आइये समझते हैं हिन्दुओं के 33 करोड़ देवी देवताओं का राज
हिन्दू धर्म के मानने वाले लोग अक्सर 33 कोटी देवी-देवताओं के बारे में बात करते हैं और ऐसी भी मान्यता हैं कि ये सभी देवी-देवता गो माता में विद्यमान होते हैं और यह बात भी बिल्कुल सच हैं| दरअसल कुछ लोग कोटी शब्द को करोड़ मान लेते हैं और 33 करोड़ देवी-देवताओं के अस्तित्व की बात करते है| हालांकि कोटी का शाब्दिक अर्थ करोड़ नहीं बल्कि प्रकार होता हैं और अज्ञानता वश लोग कोटी को करोड़ कहते हैं अर्थात 33 कोटी के देवी-देवता यानि 33 प्रकार के देवी-देवता इस ब्रहांण्ड में विद्ममान हैं|
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देवता का शाब्दिक अर्थ देने वाला होता हैं, जो सिर्फ आपको सबकुछ देना चाहे और आपका कल्याण करना चाहे और जो आपके सुख की हमेशा कामना करे उसे देवता कहते हैं अर्थात इस बात से समझ में आ गया होगा कि हिन्दू धर्म में आपके 33 शुभ चिंतक हैं जो सिर्फ आपका कल्याण करना चाहते हैं| अब आपको देवी-देवता के बारे में हम विस्तार से बताते हैं|
दरअसल पाँच देवता हमारे शरीर के मूलभूत तत्व हैं जिससे हमारे शरीर की रचना हुयी हैं और वो पृथ्वी, आकाश, जल, वायु व अग्नि हैं| इतना ही नहीं शर्करा और वसा वो देवता हैं जो हमारे शरीर को ऊर्जा प्रदान करते हैं| प्रोटीन वो देवता हैं जिससे हमारे शरीर की इकाई बनी हुयी हैं| इसके अलावा विटामिन ए या रेटिनाल, विटामिन डी और विटामिन ई या टोकोफेरोल, विटामिन के या फाइलोक्वीनोन, विटामिन बी और निकोटिनामाइड, पेंटोथेनिक एसिड, बायोटिन ,फोलासिन या फोलिक एसिड, कोलिन व विटामिन सी या एस्कोर्बिक एसिड देवता सम्मिलित हैं|
बता दें कि अगले देवता खनिज लवण- सोडियम, क्लोराइड, कैल्शियम, फास्फोरस, पोटेशियम, मैग्नीशियम, सल्फर, आयरन, जिंक, आयोडीन तांबा, कोबाल्ट, मैंगनीज व फ्लोरीन हैं| इन्हीं देवी-देवताओं से मनुष्य का अस्तित्व हैं| यदि इनमें से कोई भी देवी-देवता आपसे रूठा तो आप पतन की ओर अग्रसर हो जाएंगे|