प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी का नेपाल में हुआ भव्य स्वागत, जानकी माता मंदिर के बाहर लगे हर-हर मोदी के नारे
बता दें की भारत के प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी आज से दो दिनों के नेपाल दौरे पर हैं। जानकारी के अनुसार बताया जा रहा है की पहले दिन वे जनकपुर भी जाएंगे और यहाँ पर जानकीमाता के दर्शन का विधि-विधान से पूजा-अर्चना करने के बाद प्रधानमंत्री मोदी जनकपुर से अयोध्या तक बस सेवा की शुरुआत की करेंगे, जनकपुर नेपाल का फेमस टूरिस्ट प्लेस है।
बतौर प्रधानमंत्री ये नरेंद्र मोदी का तीसरा नेपाल दौरा है। बता दें की जानकी मंदिर की ओर जाते हुए रास्ते में नौजूद सभी लोग भारत और नेपाल का झंडा लेकर खड़े हैं और वहाँ मौजूद सभी लोग मोदी-मोदी, हर हर मोदी और जानकी माता की जय के नारे लगा रहे हैं।
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भारत से निकलने के बाद पीएम सबसे पहले ऐतिहासिक शहर जनकपुर पहुंचे हैं। करीब 4860 वर्ग फीट में फैले इस मंदिर के बारे में बताया जाता है की इसकी स्थापना वर्ष 1895 से 1911 के बीच हुई है। बताना चाहेंगे की जनकपुर में देवी सीता का प्रसिद्ध मंदिर स्थापित है। जानकारों की माने तो बताया जाता है की प्रभु श्री राम और माता सीता इसी स्थान पर मिले थे और यहीं पर उनकी शादी हुई। मंदिर की बनावट हिंदू-राजपूत वास्तुकला पर आधारित है, इसे जनकपुरधाम भी कहा जाता है। उस समय मंदिर के निर्माण में 9 लाख रुपए का खर्चा आया था और यही वजह है की इस मंदिर को नौलखा मंदिर भी कहा जाता है। हालांकि मंदिर में सीता जी की जो प्रतिमा स्थापित है, वो काफी प्राचीन है।
बता दें की मुक्तिनाथ निकलने से पहले विशेष पीएम मोदी पूजा करेंगे और फिर इसके बाद वह काठमांडू में आधिकारिक बैठकें करेंगे। आपको बता दें की ओली के नेतृत्व में मजबूत वामपंथी सरकार बनने के थोड़े समय बाद ही पीएम मोदी का यह दौरा हो रहा है। मोदी के इस दौरे को यहां नेपाली संविधान को भारत के समर्थन के रूप में देखा जा रहा है।
बता दें कि पीएम ओली ने 2015 में नेपाल के संविधान को लिखने में महत्वपूर्ण भूमिका निभाई थी जिसे तब भारत का समर्थन नहीं मिल पाया था, जिसके बाद नेपाल के खिलाफ गैर-आधिकारिक गतिरोध की स्थिति बनी हुई थी। जानकारी के मुताबिक, पीएम मोदी को जनकपुर और काठमांडू में पब्लिक रिसेप्शन दिया जाएगा और साथ ही नेपाल की सेना उन्हें ‘गार्ड ऑफ ऑनर’ देगी। वो राष्ट्रपति बिद्या देवी भंडारी, उपराष्ट्रपति नंदा बहादुर पुन से मुलाकात करेंगे और साथ ही पीएम ओली के साथ द्विपक्षीय वार्ता करेंगे।
देखा जाए तो कहीं ना कहीं मोदी के इस नेपाल दौरे से ये भी पता चलता है कि भारत नेपाल के साथ अपने संबंध को टॉप पर रखता है। काठमांडू में पीएम मोदी और ओली शनिवार को 900 MW के अरुण-3 प्रॉजेक्ट की आधारशिला रखेंगे जिसे भारत की मदद से बनाया जा रहा है।
बताना चाहेंगे की अरुण-3 नेपाल में बनने वाला सबसे बड़ा हाइड्रो पावर प्रॉजेक्ट होगा और जानकारी के अनुसार यह भी बताया जा रहा है की इसके लिए नेपाल की सरकार ने हाल ही में जेनरेशन लाइसेंस जारी कर दिया है। बताया जा रहा है की यह परियोजना अगले 5 वर्षों में पूरी होने की उम्मीद है और यह भी माना जा रहा है की यह प्रोजेक्ट नेपाल की अर्थव्यवस्था में बड़ा गेम चेंजर साबित हो सकता है।