क्या होता है मंगल दोष, ऐसे लोग होते हैं मंगली, मंगल ग्रह के अशुभ होने से आती है परेशानी
जीवन में ज्योतिषशास्त्र का बहुत ज्यादा महत्व है। अगर कोई शुभ ग्रह आपकी राशि में आया तो आपका आने वाला कल बेहतर होगा और अगर इसके विपरीत हुआ तो आपको होगी परेशानी। अगर ग्रहों की बात करें तो मंगल बहुत ही खास ग्रह है। ऐसा इसलिए क्योंकि ज्योतिष शास्त्र में मंगल ग्रह को सभी 9 ग्रहों मे सेनापति का दर्जा प्राप्त है। वो 9वों ग्रहों का सेनापति है। वहीं मंगल भूमि पुत्र भी हैं। मंगल ग्रह मेष और वृश्चिक राशि के स्वामी है। आइए आपको बताते हैं कि मंगल के कुंडली में होने से जातक के स्वभाव और भविष्य में क्या असर पड़ता है। किस तरह से उसकी जिंदगी बदलती है।
मंगल के कुंडली में होने से क्या होगा ?
ऐसा कहा जाता है कि जिन लोगों की कुंडली में पहले, चौथे, सातवें और बारहवें भाव में मंगल स्थित होता है वो लोग मंगली होते हैं। सबसे ध्यान देने योग्य बात ये है कि कुंडली में मंगल के अशुभ होने पर कर्ज का बोझ बढ़ता है। जमीन से संबंधित मामलों में परेशानियां आती हैं। यही नहीं मंगल के अशुभ होने से जातक के विवाह में देरी होती है। अगर आप सबकुछ ठीक होने पर भी शादी नहीं कर पा रहे तो आप ये जान लीजिए कि मंगल आपको परेशान कर रहा है। आपको बताएं कि मंगल के शुभ नहीं होने पर व्यक्ति को रक्त संबंधित बीमारियां हमेशा रहती है।
कुंडली में मंगल को शुभ करने के उपाय
अगर आपको कुंडली के मंगल को शुभ करना है तो लाल मसूर की दाल, लाल वस्त्र, लाल गुलाल, दूध, दही, घी, शक्कर, शहद से आप पूजा करें। वहीं कुंडली में मंगल को बली बनाने के लिए ऊँ भौमाय नम: और ऊँ अं अंगारकाय नम: मंत्र का जाप करें।
मंगल का तुला राशि में प्रवेश से इस माह सभी 12 राशियों पर प्रभाव कैसा रहा असर
आपको बता दें कि पृथ्वीपुत्र मंगल 10 नवंबर को 2 बजकर 21 मिनट पर कन्या राशि की यात्रा समाप्त करके तुला राशि में प्रवेश कर चुके हैं।, जहां पर ये 25 दिसंबर तक विराजमान रहेंगे। तुला राशि में पहले से ही वक्री बुध सूर्य के साथ विराजमान हैं। इस प्रकार से कुछ दिनों के लिए तुला राशि में तीन ग्रहों का संयोग बना हुआ है, इस राशि के लिए मंगल का फल मिलाजुला रहता है। लग्न कुंडली के अनुसार मंगल तुला लग्न के लिए मारकेश होते है। अगर सिंह राशि पर इसके असर की बात करें तो सिंह राशि के जातकों के शौर्य एवं साहस में वृद्धि हुई है।वहीं कन्या राशि के जातकों के साथ अप्रिय घटना हुई। सबसे अच्छा असर तुला राशि के लोगों के लिए हुआ।
वहीं वृश्चिक राशि के लोगों का उच्चाधिकारियों से मधुर संबंध बना।