Guru Purnima 2020: एक ही दिन पड़ रहा है चंद्रग्रहण व गुरु पूर्णिमा, जानें समय व महत्व
5 जुलाई को चंद्रग्रहण लग रहा हैं ये ग्रहण साल का तीसरा ग्रहण और दूसरा चंद्रग्रहण हैं, इससे पहले जून के महीने में चंद्रग्रहण लगा था। 5 जुलाई को ही गुरु पूर्णिमा (Guru Purnima 2020) भी हैं, ये एक बेहद दिलचस्प संयोग हैं, गुरु पूर्णिमा के अलावा इस दिन बौद्ध पूर्णिमा का भी पर्व मनाया जाता हैं, पूर्णिमा 4 जुलाई 11:33 से शुरू होकर 5 जुलाई 10:13 पर समाप्त होगी।
कहा जा रहा हैं कि इस चंद्रग्रहण का भारत पर ज्यादा प्रभाव नहीं दिखाई देगा लेकिन फिर भी ग्रहण के प्रभाव से बचने के लिए कुछ सावधानियां बरती जाती हैं। आज के इस लेख में हम आपको इस दिन क्या खाना चाहिए और क्या नहीं, के बारें में बताएंगे और ग्रहण के समय, सूतक के बारें में भी जानकारी देंगे।
क्या हैं गुरु पूर्णिमा का महत्व
हिंदू मान्यताओं के अनुसार 5 जुलाई को गुरु पूर्णिमा (Guru Purnima 2020) का पर्व हैं, हिंदू धर्म में प्राचीन काल से ही गुरु को समाज में एक प्रतिष्ठित और उच्च स्थान प्राप्त हैं। स्कूली शिक्षा और कॉलेज शिक्षा तो आधुनिक समय की देन हैं परंतु प्राचीन काल से गुरु ही अपने शिष्यों को गुरुकुल से शिक्षा प्रदान करते आ रहे हैं, गुरू शिक्षा के अलावा अपने शिष्यों को जीवन के सही मार्ग पर चलने की प्रेरणा देते रहे हैं। इसके अलावा बड़े-बड़े धर्मग्रंथ जैसेकि महाभारत और रामायण गुरु और शिष्य के बीच विशेष संबंधों को दर्शाता हैं इसी वजह से प्रत्येक वर्ष इस दिन शिष्य अपने गुरु की पूजा करते हैं और उनसे आशीर्वाद प्राप्त करते हैं।
Chandra Grahan 2020 : 5 जुलाई को चंद्र ग्रहण, जानिए इससे जुड़ी सबसे खास बातें
क्या खाएं और क्या ना खाएं
जैसा कि हम जानते हैं कि हिंदू धर्म में गुरु को विशेष दर्जा प्राप्त हैं इसी कारण इस दिन लोग सुबह जल्द उठते हैं स्नान ध्यान करने के बाद ईश्वर की आराधना करने के बाद उनसे आशीर्वाद प्राप्त करते हैं। इसके अलावा अपने गुरु को उनके द्वारा सिखाये गए जीवन मूल्यों के लिए धन्यवाद करते हैं, इसके अलावा मंदिरों, मठों, आश्रमों में विशेष पूजा रखी जाती हैं। इस दिन मांसाहारी भोजन से परहेज करना चाहिए, खिचड़ी, हलवा, पापड़ और खीर का सेवन करना अच्छा माना जाता हैं।
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चंद्रग्रहण का समय
5 जुलाई को चंद्रग्रहण भारतीय समयानुसार सुबह 8:37 से शुरू होकर 11:22 पर खत्म होगा जिसमें 9:59 पर ग्रहण अपने चरम पर होगा। ग्रहण की कुल अवधि 2 घंटे 43 मिनट और 24 सेकंड तक रहेगा, कहा जा रहा हैं कि देश में सूरज निकलने की वजह से ग्रहण नहीं दिखाई देगा। 5 जुलाई को बुद्ध पूर्णिमा भी हैं कहा जाता हैं कि इस दिन ही महात्मा बुद्ध ने लोगों को अपना पहला उपदेश दिया था जिसकी वजह से इस दिन बुद्ध पूर्णिमा का पर्व मनाया जाने लगा हैं।