आज का शनिवार है बेहद खास, इन 4 राशियों पर पूरे साल शनिदेव खुद करेंगे धनवर्षा
जैसे जैसे महीने बदलते हैं वैसे ग्रह भी अपनी चल बदल देते हैं ग्रह समय-समय पर राशि परिवर्तन भी करते हैं। हमारे हिन्दू धर्म में शनिदेव को न्याय का देवता कहा जाता है और शनि की दशा जिस भी इंसान पर पड़ती है उसके अच्छे या बुरे दिन शुरू हो जाते हैं शनिदेव हर इंसान को अच्छे और बुरे कर्मो का फल जरुर देते हैं। अगर किसी इंसान ने शनिदेव को खुश कर दिया तो शनि देव उसके सारे कष्ट दूर कर देते हैं और तो और शनिदेव खुद करेंगे धनवर्षा। आपको बता दें कि आज यानि 27 जनवरी को साल का सबसे बड़ा शनिवार आ गया है इस दिन शनिदेव अपनी राशि को बदलने वाले हैं शनि के इस बदलाव से 4 राशियों को धन लाभ होने वाला हैं।
आज शनिवार को शनिदेव खुद करेंगे धनवर्षा
शास्त्रों में माघ मास की एकादशी का विशेष महत्व बताया गया है, इस बार की एकादशी के दिन ही विषम भीम द्वादशी होने से बहुत ही शुभ योग बन गया है। हमारे हिन्दू पंचाग में प्रत्येक 11वीं मिती को एकादशी व्रत करने का विधान है। माघ मास के शुक्ल पक्ष में पड़ने वाली एकादशी को जया एकादशी के नाम से जाना जाता है। 27 फरवरी को 2018 की दूसरी एकादशी है।
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एकादशी का प्रारंभ 27 जनवरी 2018, शनिवार को 11:14 बजे से होगा और ते 28 जनवरी 2018, रविवार को 08:27 बजे समाप्त होगा। शनिवार को एकादशी शुरू होने के कारण शनिदेव को नीले फूल और तेल अर्पित करें तो ये बेहद शुभ माना जायेगा और भगवान विष्णु को केले चढ़ाए और गरीबों को भी केले बांट दें। भगवान विष्णु के साथ लक्ष्मी का पूजन करें और गोमती चक्र और पीली कौड़ी भी पूजा में रखें।
अगर आप को भगवान विष्णु का आशीर्वाद प्राप्त करना है तो आज का दिन आप के लिए सबसे उत्तम है। हमारे पुराणों में 8 वर्ष से लेकर 80 वर्ष तक प्रत्येक जीव के लिए यह व्रत रखना अनिवार्य कहा गया है। शनिवार के दिन एकादशी आने से इस एकादशी तिथि का महत्व कई गुना और बढ़ जाता है, इस रोज किए गए उपाय से शनि कृपा के साथ श्री हरि और देवी लक्ष्मी की भी कृपा हम पर बनी रहती है।
शनिवार के दिन आपको श्री हरि विष्णु देवी लक्ष्मी की विशेष पूजा करनी है कहा जाता है की ये दोनों एक संग पीपल के वृक्ष पर वास करते हैं। अत: दोनों का आशीष प्राप्त करने के लिए सूर्योदय के बाद पीपल के वृक्ष का पूजन करना चाहिए जिससे महालक्ष्मी की कृपा हम पर बनी रहे, तांबे के लोटे में जल भरकर भगवान विष्णु जी का स्मरण करते हुए पीपल की जड़ में चढ़ाना चाहिए। ऐसा करने से प्रसन्न होकर शनिदेव खुद करेंगे धनवर्षा।
पीपल के पेड़ के नीचे वैसे तो प्रतिदिन सरसों के तेल का दीपक जलाना बहुत अच्छा माना जाता है परंतु यदि किसी कारण आप ऐसा नही कर पाए तो शनिवार की रात को पीपल की जड़ के पास दीपक जरूर जलाएं क्योंकि इससे घर में सुख-समृद्धि और खुशहाली बनी रहती है आपको कारोबार में भी सफलता मिलती है और आपके रुके हुए काम भी बनने लगते हैं| शनि के वृक्ष की पांच परिक्रमाएं जरूर करें और जो लोग पीपल के वृक्ष का रोपण करते हैं उनके पितृ नरक से छूटकर मोक्ष को प्राप्त कर लेते हैं।
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