने भी थे। जिनकी कंप्लेन थी कि उनके खातों को खाली किया जा रहा है और ये पता ही नहीं चल पा रहा है कि आखिर ये सब हो कैसे रहा है।
पुलिस भी थी हैरान
लेकिन इन शिकायतों में एक शिकायत ऐसी थी, जिसने अमेरिकी पुलिस को भी चौंका कर रख दिया था, वो कंप्लेन थी दुनियाभर को सॉफ्टवेयर बनाकर देने वाली कंपनी माइक्रोसॉफ्ट की। जिसने अमेरिकी पुलिस महकमें में सनसनी फैला दी थी। इसके बाद पुलिस को भी समझ में आ गया कि ये मामला बेहद गंभीर है, इसे हैंडल कर पाना शायद उनके बस की बात भी नहीं है। अब इस मामले को लेकर FBI अलर्ट हो गई।
3 साल में 60 मिलियन कंप्यूटरों में लगाई सेंध
FBI ने भी जब शिकायतों की लिस्ट देखी, तो चौंक गई क्योंकि तब तक क़रीब 60 मिलियन कंप्यूटर हैक किए जाने की शिकायतें दर्ज हो चुकी थी। ये सब 2009 और 2011 के बीच महज तीन साल के भीतर हुआ था।
FBI के भी उड़ गए थे होश
FBI ने जब जांच शुरु की तो वो अच्छी तरह से समझ चुकी थी कि इतने सारे कंप्यूटर को जिसने हैक किया है उसके पीछे एक ही शक्स का हाथ है, लेकिन फिर भी वो उसको सही तरीके से पता लगाने में असफल थी। FBI के सामने सबसे बड़ा सवाल यही था कि आखिर ये है कौन? जिसने पूरी दुनिया की पुलिस के साथ साथ तमाम एजेंसियों की भी नींद चुरा ली थी। ये कोई ऐसा छलावा था जिसकी परछाई तक का जांच एजेंसियों को पता नहीं चल पा रहा था। FBI लगातार इसके तह तक जाने की कोशिश में लगी हुई थी।
5 अरब से अधिक रुपए बैंक खातों से कर चुका था साफ
वहीं इस हैप्पी हैकर Hamza Bendelladj ने अपने एक साथी के साथ मिलकर महत तीन सालों के भीतर एक मैलवेयर के जरिए 200 से अधिक अमेरिकी बैंकों और वित्तीय संस्थानों के करीब 6 बिलियन डॉलर यानी 3 खरब, 5 अरब, 66 करोड़, 6 लाख (3,056,66,000,000) रुपये अलग अलग खातों से उड़ा लिए थे। लगातार इन दो हैकरों का पता लगाने में जुटी FBI के एजेंटों की आंखें सूज गईं थी, लेकिन फिर भी ये उनकी नज़रों से कहीं दूर थे।
FBI के हाथ लगी बड़ी लीड
फिर एक दिन अचनाक FBI को एक सूचना मिलती है। जिसमें पता चलता है कि अल्जीरिया में एक हैकर है हमज़ा बेंडेलाज (Hamza Bendelladj)। अब FBI ने खुद भी कभी इस नाम को नहीं सुना था, वो भी सोचने लगे कि आखिर ये कौन सा हैकर है जो इतना शातिर है, जिसने उनकी भी नींद उड़ा रखी थी।अब FBI के सभी एजेंट इस हैकर की लीड मिलते ही उसकी कुंडली खंगालने में लग गए। फिर इसके बाद FBI को आखिर सफलता तक पहुंचने का पहला रास्ता दिखाई देता है और उन्होंने Hamza Bendelladj का चिट्ठा निकाल लिया।
FBI एजेंट ने मिलाया हमजा से हाथ
FBI को एक सूत्र से पता चला कि हमज़ा 21 साल का एक सॉफ्टवेयर इंजीनियर था और उसके ख़िलाफ़ हैकिंग करके लोगों के खातों को खोखला करने का भी शक है। इसी शक के आधार पर हमज़ा के पीछे भी FBI का एक एजेंट लग गया। महीनों भटकने के बाद FBI एजेंट किसी तरह हमज़ा तक पहुँचने में कामयाब हुआ। फिर इसे अपने कब्जे में जकड़ने के लिए उस एजेंट ने खुद को भी एक हैकर साबित करके Hamza Bendelladj का भरोसा जीत लिया और मिलकर हैकिंग करने लगा। उन दोनों ने क्रिमिनल के खातों में सेंध लगाने की प्लानिंग करनी शुरू कर दी। बता दें कि उस समय एक नया सॉफ्टवेयर काफी प्रचलित था, जिसका नाम ‘स्पाइ आई’ (Spy Eye)।
FBI के हाथ आते-आते फिसल गया
इस सॉफ्टवेयर को खुद Hamza Bendelladj और उसके साथी ने ही तैयार किया था और इसी सॉफ्टवेयर के ज़रिए वो लोगों के खातों पर वर्चुअली डाका डालता था। अब स्माइल हैकर के इस राज के खुल जाने के बाद FBI के एजेंट ने एक नया प्लान तैयार किया, जिससे हमजा को गिरफ्तार किया जा सके। इसके बाद वो Hamza Bendelladj से उसके तैयार किया गया सॉफ्टवेयर ‘स्पाइ आई’ (Spy Eye) ख़रीदने का प्लान बनाता है और उसे तैयार भी कर लेता है, लेकिन सॉफ्टवेयर की डिलीवरी और सप्लाई से पहले ही हमज़ा FBI के चुंगुल में आते आते रह जाता है और एक बार फिर से FBI निराश हो जाती है।
भले ही FBI का ये ऑपरेशन फेल हो गया था, लेकिन उनके हाथों एक बड़ी लीड लगी थी जो अबतक गुमानमी के अंधेरे में गुम हमजा का चेहरा, यानी की उसकी पहचान अब FBI को पूरी तरह से मिल जाती है। जिससे उसके चेहरे को वो पूरी दुनिया में फैलाकर दुनिया भर की पुलिस को अलर्ट कर सके।
आखिरकार इस तरह पकड़ा गया
अब आखिरकार 2009 से शुरु हुए इस हैकिंग के सिलसिले पर शिकंजा कंसने का वो दिन भी आ ही गया जब 7 जनवरी, 2013 को थाई पुलिस ने बैंकॉक में एयरपोर्ट पर Hamza Bendelladj को उसकी नई नवेली बीवी के साथ पकड़ लिया। बता दें कि उस दौरान वे छुट्टियां मनाने के लिए मलेशिया गया था, लेकिन थाईलैंड में ही पकड़ा गया।
Hamza Bendelladj ने रखी ये शर्त
बता दें कि मलेशिया से छुट्टी मनाने के बाद इसे काहिरा के रास्ते में जब थाईलैंड में अपनी फ्लाइट चेंज करनी थी तभी एयरपोर्ट पर इंटरपोल के अफसरों ने उसे पहचान लिया। वहीं पुलिस अधिकारियों की बातचीत के दौरान उसने अपनी पहचान नहीं छुपाई और साफ साफ मुस्कुराते हुए सारी बातें बता दी, लेकिन एक शर्त रखा कि उसके किसी भी गुनाह में उसकी बीवी का कोई हाथ नहीं तो उसे जाने दिया जाए। अधिकारी उसकी बात मान लेते हैं और बीवी को काहिरा जाने देते हैं। बीवी के जाने के बाद Hamza Bendelladj पुलिस के शिकंजे में आ जाता है।
एक दिन से ज्यादा यूज नहीं करता था कोई फोन
बता दें कि शातिर और शार्प हैकर Hamza Bendelladj इतना होशियार और चौकन्ना रहता था कि अपना फोन कभी भी एक दिन से ज़्यादा यूज नहीं करता था। जिसकी वजह से उसको ट्रेस करना किसी भी एजेंसी के लिए मुश्किल था। एजेंसियों की नज़रों में धूल झोंकने के लिए अक्सर सैटेलाइट फोन से बात करता था।
Hamza Bendelladj के बारे में सोशल मीडिया पर है अफवाह
वहीं थाईलैंड एयरपोर्ट पर पकड़े जाने पर दुनिया के सबसे बड़े हैकरों में शुमार Hamza Bendelladj ने खुद खुलासा किया था कि उसे दो ही शौक है और अपने उन्हीं शौक को पूरा करने के लिए ज़रूरत के हिसाब से बैंकों से पैसे निकालता है और उन्हें खर्च करता है। उसका पहला शौक दुनिया के महंगे से महंगे हवाई जहाज़ के फर्स्ट क्लास में सफर करना और दूसरा सबसे महंगी जगहों पर रहना। वहीं उसने कभी कहीं इस बात का जिक्र नहीं किया है कि उसने लूटी रकम को किसी भी अफ़्रीकी देश या फिलस्तीन के लोगों को दान में दी हो।
2013 मई में गिरफ्तारी के बाद हमजा को संयुक्त राज्य अमेरिका में वापस लाया गया। इसके बाद अटलांटा में उस पर मुकदमा चला,जहां उसे 25 जून, 2015 को दोषी ठहराया गया था। फिर उसे 15 साल की सजा सुनाई गई थी।
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