करवा चौथ में इस विधि से करें पति एवं चन्द्र पूजन, पूजा के बाद दिया का क्या करें ?
करवा चौथ का व्रत सुहागिन महिलाएं अपने पति की दीर्घ आयु के लिए रखती हैं, इस व्रत में सुहागिन महिलाएं नीराजल व्रत रखती हैं और फिर चन्द्र दर्शन कर अपने पति के हाथों से पानी पीकर ही कुछ खाती हैं| ऐसे में आज हम आपको बताने जा रहे हैं कि करवा चौथ में आप अपने पति और चन्द्र देव की पूजा कैसे करे, इसके साथ ही पूजन में इस्तेमाल हुये दिये को फेंकना चाहिए कि नहीं, इसके बारे में भी बताने जा रहे है|
करवा चौथ पर ऐसे करे चन्द्र देव और पति की पूजा
करवा चौथ के दिन सबसे पहले पूजन सामग्री को एक थाली में जुटा ले और फिर आप अपने छत पर जाए जहां से चंद्र देव के दर्शन हो सके, अब सभी सामग्री को एक-एक करके चंद्र देव को चढ़ा दे, सामग्री को चढ़ाते समय आप चंद्र देव के मंत्र का उच्चारण करते रहे| पूजन के बाद चंद्र देव से बोले कि हे चंद्र देव आप हमारे घर के आँगन में पधारे और अपने पति की लंबी आयु के लिए प्रार्थना करे| जब चाँद निकल जाए तो करवे में रखे दूध से चाँद को अर्घ्य दे और फिर चलनी से चाँद को देखे| चाँद को देखने के लिए सबसे पहले चलनी में दीप रखे, दीप का लौ व्रती के सामने होना चाहिए, कभी भी के करवे को दिये फेंके नहीं बल्कि उससे ही पूजा करे|
चंद्र देव की पूजा करने और चंद्र दर्शन करके अपने पति का मुख चलनी से देखे और फिर पति की पूजा करे, पति की पूजा के लिए सबसे पहले अपने पति के ऊपर तीन बार जल छिड़के, इसके बाद पति को तिलक लगाएँ| तिलक लगाने के बाद रक्षा सूत्र अपने पति के हाथों में रक्षा सूत्र बांधे, एक रक्षा सूत्र को आपके पति आपके हाथों में बांधेंगे| इसके पश्चात इत्र अपने पति को लगाने को दे, उसके पश्चात खुद भी लगाए| अब अपने पति को मिठाई खिलाएँ, मिठाई खिलाने के बाद उन्हें पानी पीने को दे| अब आपके पति आपको करवे से पानी पिलाएंगे|
अब अपने पति की आरती करे, आरती के बाद एक पान में से दो टुकड़े करके पति-पत्नी एक-दूसरे को खिलाएँ| अब आप अपने पति को फूलों की माला पहनाएं, इसके बाद आपके पति आपको उपहार देंगे, अंत में अपने पति के पैरों को छूए, इस तरह आपकी करवा चौथ का व्रत और पूजन सम्पन्न होगी| अब अपने सासु माँ को कपड़े, फल-फूल आदि दे|
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